Ghaziabad: गाजियाबाद में इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) का प्रोजेक्ट शुरू होने की खबर से नगर निगम उत्साहित है। इस परियोजना के तहत शहर में आधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे, जो की 85 करोड़ रुपए की लागत से किए जा रहे हैं। यह परियोजना गाजियाबाद को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत विकसित करने का हिस्सा है।
कब से होगी शुरू?
नगर निगम ने बताया कि इस परियोजना के कार्य का आरंभ दिसंबर के पहले सप्ताह से होने की उम्मीद है। इसमें 41 स्थानों पर कैमरे लगने का निर्णय किया गया है, जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों को कवर करेंगे। इन कैमरों का सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल सेंटर भी स्थापित किया जाएगा। गाजियाबाद में पहले से कुछ कैमरे मौजूद हैं, लेकिन कुछ मंजूरी मिलने और खराबी के कारण कुछ कैमरे काम नहीं कर रहे हैं। इस परियोजना के अंतर्गत उन्हें भी इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा जाएगा।
क्या कहना है मेयर का?
मेयर सुनीता दयाल ने बताया कि राज्य सरकार ने इस परियोजना के लिए 22 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। निविदा जल्द ही जारी की जाएगी, और परियोजना का कार्य एक सप्ताह के भीतर शुरू होगा। इसमें 1500 कैमरों की निगरानी के लिए एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष बनाया जाएगा।
इंटेलीजेंट सिस्टम चालू
प्रमुख चौराहों और विभिन्न स्थानों पर इन्टेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस सिस्टम में एएनपीआर टेक्नोलॉजी के कैमरे लगाए जाएंगे, जो नंबर प्लेट की इमेज कैप्चर करके ऑटोमेटिक चालान काट सकते हैं। इन कैमरों में प्लेट रिकॉग्निशन कैमरा होता है, जिससे नंबर के आधार पर चालान भेजा जा सकता है। आईटीएमएस सिस्टम का उपयोग नगर में हो रहे अपराधों की निगरानी के साथ-साथ यातायात प्रबंधन के लिए भी किया जा सकेगा। इसके अलावा, सिस्टम में एएनपीआर टेक्नोलॉजी के कैमरे लगे होंगे, जो बदमाशों और असामाजिक तत्वों की पहचान के लिए भी उपयोगी होंगे। इस प्रकार, गाजियाबाद शहर में तकनीकी उन्नति के साथ एक नई सुरक्षा उपाय आने वाला है।
किसपर लगेगा चालान?
इस परियोजना के अंतर्गत लगाए जाने वाले कैमरे नगर की सड़कों पर हो रहे विपरीत दिशा में गाड़ी चलाने, रेस ड्राइविंग, बिना हेलमेट के ड्राइविंग, ओवर स्पीड, रेड लाइट जंप, और जाम को व्यवस्थित करने के लिए होगा। आईटीएमएस सिस्टम द्वारा लगाए जाने वाले कैमरों की खासियत यह होगी कि वे रेड लाइट जंप करने वाले वाहनों की नंबर प्लेट की इमेज कैप्चर करके नंबर के आधार पर चालान भेजने में सक्षम होंगे।
इस सिस्टम के एएनपीआर टेक्नोलॉजी द्वारा लगाए जाने वाले कैमरे नंबर को पढ़कर ऑटोमेटिक चालान काट देते हैं। यह चालान काटने की प्रक्रिया अविरल होती है और इससे तत्पर नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
सुरक्षा भी साथ में
इस परियोजना के माध्यम से नगर में हो रहे अपराधों की निगरानी के साथ-साथ यातायात प्रबंधन भी सुधारा जा सकता है। नगर आयुक्त ने बताया कि यह योजना में कुछ प्रमुख चौराहे शामिल हैं, जो की ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए चयनित किए गए हैं। इन चौराहों में इंदिरापुरम सीआईएसफ रोड, यूपी गेट, इंदिरापुरम में काला पत्थर, राजनगर एक्सटेंशन, इंदिरापुरम में एसआरएस सिनेमा चौराहा, दिल्ली मेरठ रोड पर घूकना, हिंडन में वायु सेना स्टेशन के पास, सिद्धार्थ विहार, विवेकानंद नगर, और साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के पास इन्हें लगाया जाएगा।