Ghaziabad: सोमवार को गाजियाबाद के साहिबाबाद स्थित लाजपत नगर में जनसंख्या नियंत्रण कानून के खिलाफ अनशन का 16वां दिन है, जिस पर अनिल चौधरी ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय जाने का आदान-प्रदान है। उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार राजेश कुमार साहू से होगी।
ये है लोगों की मांग
यह अनशन एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, क्योंकि इसमें शामिल लोग जनसंख्या नियंत्रण कानून के साथ जुड़े समस्याओं के समाधान की मांग कर रहे हैं। अनिल चौधरी ने बताया कि देश में जनसंख्या असंतुलन को लेकर एक बड़ा कार्य चल रहा है, जिससे एक समाज एक या दो बच्चे पैदा कर देश के संसाधनों पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहा है। इसे सोशल मीडिया पर #PopulationControlLaw और #SaveOurFuture हैशटैग्स के साथ प्रमोट किया जा रहा है।
आखिर बुला ही लिया कार्यालय में
अनिल चौधरी ने बताया कि इस अनशन के दौरान उन्हें कई लोगों ने समर्थन और सूचना प्राप्त हो रही है और उन्हें यह समझाने के लिए भी लोग मिल रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि उनका उद्देश्य केवल कानून बनाने का नहीं है, बल्कि इसे लागू भी करने का है। इस अनशन से पहले भी अनेक लोगों ने अनशन समाप्त करने के लिए अनिल चौधरी को लोग मनाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय जाकर मिल चुके हैं। इसमें एक प्रतिनिधिमंडल ने पहले भी प्रधानमंत्री कार्यालय जाकर अपनी मांगें रखी थीं। अब, अनशन के 16वें दिन स्वयं अनिल चौधरी को प्रधानमंत्री कार्यालय बुलाया गया है, जहां उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार से होगी।
ये है अनशन की वजहें
अनिल चौधरी ने बताया कि उनका यह अनशन सिर्फ कानून बनाने के लिए नहीं है, बल्कि इसे लागू करने के लिए भी है। उन्होंने कहा कि वे जानते हैं कि कानून एक दिन में नहीं बनेगा, लेकिन उसकी प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि उन्होंने एक करोड़ 20 लाख लोगों के हस्ताक्षर प्रधानमंत्री को भेजे हैं जो इस मुहिम का समर्थन कर रहे हैं।
अनशनकारी अनिल चौधरी ने बताया कि, “मुलाकात में हमने जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए सबसे संबंधित मुद्दों पर विवाद किया और उन्हें हमारे सुझावों के बारे में बताया। हमने यह सुनिश्चित किया कि हमारी मांगें साफ और स्पष्ट हों और इसके समाधान के लिए हमने कुछ सुझाव प्रस्तुत किए।”आज केवल कानून बनाने पर बात की जाएगी, जबकि अनशन को समाप्त करने पर कोई बात नहीं होगी। उन्होंने बताया कि वे अपनी बात को बहुत मजबूती के साथ रखने जा रहे हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय जाने के लिए उन्हें एंबुलेंस दी गई है, जिसमें दो व्यक्ति उनके साथ जाएंगे।
इस अनशन आंदोलन के बाद अनिल चौधरी ने एक प्रेस विरोधी समाहार में भी जारी बयान में कहा, “मैं यहां खड़ा हूं न कि खुद को प्रमोट करने के लिए, बल्कि हम एक बेहतर भविष्य के लिए सभी लोगों की भलाइयों की बात कर रहे हैं। हमारा संदेश यह है कि जनसंख्या नियंत्रण एक बहुत बड़ी चुनौती है और हम सभी को इसमें शामिल होने की आवश्यकता है।” उन्होंने यह भी जताया कि उनके आंदोलन को समर्थक और उनके इच्छुक समुदायों ने एक साथ आक्रमण किया है और इसे देशव्यापी रूप से बढ़ावा देने के लिए उन्हें यहां तैयार रहना होगा। आंदोलन के इस मोड़ पर उनके समर्थकों ने भी अपनी आवाज बुलंद की है, और उन्होंने भी अब तक इस मुद्दे पर सरकार को उत्तरदाता के रूप में जवाब देने की मांग की है।