Ghaziabad: दिल्ली एनसीआर में लोगों की मेट्रो जीवनरेखा बनी हुई है, लेकिन इस सुविधा का लाभ वहां के सभी क्षेत्रों में नहीं हो रहा है। जहां मेट्रो कनेक्टिविटी मजबूत है, वहां लोग वहीं रहने की प्राथमिकता देने को तैयार हैं। लेकिन, अब गाजियाबाद के नागरिकों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर मेट्रो विस्तार की मांग की है। लोनी में सार्वजनिक परिवहन के साधनों की कमी के कारण लोगों को कई समस्याएं हो रही हैं। इस क्षेत्र में लंबे समय से मेट्रो की विस्तार की मांग हो रही है।
ये है वो क्षेत्र
इस पत्र में बताया गया है कि दिल्ली एनसीआर में सबसे पिछड़ा और प्रदूषित नगर, लोनी, है। इसके लिए सार्वजनिक यातायात के साधनों की कमी है और सिर्फ़ ऑटोरिक्शा उपलब्ध है। लोनी में स्थित शिव विहार दिल्ली मेट्रो स्टेशन से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके बावजूद, इस इलाके में सार्वजनिक परिवहन के लिए सिर्फ 4839 फ्लैट ही बिके हैं, जबकि कुल 9068 आवासीय फ्लैट हैं। इससे स्पष्ट है कि इस क्षेत्र में जनसंख्या का बहुत हिस्सा इस सुविधा का लाभ नहीं उठा पा रहा है।
क्या है लोगों की मांग ?
मंडोला विहार से मोहन नगर तक मेट्रो की दूरी 28 किलोमीटर है और यह इलाका अभी तक मेट्रो कनेक्टिविटी से महसूस हो रहा है। लोनी के लोग चाहते हैं कि सिग्नेचर सिटी और मंडोला विहार आवासीय योजना को मेट्रो से जोड़ा जाए ताकि इस इलाके के लोगों को अन्य इलाकों में सुविधा हो सके।
नोएडा के सेक्टर-62 से साहिबाबाद को कनेक्ट करने की योजना भी हो रही है और इसके लिए जीडीए लगातार काम कर रहा है। इसमें साहिबाबाद से मोहन नगर तक का हिस्सा भी शामिल है, जिससे लोनी में रहने वाले लोगों को सीधा फायदा होगा। इससे लोनी के नागरिकों को दिल्ली के साथ ही गाजियाबाद के बीच की दूरी में भी कमी होगी और उन्हें सार्वजनिक परिवहन का सही साधन मिलेगा। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता के अनुसार, इस योजना को लागू करने से लोनी में रहने वाले लोगों को बड़ी राहत होगी और उनकी दैहिक और आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
मेट्रो विस्तार के प्रस्तावित क्षेत्रों में बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए, यह पहल एक नए सोच की प्रारंभिक राह प्रदर्शित कर सकता है, जो इस क्षेत्र के लोगों को सुधारित और सुरक्षित जीवनशैली की दिशा में आगे बढ़ने में मदद कर सकता है। इससे न केवल इस क्षेत्र के लोगों को सही साधनों का पहुंच मिलेगा, बल्कि इससे इस क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी एक नई दिशा मिल सकती है।
होगी रोजगार में आसानी
मेट्रो कनेक्टिविटी के माध्यम से, इस क्षेत्र में निवास करने वाले लोग दिल्ली और गाजियाबाद के बीच आसानी से संचरित हो सकते हैं, जिससे उन्हें शहर के अन्य हिस्सों में रोजगार और शिक्षा की अधिक सुविधा हो सकेगी। इससे यहां के लोग न केवल अपने परिवारों के लिए बेहतर जीवन स्तर की सम्भावना पा सकते हैं, बल्कि इससे क्षेत्र के आर्थिक पैम्बर भी मजबूत हो सकता है।
इस प्रस्तावित मेट्रो विस्तार से नागरिकों को एक नई उम्मीद की किरण मिल रही है, और उन्हें अब तक की समस्याओं से निकलकर उनके जीवन को बेहतर बनाने का संघर्ष करने का मौका मिलेगा। इस पत्र के माध्यम से उठाए गए मुद्दे ने दिखाया है कि यहां के लोग अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सक्रिय हैं और वे अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करके समस्याओं का समाधान प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस प्रकार, मेट्रो कनेक्टिविटी के माध्यम से सरकार को इस क्षेत्र में सुधार करने के लिए आगे बढ़ने का एक नया दृष्टिकोण बना है, जिससे इस क्षेत्र के लोगों को बेहतर जीवन का अधिक सम्भावना है और उन्हें समृद्धि की दिशा में एक कदम आगे बढ़ने का सामर्थ्य मिलेगा।