करंट क्राइम की खबर का फिर हुआ असर
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। दैनिक करंट क्राइम की खबर का एक बार फिर असर देखने को मिला। 17 दिसंबर के अंक में गाजियाबाद के पुलिस अधिकारियों और पुलिस के ट्विटर हैंडल के एक्टिव नहीं होने की खबर प्रकाशित की गई थी।
साथ ही इसमें जानकारी दी रही थी कि कई एसीपी स्तर और डीसीपी स्तर के अधिकारियों के सोशल मीडिया अकाउंट भी नहीं हैं। इस मामले का गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए सोमवार को गाजियाबाद पुलिस के आॅफिस टवीट्र हैंडल को गाजियाबाद कमिश्नरेट में तब्दील किया है, तो वहीं डीसीपी सिटी, रूलर और ट्रांस हिंडन के साथ अलग-अलग एसीपी के भी अकाउंट बनाने शुरू कर दिए गए हैं।
जल्दी इनका भी काम पूरा हो जाएगा। खबर में इस बात का भी हवाला दिया गया था कि गाजियाबाद में अधिकांश लोग ट्विटर फ्रेंडली है और वह अपनी समस्या और शिकायतों को सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर रखते हैं। मगर अधिकारियों के यहां एक्टिव ना होने की वजह से उनकी सुनवाई नहीं हो पाती है। सीपी ने इस मामले का संज्ञान लिया और अधिकारियों को निर्देशित करते हुए सोशल मीडिया टीम को एक्टिव कर इस प्रक्रिया को पूरा करने का निर्देश दिया है। बता दें कि जल्द ही अन्य अकाउंट भी शत-प्रतिशत एक्टिव करने के अधिकारियों द्वारा निर्देश दे दिए गए हैं।