नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विस्तार के लिए अब यमुना प्राधिकरण ने दूसरे चरण के कार्य को गति देने की तैयारी कर ली है। दूसरे चरण में प्राधिकरण तीन गांव की करीब 1365 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण करेगा। यहां रह रहे लोगों को मॉडलपुर और फलैदा बांगर में बसाया जाएगा। इसके अलावा एयरपोर्ट के प्रथम चरण के तहत 1334 हेक्टेयर में चल रहा काम 80 फीसदी तक पूरा हो गया।
यमुना प्राधिकरण के मुताबिक पहले चरण में एयरपोर्ट का निर्माण कार्य करीब 80 प्रतिशत तक पूरा होने के साथ ही रनवे का काम भी पूरा हो गया है। इसके अलावा दूसरे चरण में एयरपोर्ट के लिए 1365 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। उक्त भूमि हुकूम सिंह, रान्हेरा और कुरैब गांव की अधिग्रहीत की जाएगी। यहां रहने वाले करीब साढ़े 12 हजार परिवारों को प्राधिकरण ने मॉडलपुर और फ्लैंदा बांगर में बसाने की तैयारी कर ली है। इन ग्रामीणों के लिए प्राधिकरण आवासीय फ्लैट बनाकर देगा। गौरतलब है की इस जेवर एयरपोर्ट से 29 सितंबर से विमान उड़ान भरने लगेंगे। ऐसे में अब प्राधिकरण दूसरे चरण के तहत एयरपोर्ट के विस्तार को गति देने की दिशा में काम कर रहा है।
एविएशन हब और लॉजिस्टिक पार्क बनेगा
बताया गया है कि फिलहाल सितंबर में, जो रनवे चालू होने वाला है, उससे प्रतिदिन 50 से 60 विमान ही उड़ान भर सकेंगे। यहां पर दूसरे चरण पूरा होने के बाद 100 से अधिक विमान उड़ान भर सकेंगे। इसके अलावा दूसरे चरण में एविएशन हब, लॉजिस्टिक पार्क बनाया जाना है। यहां पर विमानों के पार्ट्स सेजुड़ी मैन्युफेक्चरिंग यूनिट लगाई जाएगी। इसके अलावा अलग-अलग प्रकार की अन्य औद्योगिक इकाई भी लगेंगी। साथ ही, कुछ और रनवे बनाए जाएंगे, ताकि विमानों की संख्या बढ़ाई जा सके।
जाने कब-क्या हुआ
- जुलाई 2017 मेंनागरिक उड्डयन मंत्रालय नेसाइट क्लीयरेंस दी
- अक्टूबर 2017 मेंगृहगृ मंत्रालय सेएनओसी प्राप्त हुई
- नवंबर 2017 मेंआप्रवासन सेवाओं की स्वीकृति
- जनवरी 2018 मेंरक्षा मंत्रालय सेएनओसी मिली
- दिसंबर 2019 मेंज्युरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के साथ करार
- एक अक्टूबर 2021 मेंवर्क आर्डर जारी
- 29 सितंबर 2024 उड़ान भरनेके लिए प्रस्तावित तिथि
पहलेचरण में रनवे सहित अन्य कार्यहुए
- 1334 हेक्टेयर है एयरपोर्ट के पहले चरण का क्षेत्रफल
- 12 लाख यात्री यहां से हर साल उड़ भर सकेंगे
- 96,400 फ्लाइट का आवागमन हो सकेगा हर साल
- 2,49,600 टन कार्गो यहां सेआ-जा सकेगा
- 1,01,590 वर्गमीटर में बन रही टर्मिनल बिल्डिंग
- 3,900 मीटर लंबा होगा पहला रनवे
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा, एयरपोर्ट का निर्माण कार्यचार चरणों में पूरा होगा। चुनावों के बाद दूसरे चरण की भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।