गाजियाबाद (करंट क्राइम)। साहिबाबाद पुलिस ने एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित की गई टीम ने एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है। जिससे पुलिस ने लगभग 94 हजार रुपये से अधिक के नकली नोट बरामद किए हैं। इनमें 500 ,200 और 100 रुपये के नोट शामिल हंै। साथ ही छपाई में प्रयोग आने वाला एक प्रिंटर और नोटों पर चिपकाने के लिए हरे रंग की दो टेप नोट काटने के प्रयोग में लाने जाने वाले 3 कटर, एक स्केल और फेवीकोल के डिब्बे, नोटों की छपाई के लिए लाए जाने वाली ए4 साइज की प्लेन पेपर शीट भी बरामद की हैं। पुलिस की मानें तो आरोपी खुशी मोहम्मद मूल निवासी बदायूं व हाल नोएडा बादलपुर में रह रहा था और नोट छाप कर वह साहिबाबाद व आसपास के इलाकों में लोगों को नकली नोट पहुंचा रहा था। पुलिस की मानें तो पकड़ा गया आरोपी लगभग 20 दिनों तक यूट्यूब देख कर नोट बनाने की ट्रेनिंग लेता रहा और जब उसमें सफल हो गया तो उसने बाजार में नकली नोट उतारने शुरू कर किए। पुलिस की माने तो पकड़े गए आरोपी ने अभी तक कई हजार रुपए के नकली नोट बाजार में बेच दिए थे। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी है। साथ ही इससे जुड़े अन्य लोगों की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
आठवीं पास खुशी मोहम्मद लगा
चुका है हजारों का चूना
एएसपी साहिबाबाद अभिजीत विजय शंकर ने बताया है कि पकड़ा गया आरोपी अब तक हजारों रुपए के नकली नोट बाजार में दुकानदारों सामान खरीदने वालों में अन्य लोगों को दे चुका है। यह मंगलवार को अर्थला पेट्रोल पंप के पास एक व्यक्ति को एक लाख रुपये देने के लिए आ रहा था, जिसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस ने इसे यहां से रंगे हाथों दबोच है। पुलिस की माने तो यह है खुद ही पहले नोट स्कैन करता था और फिर उसका डुप्लीकेट नोट तैयार कर उसमें टेप लगाकर उसे असली नोट से मिलता-जुलता बनाता था और अलग-अलग लोगों तक पहुंचाने का काम करता था। पकड़ा गया आरोपी केवल आठवीं पास है और खास बात यह है कि इसने यूट्यूब देखत नकली नोट बनाने का तरीका सिखा था।
नोट बनाने का तरीका था शातिराना
साहिबाबाद प्रदीप त्रिपाठी ने बताया है कि पकड़ा गया आरोपी द्वारा नोट बनाने का तरीका बहुत ही शातिराना था। यह 100, 500 और 200 के अलग-अलग नकली नोट छापा करता था और लोगों को उनकी डिमांड के अनुसार दिया करता था। यह एक लाख रुपये की करेंसी 35 हजार रुपये के बदले देता था। पुलिस ने आरोपी से कई महत्वपूर्ण सामान बरामद किए हैं जो यह नोट छपाई के दौरान इस्तेमाल किया करता था।