गाजियाबाद (करंट क्राइम)। दावेदारी शुरू हुई है तो कदम कदम पर अदाकारी भी लहजे में आ गयी है। पता चला है कि दावेदारी में हल्की सी भी टशन दिखाई दी तो दावेदारी के चेहरे पर शिकन आ सकती है। इस बार सिफारिश वाले चेहरों का अंदाज सादगी पसंद बताया जा रहा है। यदि फर्स्ट इंप्रेशन महंगे लुक वाला दिखाई दिया तो फिर दावेदारी के सपनों में डिप्रेशन का ग्रहण लग सकता है। इंप्रेशन ठीक पड़े इसके लिए अब सोने की चेने भी दावेदारों को बेचैन कर रही हैं। नदियापार के पांच दावेदार पार्षद बनना चाहते हैं और उन्हें बता दिया गया है कि सादगी से ही काम चलेगा। अब पार्षद दावेदारों ने सादगी दिखाने के लिए गले से सोने की चेन उतार दी है। कल तक यही गले की चेन स्टेटस थी, और इस चेन को दिखाने के लिए वो बेचैन रहते थे। कमीज का बटन भी बंद नहीं करते थे। रूतबा इसी से तो पता चलता है और कुछ तो ऐसे भी हैं जो चेन के साथ ब्रेस्लेट और महंगे जूते भी पहनते हैं। लेकिन दावेदारी की ये रेस जो करा दे वो थोड़ा और पता चला है कि नदियापार के पांच दावेदार इस चक्कर में अपने गले से सोने की चेन उतारकर जा रहे हैं। ये वही नेता हैं जिन्होंने अपनी गुडमैन वाली छवि दिखाने के लिए गले की मोटी चेन को कुछ दिन के लिए चैन दे दिया है। अब जबतक टिकट हाथ नहीं आयेगा तब तक चेन की ओर हाथ नहीं जायेगा। वार्ड 98 के गुर्जर दावेदार ने गले से चेन उतार दी है तो वार्ड 99 के ठाकुर दावेदार भी सोने की चेन को अपने गले से दूर रख रहे हैं। सोने की चेन कहीं दावेदारी का चैन ना लूट ले इसके लिए वार्ड 68 के त्यागी दावेदार ने भी गोल्ड चेन को उतार दिया है। वार्ड 100 के ठाकुर दावेदार ने भी फिलहाल सोने की चेन से खुद को दूर रखा है। भोपुरा वार्ड में तो एक दावेदार ने अपनी सोने की चेन को ‘डब्बी’ में बंद कर दिया है। ये दावेदार सोने की चमक से खुद को दूर रख रहे हैं और सादगी वाले लुक में खुद को लाने के लिए पूरे जतन कर रहे हैं।