Ghaziabad: इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में भारत पेट्रोलियम के पंप कर्मचारियों से 9.56 लाख रुपए का कैश लूटने वाले अज्ञात बदमाशों की खोज में गाजियाबाद पुलिस ने कार्रवाई की है। इस हादसे के बाद शहर में हड़कंप मचा हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप पांच शातिर लुटेरे गिरफ्तार किए गए हैं, जिनके बचाए गए लूट की रकम में से 4.70 हजार रुपए बरामद किए गए हैं। इस घटना की अन्धकार में पुलिस ने इसे सुलझाने के लिए कई बूतकियों को बेताब कर दिया है।
कैसे बनाई योजना
पुलिस के मुताबिक, इस अपराधिक घटना के पीछे मास्टरमाइंड अभिषेक, जिन्होंने राहुल और अमित को इंदिरापुरम स्थित पेट्रोल पंप की रोजाना आने वाली नकद राशि की जानकारी दी थी, ने पुलिस को अपनी योजना के बारे में सूचित किया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने अब तक लूटेरों में से छह आरोपियों को हिरासत में लिया है, जो इस हादसे के पीछे की रहस्यमयी योजना का पर्दाफाश कर रहे हैं।
इस घटना के पूर्व, अमित ने दीहाई के क्षेत्र में सिगरेट फैक्ट्री में काम किया था, जबकि अब वह इंदिरापुरम स्थित पेट्रोल पंप में रोजाना नकद राशि का संग्रहण करने का काम करता है। इस दौरान, उसकी आर्थिक स्थिति में कमी आई थी और उसने अपने सहयोगी राहुल के साथ मिलकर इस लूट की योजना बनाई। जिससे उन्होंने खुद को बाहरी कठिनाइयों से निकालने का प्रयास किया। गिरफ्तार लुटेरों में मुख्य अभियुक्त के रूप में आए अमित उर्फ मोनू ने पुलिस को इस योजना का विवेचन कराते हुए बताया कि उसका साथी राहुल दुहाई के पास सिगरेट फैक्ट्री में काम करता है और इन्होंने पहले टूर एंड ट्रेवल्स के ऑफिस में काम किया था। इसी काम के बहकावे में, उन्होंने गिरफ्तारी के दौरान कामकाजी भी साझा किया है।
आर्थिक स्तिथि डगमगायी थी
इस अद्भूत और रहस्यमयी कहानी के सबसे रोमांचक दृष्टिकोणों में से एक यह है कि अभिषेक ने राहुल और अमित के साथ इस योजना की शुरुआत कैसे की थी। बता दें कि अभिषेक का टूर एंड ट्रेवल्स का काम भी रुका हुआ था, जिसकी वजह से उसकी आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव आया था। जब राहुल ने इस समस्या का सामना किया, तो उसने अभिषेक से मिलकर उसे अपनी दुखद कहानी सुनाई। अभिषेक ने इस समस्या का समाधान प्रस्तुत किया और इंदिरापुरम के पेट्रोल पंप कर्मचारियों की रोजाना नकद राशि की जानकारी देने की योजना बनाई। उन्होंने राहुल को एक प्रोत्साहित करने वाला प्रस्ताव प्रस्तुत किया कि वे इस अवसर को अपने लाभ के लिए इस्तेमाल करें और इससे अच्छी किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है।
ऐसे दिया लूट को अंजाम
राहुल ने भी इस योजना को स्वीकार किया और अपने सहयोगी अमित को भी इसमें शामिल कर लिया। इस तरह, एक छोटे से गाँव के छोटे से बंदरगाह में काम करने वाले युवकों ने मिलकर एक दिलचस्प योजना बनाई, जो लूट के पीछे की योजना बन गई। गिरफ्तार लुटेरों की गिनती में सहायक अधीक्षक के रूप में आए अमित ने बताया कि इस योजना के तहत वे हमेशा इंदिरापुरम स्थित पेट्रोल पंप कर्मचारियों की गतिविधियों का निगरानी रखते रहते थे, ताकि उन्हें उनकी प्रतिदिन की नकद राशि का पूरा विवरण मिल सके। उन्होंने पुलिस को तुरंत सूचित किया जब उन्होंने यह देखा कि लुटेरे प्लान को अंजाम दे रहे हैं।
पुलिस ने त्वरित क्रियावली दिखाते हुए इस साजिश को नाकाम करने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने इस अपराध की पहचान की और गिरफ्तारी में सफल रहे हैं, जिससे गाँव की सुरक्षा में सुधार होगा और लोग शांति और सुरक्षा में जीवन जी सकेंगे।
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