पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम गाजियाबाद में बीते दो दिनों से खुफिया विभाग की चचार्एं थम नहीं रही हैं। शनिवार को जहां खुफिया विभाग में एक अधिकारी के सोशल मीडिया एकाउंट ने देश की राजधानी से लेकर प्रदेश की राजधानी तक अधिकारियों में चर्चा जारी रखी। तो वहीं एक खास जाति के प्रशासनिक अधिकारियों ने तो इसे बड़ा मुद्दा तक बता डाला था। हालांकि मामला पुराना बताया जा रहा है लेकिन जब ट्वीट्स के यह संदेश वायरल हुई तो घमासान मच गया। वहीं रविवार की रात एक आईपीएस अधिकारी के स्टेटस पर खुफिया महकमें के दो तबादला स्टेटस अपडेट किए गए। इसके कुछ देर बाद वह डिलीट किया गया है। पुलिस कमिश्नरेट के सूत्र बता रहे हैं कि पूरे मामले में खुफिया कार्यालय पर कुछ अधिकारियों की नजर टेढ़ी है। साथ ही एक थ्री-स्टार व एक सिपाही पर जो तबादले वाला एक्शन हुआ है उसमें सिपाही एक मामले का गवाह भी बताया जा रहा है। वहीं नए पुराने मामले जोड़कर पूरी पटकथा लिखी जा रही है। वहीं पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद और लखनऊ वाले सूत्र बता रहे हैं कि इस पूरे मामले में अभी एक और तबादला लिस्ट जारी की जा सकती है। कुल मिलाकर कमिश्नरेट के गलियारों से लेकर सोशल मीडिया के प्लेटफार्म तक इन दोनों खुफिया कार्यालय वालों की ही चर्चा चल रही है। थाने का स्टाफ हो या लाइन में समय बिता रहे पुलिसकर्मी, खुफिया कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच चल रही नूराकुश्ती की चर्चाएं थम नहीं रही हैं। उधर पुलिस के सूत्र बता रहे हैं कि जैसे ही आईपीएस अधिकारी के स्टेटस पर तबादला लिस्ट अपडेट हुई, उसके स्क्रीनशॉट लिए गए और सोशल मीडिया पर उन्हें साझा कर दिया गया। इसी के साथ पुलिस कमिश्नरेट के सूत्र बता रहे हैं कि इस मामले में कालिदास मार्ग से लेकर नौवीं मंजिल के कमरे तक कई तरह के संवाद भी वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हो गए हैं। कुल मिलाकर इन दोनों खुफिया कार्यालय के अंदर से लेकर बाहर तक चल रहा सीन कई कर्मचारी के लिए टेंशन वाला माहौल दे चुके हैं। वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन पोस्ट को खाकी वाले भी जमकर इस पूरे प्रकरण का टेस्ट पूरे चटखारों के साथ लें रहे हैं।