Ghaziabad: बदलते हुए एक नारकोटिक्स केस में, गाजियाबाद पुलिस ने एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वे नेपाल से चरस लाकर दिल्ली एनसीआर में बेचते थे। गाजियाबाद क्षेत्र में पुलिस ने इस गिरफ्तारी के बाद तीन किलोग्राम से अधिक चरस बरामद किया है, जिसका बाजार मूल्य करीब 30 से 35 लाख रुपये बताया जा रहा है।
क्या है पूरा मामला?
इस सनसनीखेज मामले में, बद्री यादव ने उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर की ओर से पुलिस को बताया कि उन्होंने नेपाल से चरस लाकर इसे दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करने का व्यापार चलाया है। उन्होंने बताया कि इस कारोबार को वह पिछले दो वर्षों से चला रहे हैं और इससे भारी मुनाफा हो रहा है। गाजियाबाद में किये गए इस छापामार ऑपरेशन में पुलिस ने दोनों गिरफ्तारियों से 3.8 किलोग्राम से अधिक चरस को जब्त किया है, जिसकी आंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य कितना होगा, यह जाँच की जा रही है।
इस क्रांतिकारी गिरफ्तारी की खबर के बाद, बद्री यादव ने स्पष्ट किया कि फातिमा के गांव से शादाब नामक एक व्यक्ति ने उनसे चरस की सप्लाई के लिए आर्डर किया था। इस ऑपरेशन की शुरुआत एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की मेरठ स्थायी टीम की सूचना के आधार पर की गई थी और इसमें गाजियाबाद के पास सीधे सीधे दिल्ली एनसीआर में चरस की बड़ी सप्लाई व्यापारिक ऑपरेटरों का पता चला था।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधिकारी रवि प्रकाश सिंह ने बताया कि पुलिस ने ये आरोपी गिरफ्तार करके तत्परता से कार्रवाई करने का दृढ़ निर्णय लिया है और उनकी विस्तृत जाँच जारी है। इसमें नशे के वस्त्रों को बचाने के लिए और सप्लाई चेन को पूरी तरह से खत्म करने के लिए विशेषज्ञों की टीम शामिल है।
ये सब हुआ जप्त
आरोपी गिरफ्तारियों के पर्स से मिले गए मोबाइल फोन्स और डॉक्यूमेंट्स की जाँच से उनकी संबंधित जानकारी मिल सकती है, जिससे इस गैंग के और सदस्यों का पता लगाया जा सकता है। विधायिका द्वारा बनाई गई रिपोर्ट में भी उसने कहा है कि इस समय को लेकर कई ओर गहरा जाँच किया जा रहा है ताकि आपराधिक गतिविधियों की पूरी साजिश और नेटवर्क को पर्दा उठा सके।
इस नए उपशीर्षक्ति के बाद नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने और भी तैयारियों का आलेख बढ़ाया है ताकि इस परिवर्तन के बाद नेतृत्व में वृद्धि हो और अधिक आरोपी गिरफ्तार किए जा सकें। यह नई चुनौती के साथ, नारकोटिक्स के खिलाफ लड़ाई में पुलिस का निरंतर प्रयास है। समाप्त होने पर, पुलिस ने यह सुनिश्चित करने का आदान-प्रदान किया है कि इस मामले के तहत आरोपियों को कठिन सजा मिले ताकि ऐसे अवैध व्यापारिक गतिविधियों को पूरी तरह से रोका जा सके और आरोपियों को सख्त सजा हो।
इस दौरान, आरोपियों के साथ संबंधित अन्य जगहों पर भी छापेमारी की जा रही है, जिससे इस नारकोटिक्स गैंग के सदस्यों को किसी भी तरह की बचाव नहीं हो पाएगा। पुलिस ने आम लोगों से भी नशे के प्रभाव से बचने के लिए सतर्क रहने की अपील की है और उनसे सहयोग करने का आग्रह किया है। पुलिस का कदम एक सातत सुरक्षा और नशा मुक्त समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे शहर के नागरिकों को सुरक्षित और स्वस्थ रहने का अधिकार मिल सकता है। पुलिस द्वारा इस तरह के ऑपरेशन से, नशे के बाजार में बदलाव लाने की कड़ी साजिश है, जिससे ऐसे व्यापारिक गतिविधियों को पूरी तरह से रोका जा सके।