-दीपक भाटी, समाचार संपादक
क्यों कहा कहने वाले ने कि कार्यक्रम कैसा होगा इसको लेकर हम बार-बार रहे हैं सोच? आयोजक बड़ा शानदार है उसने बुला ली है मुख्य अतिथियों की फौज? कहने वाले ने कहा अभी तक तो एक ही होता था मुख्य अतिथि वाला किरदार? मगर त्यागी जी ने यहां पर शॉट मारा है जोरदार? जनरल वीके सिंह, नरेन्द्र कश्यप, अजीत पाल त्यागी, संजीव गुप्ता, संजय कश्यप, सुनीता दयाल, राजीव शर्मा, दिनेश गोयल, केके शर्मा, अनिल अग्रवाल, संजीव शर्मा, बृजपाल तेवतिया को दिया गया है मुख्य अतिथि वाला किरदार? सीक्वेंस का भी बिगाड़ दिया है कार्ड में तालमेल? सच बता रहा हूं बड़ा मजा आयेगा जब शुरू होगा आयोजन का खेल?
क्यों कहा कहने वाले ने कि ताकतवर लेडी जनप्रतिनिधि 1.0 ने कर दिया है एकदम क्लीयर? कहा है हमारा कहीं से कहीं तक लोकसभा चुनाव लड़ने का इरादा नहीं है डियर? हमें पता है पार्टी पूरा करेगी हमसे अपना वादा? कुछ भी मिलेगा चाहे कम हो या ज्यादा? इसके बाद कर दी पूर्व वाली लेडी जनप्रतिनिधि ने अपनी मुस्कुराहट जारी? कहा चीजें धीरे-धीरे पटरी पर आ जायेगीं? हमने संभाली है ये किरदारी? लोकसभा चुनाव का मामला है बड़ा? चुनाव लड़ने के लिए काफी व्यवस्थायें ऐसी हैं जो नहीं है पास हमारे?
क्यों कहा कहने वाले ने कि सौम्य-सौम्य से दिखने वाले खादी वालो के आजकल तीखे-तीखे से नजर आ रहे हैं तेवर? सुना है अपने शब्दों में नहीं कर रहे हैं किसी की फेवर? सुना है जबसे उनकी भावनाएं जुड़ी हैं जनरली साहब के साथ? तब से तूफानी हो चुके हैं उनके शब्दों के अंदाज? कह रहे थे वो मिस्टर नागर से आंखों में आंखे डालकर? मन में हम भी बहुत कुछ लिये बैठे हैं? अपनी जुबान को सीये बैठे हैं? अब जो भी कुछ कहेंगे वो लाईव आकर कहेंगे बात? ना कोई तोड़-मरोड़ होगी, ना होगा लॉलीपोप वाला एहसास? शब्द होंगे हमारे तीखे, कुछ ऐसा होगा हमारा अंदाज? देखकर खादी वालों के तेवर, हमने देखा नागर जी ने जेब में रख लिया अपना फोन? उनके माथे की लकीरें देखकर लग रहा था कि कहीं लाईव वीडियो बनाने के लिए उन्हें करना ना पड़ जाये अपना फोन आॅन?
क्यों कहा कहने वाले ने कि जब देखे गागर में सागर भरने वाले भगवा नागर ने खादी वालों के तेवर? तो उन्होंने भी नीम सी बोली बोलनी शुरू की, त्याग दिया मीठा वाला जुबानी घेवर? जब उनसे हुआ शुक्ला जी की महानगर दावेदारी को लेकर सवाल? कहने वाले ने कहा वो तो आपके क्षेत्र से ही आते हैं, आप तो कर रहे होंगे उनका ख्याल? ये शब्द सुनकर दिखाया नागर जी ने अपना अलग अंदाज? कहा केके शुक्ला जी कौन हैं मैं नहीं जानता हूं साहब? फिर कुछ देर में उन्होंने चल ली जुबान से शब्दों की गुगली? कहा मैं तो विद्याधर शुक्ला जी को जानता हूं? केके जी कौन हैं, मैं फिर कह रहा हूं मैं उन्हें नहीं पहचानता हूं? सैन और धर्मेन्द्र ने भी मिलाई नागर जी की बात में बात? विजयनगर में बन गई है नई तिकड़ी? जिसका मौके पर प्रूफ दिख रहा था साफ?
क्यों कहा कहने वाले ने कि सपा के अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष का कार्यक्रम कराने के बाद नजर आ रहे हैं कुछ ज्यादा ही उत्साहित? सुना है कार्यक्रम के बाद वो अपने गुडवर्क की विज्ञप्तियां करा रहें है तैयार? दे रहे हैं संदेश कि इस युवा टीम ने काम कर दिया है जोरदार? कहने वाले ने कहा अभी इन्होंने ठीक से प्रोग्राम नहीं किये हैं चार? अभी अपनी मेहनत को और आगे तक ले जायें? इन्हे जानकारी होनी चाहिए कि सपा के खाते में तीन योजनाओं से दर्ज है बहुत बड़ी बड़ी हार? अगर कार्यक्रम कराकर ये समझेंगे इनका मजबूत है किरदार? इनकी ताकत हम तब मानेंगे जब ये प्रदेश अध्यक्ष की जनसभा करायें और कम से कम उसमें भीड़ जुटायें दस हजार?
क्यों कहा कहने वाले ने कि चलो आज तो आप मान ही लो हमारी बात? आज हो जायेगी महानगर अध्यक्ष की घोषणा? ऐसी पता चली है हमें बात? हमने भी सूचना देने वाले से कर दिया है स्पष्ट? कह दिया है अगर इस बार नहीं हुई घोषणा तो हमारी वजह से होगा तुम्हे होगा अच्छा खासा कष्ट? बताने वाले ने बताये फिर इसके बाद कुछ और ही जज्बात? कहा जो होगा अच्छा होगा, आप बिल्कुल भी टेंशन मत लो साहब? कहने वाले के शब्दों के समझ रहा था मैं तेवर? किस्सा एम और एस फैक्टर पर आकर टिक गया है? ऐ करने वालो आज कर देना घोषणा, आपकी इस लेटलतीफी से कार्यकर्ता बहुत झिक गया है?
क्यों कहा कहने वाले ने कि अपनी मुस्कान से सबको मोहित करने वाले भगवा अरोड़ा जी राजनीति में तो चाहते है अपनी भूमिका जोरदार? राजनीति के गलियारों में काफी सौम्य बताया जाता है उनका व्यवहार? मगर जिस अंदाज में करनी चाहिए उन्हें राजनीति, उस अंदाज का नहीं करते है ं वो इस्तेमाल? हमने देखा उनकी संगठन में आने की है ख्वाहिश? मगर सक्रियता को लेकर करनी होगी अभी उन्हें और भी जोर आजमाईश? हमने भगवागढ़ की राजनीति में एक चीज की है फार्इंड? यहां पर उस चेहरे को कुछ नहीं मिलता, जो हो जाता है आॅउट आॅफ द फेस एंड आॅउट आॅफ द माइंड?
क्यों कहा कहने वाले ने कि वैसे ही गाजियाबाद के तमाम वैश्य नेताओं से पूछ लेना एक सवाल? जब ताकतवर लेडी 1.0 लड़ी थी बड़ा वाला चुनाव? तब इन सबने सहयोग वाला कितना रखा था ख्याल? मैं बता रहा हूं इस प्रश्न का कोई भी भगवा जनप्रतिनिधि नहीं देगा जवाब? कुछ किया हो तो रखेगें तभी तो ये बात? कहने वाले ने कहा ना उन्होंने इनसे जिक्र किया, ना इन्होंने की उनकी फि क्र? पूरा चुनाव उन्होंने अपनी ताकत पर लड़ा? इसलिए कुछ वैश्य चेहरों के दिल से निकली है दर्द भरी आवाज? वजय यही है कि जब तुमने उनको नहीं पूछा तो फिर उनके ना पूछने पर क्यों लगी रही इन सबके सीने में आग?
क्यों कहा कहने वाले ने कि जब भी मैं बैठकर करता हूं अकेले में विचार? तो मुझे एक जैसा नजर आता है मिस्टर कूल और मिस्टर सावंरिया का किरदार? दोनों भक्ति के भाव में रहते हैं सराबोर? दोनों बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम को कराने में लगा रहे थे जोर? दोनों लगा चुके हैं बिजनेस को लेकर बैंकॉक का टूर? सुना है दोनों फिर बड़ा धार्मिक आयोजन करने जा रहे हैं अलग-अलग हुजुर? खास बात ये है कि एक ही शहर में रहते हुए दोनों नजर नहीं आते हैं एक साथ? सावंरिया ओ सावंरिया आखिर कैसे मिलते हैं आपके और मिस्टर कूल के एक साथ इतने अंदाज?
क्यों कहा कहने वाले ने कि जो सोच रहे थे मिस्टर भगवा डागर पहलवान और पहलवान के घेरे से दूर हो गये हैं याद? वो शायद गलतफहमी में है, अभी भी मिस्टर डागर का भरपूर है भगवा कमांडर से प्यार? हम देख रहे थे मिस्टर डागर कई घंटों रहे कमांडर के बर्थडे में मौजूद? इससे ज्यादा और क्या चाहिए मोहब्बत का सबूत? मिस्टर डागर तो मिस्टर डागर ही हैं आखिर वो खुद को कैसे कर सकते हैं इन दोनों दोस्तों से जुदा? काफी खुश नजर आ रहीं थी जन्मदिन पर उनकी एक एक अदा?
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