Ghaziabad: गाजियाबाद की जिला जेल में एचआईवी पॉजिटिव 7 कैदियों का पता चलना समाज में चौंका देने वाली घटना है। इसके साथ ही, 67 कैदियों में हेपेटाइटिस की उपस्थिति की जानकारी ने स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को चुनौती प्रदान की है। इस घटना के बाद, जिला स्वास्थ्य विभाग ने उत्तर प्रदेश एड्स नियंत्रण सोसायटी के मार्गदर्शन में डासना जेल में चलाए गए अभियान के दौरान सभी 4308 कैदियों की जांच की है, जिसमें से 7 कैदियों को एचआईवी संक्रमण की पुष्टि हुई है।
मिला चौंकाने वाला परिणाम
इस समय सभी कैदियों की जांच का परिणाम नागरिकों को चौंका देने वाला है। इस तथ्य के साथ-साथ, 18 कैदियों को हेपेटाइटिस बी और 45 कैदियों को हेपेटाइटिस सी का संक्रमण पाया गया है। इसके अलावा, 13 मरीजों में टीबी की उपस्थिति बताई जा रही है, और एक कैदी को सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज से पीड़ित मिला है। इस चौंकाने वाले खुलासे के बाद, सभी कैदी जेल से निकालकर अस्पताल में शिफ्ट किए गए हैं, जहां उनका इलाज तेजी से और निष्पक्षता से हो रहा है।
कितने हैं मरीज़
जिला स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद जिले में कुल 343 एड्स मरीज हैं, जिनमें से 275 अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती हैं। इस घड़ीची ज़रूरी बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग और समर्थन संगठनों ने इस मामले को गंभीरता से लेकर, इस पर सख्त कदम उठाने की योजना बना रखी हैं ताकि समाज में जागरूकता बढ़ाई जा सके और इस तरह के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके।
कार्रवाई जारी
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिला जेल में हुए इस घटना ने सामाजिक रूप से एक चेतावनी भी दी है। इसके पीछे आने वाले चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद, स्वास्थ्य विभाग ने सबकुछ नियंत्रित करने के लिए शीघ्र कदम उठाए हैं। सभी मरीजों की सख्त निगरानी और उनके इलाज में सहायता पहुंचाने के लिए तात्कालिक कार्रवाई की जा रही है।
विशेष टीम मौजूद
गाजियाबाद जिला जेल की इस घड़ी में हो रही तब्दीली के बारे में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी गहराई से चर्चा की है। जिला स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख ने इस मामले की निगरानी में एक विशेष टीम का गठन किया है जो इस स्थिति का सीधा प्रबंधन कर रही है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इसमें महत्वपूर्ण रूप से कदम उठाया जा रहा है ताकि एचआईवी और हेपेटाइटिस संक्रमण को रोकने के लिए सकारात्मक पहल की जा सके।
इस संकट का समाधान ढूंढ़ने में सहयोग के लिए अन्य संगठनों, एड्स नियंत्रण सोसायटी, और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने वाले गैर-सरकारी संगठनों से भी मदद मिल रही है। उन्होंने समाज को जागरूक करने और संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सकारात्मक कदमों की मांग की है। इस चुनौतीपूर्ण समय में, स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित प्रतिक्रिया देकर जिला जेल में स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है। इसके अलावा, सामाजिक संगठनों और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर एक सकारात्मक और सुरक्षित समाज की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है। इससे सामाजिक सजगता बढ़ाई जा सकेगी और सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।