बोलने लगे जादूगर की भाषा और रखा उनके पक्ष में तर्क
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। कभी कभी ऐसा होता है कि शिकारी खुद शिकार हो जाता है। शहर विधायक अतुल गर्ग शब्दों के खिलाड़ी हैं। उनके शब्द हमेशा सामने वाले को सम्मोहित कर लेते हैं। उनके पास शब्दों का एक ऐसा जादू है जो सामने वाले को हिप्नोटाईज करने की क्षमता रखता है। वो अपने तर्कों से सुनने वालों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
हिप्नोटाईज को आम बोलचाल की भाषा में बुद्धि बांधना कहा जाता है। इस कला में शहर विधायक अतुल गर्ग पारंगत माने जाते हैं। उनके पास आगंतुक जाता अलग विचार से है लेकिन उधर से लौटकर आता अलग विचार से है। मगर शनिवार को कुछ ऐसा हुआ कि शब्दों के जादूगर को एक कार्यक्रम में शर्मा जादूगर ने हिप्नोटाईज कर लिया। अतुल गर्ग यहां मैजिक देखने के लिए विद फैमिली गये थे और वो कोई लॉजिक ही नहीं दे पाये और मैजिक वालों की कला में आ गये।
खुद शहर विधायक अतुल गर्ग ने बताया कि उन्हें हिप्नोटाईज कर दिया गया था। अब जब शहर विधायक अतुल गर्ग हिप्नोटाईज हुए तो उन्होंने वही बोला जो जादूगर ने बुलवाना था। अतुल गर्ग ने जादू के शो में बताया कि जादूगर हमारे मेहमान हैं, वो हमारे शहर में आये हैं। जबतक जादूगर शर्मा गाजियाबाद में हैं तब तक हमें उनका पूरा ध्यान रखना है।
बात यहीं खत्म नही हुई और हिप्नोटाईज का असर ये हुआ कि शहर विधायक ने जादूगर का पक्ष लिया और ये अपील कर दी कि 45 दिन तक उनका शो शहर में चलेगा और कोई भी फ्री के टिकट या पास को ना कहे। लोग सुनकर चकित और बाद में शहर विधायक अधिक चकित कि ये कौन से शब्द थे जो उन्होंने ना जाने किस झोंक में कहे। हिप्नोटाईज इसी को कहते हैं और शहर विधायक अतुल गर्ग हिप्नोटाईज हो गये।
जब सफेद कबूतर उड़ाया और नया संदेश सियासत को बताया
शहर विधायक अतुल गर्ग मैजिक शो में पहुंचे और यहां जादूगर ने उद्घाटन जब उनसे करवाया तो सफेद रंग का कबूतर अतुल गर्ग के हाथों से उड़वाया। सफेद कबूतर वैसे भी शांति का प्रतीक होता है और सफेद कबूतर ने ये संदेश भी दिया कि भगवा गढ़ की सियासत को वैसे भी शांति वाले सफेद कबूतर की जरूरत है। क्योंकि कबूतर उड़ेगा तभी शांति आयेगी। लेकिन कबूतर भी जादूगर के जादू में था। उसे उड़ाया भले ही शहर विधायक अतुल गर्ग ने लेकिन वो उड़ने की फॉरमल्टी पूरी कर वापस स्टेज पर जाकर जादूगर के पास बैठ गया।
जनरल वीके सिंह से मुलाकात के बाद भगवा कमांडर का मिशन आशीर्वाद हुआ कम्प्लीट
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। भगवागढ़ में उनके रिपीट होने के बाद से ही आॅपरेशन आर्शीवाद चल रहा था। भगवा कमांडर संजीव...
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