मौजूदा परिस्थितियों को लेकर क्या शब्दों से दिया है कुछ तर्क
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। शहर विधायक एवं पूर्व राज्य मंत्री अतुल गर्ग अपने शब्दों का चयन बहुत सोच-समझकर करते हैं। उनके शब्दों के पीछे हमेशा एक संदेश होता है। यही वजह है जब वो विधानसभा के सदन में माइक थामते है तो एक रोचक वक्ता के रूप में शब्दों के तीर चलाते है। राजनीति में शब्द ही है जो लीडर के स्टाइल को तय करते है। शहर विधायक अतुल गर्ग ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के जन्मदिन पर उन्हें शुभकामनाएं देते हुए पुराना फोटो शेयर किया। फेसबुक पर शुभकामनाएं दी और ये साधारण शुभकामनाएं नहीं थी बल्कि इसके शब्द बता रहे थे कि वो राजनाथ सिंह को किस कदर मिस कर रहे है। उन्होंने लिखा कि राष्टÑीय अध्यक्ष होते हुए भी अपने संसदीय कार्यकाल में जो स्नेह, सम्मान, ममता राजनाथ सिंह के द्वारा गाजियाबाद की जनता और कार्यकर्ताओं को मिली वह हम कभी नहीं भूल पाएंगे। ऐसे राजनाथ सिंह जी शतायु हो हम सभी की कामना है। अब ये शब्द अपने आप में एक संदेश लिए हुए है, क्योंकि उनका ये कहना कि ‘‘राष्टÑीय अध्यक्ष होते हुए भी’’ यह बता रहे है कि अतुल गर्ग एक सांसद के रूप में राजनाथ सिंह के उस कार्यकाल को याद कर रहे हैं जब वह गाजियाबाद से लोकसभा सांसद थे और भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष थे। पुराने फोटो से पुरानी यादों को शब्दों के जरिए एक सधे हुए अंदाज में अतुल गर्ग ने जो कहा है उन शब्दों के मायने सियासत वाले समझ रहे है। रिश्तों की इस गर्माहट को सर्दी के मौसम वाले फोटो के साथ गरमी में शेयर किया है। तुलनात्मक रूप से शब्दों का चयन किया है और शायद मौजूदा परिस्थितियों को लेकर ये तर्क दिया है कि वर्क कितना ही हो लेकिन स्नेह, सम्मान में कमी नहीं आनी चाहिए।
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