वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। भाजपा लगातार अपने चुनावी मिशन पर काम कर रही है। वो सेवा पखवाड़ा बना रही है तो वो गांधी युग से मोदी युग का एक संदेश दे रही है। वो पर्यावरण को लेकर जनता के बीच है तो वो खादी को लेकर जनता के बीच है। समाज के हर वर्ग की विचारधारा वाली नब्ज को जान रही है और फिर खुद को जनता के बीच भाजपा अपनी विचारधारा के साथ समायोजित कर रही है।
इस कड़ी में अब एक नयी शुरूआत ओबीसी सम्मेलन से होने जा रही है। आम तौर पर ओबीसी का मतलब समाज के पिछड़े वर्ग से होता है। लेकिन यहां भाजपा नये मोडिफाई ओबीसी वर्ग के साथ आई है। ये ओबीसी तो हैं लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में एक मुकाम हासिल किये हुए हैं। ये जातिगत रूप से पिछड़ा वर्ग में आते हैं लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में ये कहीं से भी पिछडेÞ हुए नहीं हैं बल्कि शिक्षा में ये बहुत आगे हैं। ये वर्ग प्रबुद्ध वर्ग कहलाता है और इसमें सीए, प्रोफेसर, टीचर, वकील, डॉक्टर सहित कई प्रोफेशन से जुड़े लोग आते हैं। भाजपा ओबीसी वर्ग में ये नया प्रबुद्ध वर्ग लेकर आयी है और इस नयी शुरूआत को वो 30 सितम्बर से करने जा रही है। 30 सितम्बर को राजनगर एक्सटेंशन के एक फार्म हाउस में ये सम्मेलन आयोजित होगा। इस सम्मेलन में ओबीसी वर्ग के प्रबुद्ध चेहरे शिरकत करेंगे।
भाजपा की विचारधारा से जोड़ना है हमारा प्रमुख उद्देश्य: नरेन्द्र कश्यप
(करंट क्राइम)। भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेन्द्र कश्यप से करंट क्राइम ने उच्च शिक्षित ओबीसी सम्मेलन को लेकर बात की और उनसे यह जाना कि आखिर भाजपा ओबीसी सम्मेलन में प्रबुद्ध चेहरों को ही क्यों लेकर आ रही है तो यहां ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि यह लोकतंत्र की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह वो वर्ग है जो नीतियों को समझता है और सबसे बड़ी बात ये है कि ये वो बौद्धिक प्रबुद्ध वर्ग है जो दूसरों को बेहतर ढंग से समझा सकता है। हमारा उददेश्य भी ओबीसी वर्ग से ऐसे ही चेहरों से जुड़ना है ताकि ये चेहरे सम्मेलन में जो कुछ समझकर जायें उसे वह दूसरों को भी समझा सकें, बता सकें। नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि पिछड़ा वर्ग के शिक्षित वर्ग को भाजपा अपनी विचारधारा से जोड़ने के लिए प्रयासरत है। हम इस वर्ग को सरकार की नीति और रीति से अवगत करायेंगे। इस सम्मेलन में प्रबुद्ध वर्ग को प्रमुखता दी जायेगी।