Ghaziabad : गाजियाबाद में एक अपार्टमेंट बिल्डिंग में भीषण आग। आग भूतल पर लगने से सारे वाहनों की पार्किंग में लगी जिससे 16 वाहन जल गए। दुर्भाग्य से, धुएं के कारण पूनम शर्मा नाम की एक महिला की दम घुटने के कारण मृत्यु हो गई। फायर ब्रिगेड और पुलिस जब तक मदद के लिए आई, पूनम अपना डैम तोड़ चुकीं थीं। इमारत में फंसे कई लोगों को फायर ब्रिगेड व पुलिस ने मिलकर बचाया। इस बिल्डिंग में 4 इमारतें हैं जिनमें कुल मिलाकर लगभग 50 अपार्टमेंट हैं और लगभग 120 लोग वहां निवास करते हैं। रात को आग लगने के समय पर सब सो रहे थे। आग लगने और धुंए की भनक लगते ही सभी छत की ओर भागने लगे व छत पर चढ़कर रस्सियों से पुल बनाकर दूसरी इमारत की ओर भागने में सफल रहे।
दम घुटने के कारण मौत
50 वर्ष की पूनम शर्मा और उनके 52 वर्ष के पति नवीन शर्मा अपने अपार्टमेंट में सो रहे थे, तभी अचानक धुएं के कारण उनकी नींद खुल गई। पूनम बालकनी से मदद के लिए चिल्लाई और पुलिस उन्हें बचाने के लिए पास के बिजली संयंत्र से सीढ़ी लेकर आई। जब उन्हें उनके अपार्टमेंट से बचाया गया तो वे दोनों बेहोश थे। अफसोस की बात यह है कि लाख कोशिशों के बाद भी पूनम शर्मा नहीं बच पाई और डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, लेकिन नवीन शर्मा को इलाज के लिए दिल्ली के एक अस्पताल में ले जाया गया।
16 गाड़ियां भस्म
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने बताया कि अंकुर विहार नामक अपार्टमेंट बिल्डिंग में शुक्रवार को आग लगने की घटना हुई। जब उन्हें आग लगने की खबर मिली तब उन्होंने तुरंत ही फायर ब्रिगेड की टीम इमारत में भिजवाई । जब वे पहुंचे तो देखा कि ग्राउंड फ्लोर पर खड़ी कारों में आग लगी हुई थी। उन्होंने आग बुझाने का काम शुरू किया और इमारत के अंदर फंसे लोगों को बचाने में भी मदद की। दुर्भाग्य से, लोगों को बचाने के दौरान फायर ब्रिगेड प्रमुख और अंकुर विहार के प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मी जल गए। सभी कर्मियों को अच्छी सुविधाओं के साथ चिकित्सालय में इलाज कराया जा रहा है।
इस खतरे की घडी में जहाँ सब अपने जीवन के लिए जूझ रहे थे, ऐसे में रस्सियों से बना एक खास तरह का पुल बनाकर रेस्क्यू लोगों को रेस्क्यू करने के प्रयास चालू किया गया था। रस्सी का पुल मजबूत और सुरक्षित होने के कारण सबको बचाने में सफल साबित हुआ।
जब भीषण आग लगी तो साहिबाबाद फायर स्टेशन और कोतवाली फायर स्टेशन से दमकलकर्मी तुरंत मदद के लिए आए। उन्होंने एक ऊंची इमारत की छत पर फंसे लोगों को बचाया और सुनिश्चित किया कि वे सुरक्षित हैं। दुर्भाग्यवश, आग में चार कारें और चार बाइकें पूरी तरह जल गईं। आखिरकार आग पर काबू पाने में दमकलकर्मियों को चार घंटे की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान मदद के लिए पुलिस और फायर ब्रिगेड भी मौजूद थी। प्लाट बी में बने भवन की छत पे फंसे सब लोगों को सुरक्षित किया गया। अंत में पुलिस और फायर ब्रिगेड की सहायता से सबकी जान बच गयी।
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