Ghaziabad: सुबह गाजियाबाद में कई स्थानों पर एक चिंगारी की लपट में कूड़े में आग लगी दिखाई दी, जिससे वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। इस चिंगारी के प्रकोप के बावजूद, गाजियाबाद प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करने का दृढ़ निर्णय लिया है और अब तक 18 ऐसे मामले पकड़े गए हैं।
ग्रेप-4 हुआ लागू
गाजियाबाद में पूरे एनसीआर में बढ़ते हुए वायु प्रदूषण को देखते हुए, प्रशासन ने ग्रेप-4 को लागू किया है और वायु की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए सेटेलाइट से निगरानी की जा रही है। इस मुद्दे पर नगर निगम के अधिकारी भी भरपूर दावे कर रहे हैं कि वे प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हर संभाव प्रयास कर रहे हैं। सेटेलाइट के तहत निगरानी में सहायक बने हुए तीन नगर निगम कर्मचारी भी जुट गए हैं, जो कूड़े को जला रहे थे। इसके बाद, नगर निगम ने उन कर्मचारियों के खिलाफ जुर्माना और कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है।
प्रदूषण में काफी हुई बढ़ौतरी
कई स्थानों पर चिंगारी की बौछार के बावजूद, नगर निगम के ही कुछ कर्मचारी अपनी अव्यवस्थितता के बावजूद शहर में कूड़ा जला रहे थे और इसका आगामी दिनों में गंभीर परिणाम हो सकता है। इस घटना की सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त हुई है और इसे बचाने के लिए उच्चतम स्तर पर संज्ञान रखा जा रहा है।प्रदूषण को कम करने के लिए कठिन कदम उठाने का दावा करने वाले नगर निगम के अधिकारियों ने शहर के वातावरण को सुरक्षित रखने के लिए आगे बढ़ने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, वे इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर, स्थानीय लोगों को भी प्रदूषण को रोकने के लिए सकारात्मक कदम उठाने की अपील कर रहे हैं।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस प्रदूषण के मुद्दे का समाधान किया जा सके, नगर निगम ने सहायता के लिए प्रशासन और लोगों से सहयोग मांगा है। इससे सिद्ध होता है कि सभी स्तरों पर एक वायु प्रदूषण मुक्त शहर की दिशा में अग्रसर होने की संकल्पना बनी हुई है और इसके लिए सभी लोग साथ मिलकर काम कर रहे हैं।इस तरह, गाजियाबाद में प्रदूषण की समस्या का समाधान एक एक्टिव और सहकारी समूह के साथ मिलकर संभावित है। यह समस्या न केवल प्रशासन और नगर निगम की जिम्मेदारी है, बल्कि हर नागरिक की भी है और उसे इसे हल करने में अपना योगदान देना चाहिए।
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