दरअसल कांग्रेस पार्टी ने कोरोना महामारी के मद्देनजर उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में अगले 15 दिनों तक सभी बड़ी रैलियों को स्थगित कर वर्चुअल प्रचार करने का फैसला किया है। इसी के तहत कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार को उत्तरप्रदेश में वर्चुअल रैली करेंगी।
इसी निर्णय को आगे बढ़ाते हुए अब कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में होने वाली सभी बैठकों को पार्टी वर्चुअल करेगी। इसी क्रम में शुक्रवार और शनिवार को होने वाली कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक भी वर्चुअल होगी। जिसमें गोवा और पंजाब के विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों का चयन किया जायेगा। गोवा में कांग्रेस 8 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर चुकी है, जबकि पंजाब में पहली सूची के लिए नामों पर अंतिम मुहर लगाई जायगी। वहीं इसके अलावा भी 8, 9 और 10 जनवरी को पार्टी की ओर से अन्य बड़ी बैठकें बुलाई गई हैं। ये बैठकें भी वर्चुअल ही होंगी, जिनमें कांग्रेस के सभी महासचिव, राज्यों के प्रभारी और सभी प्रदेश के अध्यक्ष मौजूद रहेंगे। इस बैठक में पार्टी की सदस्यता अभियान, जनजागरण अभियान और प्रस्तावित आंदोलन को लेकर चर्चा की जायेगी।
इससे पहले इन तीन दिन तक चलने वाली बैठक को कांग्रेस वॉर रूम में बुलाया गया था। जिसे स्थगित कर फिलहाल वर्चुअल रखा गया है। इन बैठकों में चुनावी राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के अलावा झारखंड और तेलंगाना के भी अध्यक्ष मौजूद रहेंगे।
पार्टी की ओर से 9 जनवरी को 11 राज्यों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है, जिसमें कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब जैसे राज्य शामिल हैं। जबकि 10 जनवरी को उत्तर-पूर्वी राज्यों के प्रभारी और प्रदेश अध्यक्षों को बुलाया गया है। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के अंदर नए अध्यक्ष पद के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिसका नेतृत्व कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री कर रहे हैं। उनकी अगुवाई में देशभर में पार्टी सदस्यता अभियान चला रही है। आगामी मार्च तक पार्टी में इसकी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। मधुसूदन मिस्त्री के अनुसार यदि पार्टी समय पर चुनाव प्रक्रिया संपन्न करती है तो इस साल सितंबर तक कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल जाएगा।
गौरतलब है कि 2019 में राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद से सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर पार्टी को संभाल रही हैं। पार्टी में लंबे समय से चुनाव प्रक्रिया के तहत नए अध्यक्ष का चुनाव कराने की मांग लंबे समय से उठ रही है। कांग्रेस के जी-23 ग्रुप के सदस्य भी यही मांग कर रहे हैं।