Ghaziabad Breaking news: गाजियाबाद नगर निगम ने वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में नवाचारी पहल की ओर बड़ा कदम उठाते हुए कूड़ा निस्तारण से उत्पन्न होने वाली लाखों मेट्रिक टन कूड़े को बिजली में बदलने के लिए एक अद्वितीय योजना तैयार की है। इस महत्वपूर्ण पहल के तहत, गाजियाबाद के गालंद क्षेत्र में कूड़ा वेस्ट टू एनर्जी प्लांट को तत्परता से लागू किया जाएगा। नगर निगम ने इस क्षेत्र में जरूरी 35 एकड़ ज़मीन खरीदने का निर्णय लिया है, जिसका प्रबंधन शासन ने निगम को सौंपा है।
ये है योजना
गाजियाबाद नगर निगम द्वारा बनाई गई इस योजना के मुताबिक, कूड़ा निस्तारण से निकलने वाले ट्रैश से एक न्यूनतम 45 मेगावाट बिजली उत्पन्न की जाएगी। इस योजना के अनुसार, गाजियाबाद के गालंद क्षेत्र में टेंडर द्वारा नीदरलैंड की कंपनी, जीसी इंटरनेशनल, को कार्य संचालित करने का अधिकार हासिल हुआ है। यह कंपनी कूड़े से बिजली उत्पन्न करने में अपनी विशेषज्ञता से माहिर है।
जानिए तकनीक
गाजियाबाद नगर निगम ने 2019 में गालंद क्षेत्र के किसानों से 35 एकड़ ज़मीन की खरीद की थी, जिसे नगर निगम को सौंपा गया है। इस क्षेत्र में कूड़े से बिजली उत्पन्न करने के लिए बनाए जा रहे प्लांट के लिए उपयुक्त ज़मीन नगर निगम के पास है। कूड़े से बिजली तैयार करने की इस नई तकनीक के माध्यम से गाजियाबाद नगर निगम ने वेस्ट मैनेजमेंट में एक सुधार का कदम और बढ़ाया है। इसके माध्यम से कूड़ा निस्तारण को एक नए दृष्टिकोण से देखा जा रहा है, जिससे नगर में उत्पन्न होने वाले कचरे को उपयोगी ऊर्जा में परिणामीत किया जा सकेगा।
नगर निगम के इस परियोजना के अंतर्गत जीसी इंटरनेशनल कंपनी को कार्य शुरू करने के लिए तत्परता से काम करने का आदान-प्रदान हो रहा है। इसके साथ ही यह आशा है कि इस प्रक्रिया में कोई देरी नहीं होगी, और जल्द ही गाजियाबाद को एक और सुस्त और सुरक्षित ऊर्जा स्रोत मिलेगा।
इस प्रक्रिया के अंतर्गत, नगर निगम ने नीदरलैंड की कंपनी, जीसी इंटरनेशनल, के साथ एक एमओयू साइन किया है, जिससे इस प्रक्रिया को अमल में लाने का कार्य शुरू हो सकता है। इसके लिए कंपनी ने तत्परता से काम करने की इजाजत मांगी है, और उम्मीद है कि यह प्रक्रिया तेजी से शुरू होगी, जिससे गाजियाबाद को नए और साफ ऊर्जा स्रोतों का लाभ होगा।