Ghaziabad: प्रधान ग्रामीण विवेक चंद्र यादव ने क्राइम नियंत्रण में वृद्धि करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में कई पुलिसकर्मियों को नई जिम्मेदारियों के साथ ताबड़तोड़ प्रदर्शन करते हुए उन्हें चौकी प्रभारी नियुक्त किया है। इस कदम के बाद, एक चौकी प्रभारी को हटाकर उसे थाने से जोड़ा गया है, जिससे क्षेत्र में नए उत्साही और कुशल प्रबंधन कर्मियों का समर्थन मिलेगा।
इन्हे मिला है मौका
ग्रामीण क्षेत्र में अपराध नियंत्रण के लिए कदम उठाने का निर्णय लेते हुए, पुलिस उपायुक्त ने पांच दरोगाओं को नई जिम्मेदारियों में नियुक्त किया है। इस में शामिल हैं दरोगा यश कुमार, जो अब नगर अंकुर विहार थाने के चौकी प्रभारी बनेंगे, राहुल कुमार शर्मा जो चिरोड़ी क्षेत्र में चौकी प्रभारी नियुक्त होंगे, और पतला क्षेत्र में प्रेम कुमार, जो अब चौकी प्रभारी के रूप में कार्यरत होंगे। इस नए कदम के माध्यम से, प्रधान ग्रामीण विवेक चंद्र यादव ने कहा है कि वे ग्रामीण क्षेत्र में पुलिसकर्मियों को और ज्यादा सशक्त बनाने के लिए इन कदमों का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी जताया है कि इस समय क्राइम के क्षेत्र में निर्धारित क्रियावली करने के लिए ऐसे कदम अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
क्या है उद्देश्य
पिछले सप्ताह, ग्रामीण क्षेत्र में 90 पुलिसकर्मियों और दरोगाओं का तबादला किया गया था, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में और भी बेहतर निर्देशन और प्रबंधन की सुनिश्चितता को बढ़ावा देना था। इस परियोजना के चलते, पुलिस उपायुक्त ने ग्रामीण क्षेत्र की सुरक्षा बनाए रखने के लिए सकारात्मक कदम उठाये हैं, जिससे लोगों में विश्वास और सुरक्षा की भावना में सुधार होगा। इससे ग्रामीण क्षेत्र की आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी, जिससे अपराध कम होगा और सामाजिक अनुशासन में सुधार होगा।
इस प्रयास के माध्यम से प्रधान ग्रामीण विवेक चंद्र यादव ने स्थानीय पुलिस दल को मजबूत बनाने का संकल्प दिखाया है, जो कि ग्रामीण क्षेत्र की सुरक्षा और क्राइम नियंत्रण में सहायक हो सकता है। इस तरह, नई जिम्मेदारियों को सौंपकर एक पुलिस उपायुक्त ने ग्रामीण क्षेत्र में सुरक्षा और क्राइम नियंत्रण को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे क्षेत्र की जनता को और भी सुरक्षित महसूस होगा। इस समझदारी और कठिनाइयों के बावजूद, यह निर्णय लिया गया कि कुछ चौकी प्रभारियों की जिम्मेदारी में बदलाव करना आवश्यक है, ताकि ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस प्रेरणा को और बढ़ावा मिले और स्थानीय लोग भी अपनी समस्याओं को पुलिस से साझा करने के लिए आत्मनिर्भर महसूस करें।
इस नए कदम के बारे में चर्चा करते हुए, पुलिस उपायुक्त ने कहा कि यह एक प्रयास है जो सामाजिक सुरक्षा को स्थायी रूप से मजबूती देगा। यह नई जिम्मेदारियां न शिर्षकों की साक्षरता में सुधार करेंगी बल्कि स्थानीय अधिकारियों को भी सहयोग और आदर्शों का सामर्थ्य प्रदान करेंगी। इसी प्रकार, यह समर्थन और साथीभाव के साथ नए प्रयास से ग्रामीण क्षेत्र में एक नया परिवर्तन लाने की कोशिश हो रही है, जो कि एक सुरक्षित, सुरक्षित, और भविष्य निर्माण करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
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