शहर की नई सरकार बने चार माह से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन इतने लंबे समय बाद भी शहरी जनता टूटी सड़कों, पथ प्रकाश व्यवस्था, सीवर और गंदगी की समस्या से जूझ रही है।
नन्द किशोर उपाध्याय
गाजियाबाद, करंट क्राइम। हालांकि अब नगर निगम प्रशासन द्वारा दीपावली से पहले नगरीय क्षेत्र की सड़कों को सही करने और पथ प्रकाश व्यवस्था को बेहतर करने के लिए नई स्ट्रीट लाईटें लगाए जाने का दावा किया है। वहीं यदि नगर निगम क्षेत्र के पार्कों की बात की जाए तो पार्क भी बदहाल हालत में अपनी दुर्दशा पर आंशू बहा रहे है। अधिकांश पार्कों में बच्चों के मनोरंजन के लिए लगे झूले टूट चुके है।
घास सूखकर खत्म हो चुकी है या फिर लंबी-लंबी घास हो चुकी है और हरियाली के नाम पर पार्क में सूखी लकड़ियों के ढ़ेर लगे हुए है। अभी हाल ही में हुई बोर्ड बैठक में पार्षदों द्वारा पार्कों की बदहाल हालत के बारे में अपना दर्द बंया करते हुए बताया गया था कि कई पार्कों में माली की ही व्यवस्था नहीं है।
सीन-1 वार्ड-8
शहीद प्यारे लाल पार्क, मालीवाड़ा: टूटे हुए है झूले
करंट क्राइम। शहीद प्यारे लाल पार्क, मालीवाड़ा की स्थिति काफी दयनीय है। पार्क में असामाजिक तत्वों का अड्डा बना रहता है। पार्क में हरियाली के दर्शन दूर-दूर तक नहीं हुए। हालांकि पार्क में कुछ झूले लगे हुए थे। लेकिन उनकी स्थिति ऐसी नहीं थी कि उन पर बच्चे झूल सकें। पार्क में देखरेख के अभाव में स्लाइडिंग वाले झूले को लोहे की आरी से काट दिया गया है, जिसका कुछ हिस्सा चोरी हो चुका है और बाकी हिस्सा कुछ समय में चोरी हो जाएगा। वहीं पार्क में ही एक बड़ा खुला हुआ ट्रांसफार्मर लगा हुआ है जिस पर किसी भी प्रकार का बचाव कवर नहीं लगा हुआ है। यदि पार्क में बच्चे खेलने के लिए आते भी है तो गंभीर हादसा होने का खतरा हमेशा बना रहता है। पार्क में कहीं भी हरी घास तक नहीं है।
सीन-2 वार्ड-9
श्री महर्षि कश्यप पार्क, पटेल नगर द्वितीय: जर्जर हो चुकी है बाउंड्री वॉल
करंट क्राइम। श्री महर्षि कश्यप पार्क, पटेल नगर द्वितीय के हालात भी कुछ अलग ही कहानी बंया कर रहे है। नगर निगम के उद्यान विभाग से जुड़े किसी भी अधिकारी के पास पार्क की स्थिति देखने की फुर्सत नहीं है। पार्क की बाउंड्री वॉल का प्लास्टर जगह-जगह से गिर चुका है, जिससे पार्क की बाउंड्री वॉल कभी भी गिर सकती है। हर समय गंभीर घटना होने का अंदेशा भी बना रहता है। पार्क में लगी महर्षि कश्यप की प्रतिमा भी देखरेख और साफ-सफाई के अभाव में जर्जर हो चुकी है। हरियाली के दूर-दूर तक दर्शन नहीं है। वहीं पार्क में बच्चों के लिए झूले भी नहीं है। पार्क में पेड़-पौधों को पानी देने के लिए लगा समरसेविल का भी थोड़ा सा हिस्सा खुला हुआ है, जिससे बच्चों के चोट लगने का भी खतरा बना रहता है।
सीन-3 वार्ड-11
नंदग्राम ए ब्लॉक पार्क: टूटा गेट और सुखाए जा रहे हैं कपड़े
करंट क्राइम। नंदग्राम ए ब्लॉक पार्क के हाल भी बेहाल बने हुए है। पार्क की बाउंड्री वॉल जगह-जगह से टूटी हुई है। पार्क का गेट भी टूट कर गायब हो चुका है। जिस पार्क में हरे पेड़-पौधे लगने चाहिए थे, उस पार्क में आसपास के निवासियों द्वारा कपड़े सुखाने के लिए उपयोग किया जा रहा है। ऐसे में क्षेत्रवासियों का कहना है कि जब पार्क में हरियाली ही नहीं है तो पार्क में भी जाने का क्या फायदा है। वहीं पार्क में गेट न होने के कारण आवारा जानवरों का भी अड्डा बना रहता है।
सीन-4 वार्ड-11
नंदग्राम बी ब्लॉक पार्क: बदहाली पर बहा रहा है आंशू
करंट क्राइम। नंदग्राम बी ब्लॉक पार्क भी अपनी बदहाली पर आंशू बहा रहा है। पार्क के हालत इतने खराब हो चुके है कि निगम द्वारा पार्क में ताला ही लगा दिया गया है। जिससे क्षेत्रवासी पार्क का उपयोग ही न कर पाएं। पार्क में जगह-जगह सूखी लकड़ियों और सूखी घास के ढ़ेर लगे हुए है। पार्क के एक थोड़े से हिस्से में लगी घास भी देखरेख के अभाव में काफी लंबी हो चुकी है। जिसमें जहरीले जीव-जंतु भी छिप कर बैठे रहने का डर बना रहता है। हालांकि पार्क में ताला लगा होने से क्षेत्रवासी पार्क का उपयोग ही नहीं कर पाते है।
मेयर के निशाने पर हैं उद्यान प्रभारी!
करंट क्राइम। अभी हाल ही में मेयर सुनीता दयाल ने नर्सरियों का निरीक्षण कर नर्सरियों में तमाम अनियमितताएं पकड़ी थी। जिन नर्सरियों में पेड़-पौधे बिकने चाहिए थे, वहां मछलियां और रेत-सीमेंट बिक रहे थे। जिसके बाद मेयर ने कड़ी नाराजगी जताते हुए जिम्मेदार अधिकारी को भी निशाने पर लिया था। उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज, नगर निगम में उद्यान विभाग के साथ-साथ पशु विभाग को भी संभाल रहे है। साथ ही उनको पार्कों की बाउंड्री वॉल के निर्माण संबंधित कार्य का भी प्रभार दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि निगम क्षेत्र के पार्कों और बाउंड्री वॉल की हालत को देखते हुए निर्माण संबंधित कार्य का वापस लिया जा सकता है।
पार्कों में चलेगा विशेष सफाई अभियान: नगरायुक्त
करंट क्राइम। अभी हाल ही में नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने शहर और पार्कों को हरा-भरा बनाने के लिए उद्यान विभाग के साथ बैठक कर योजना बनाई है। बैठक में नगरायुक्त ने न सिर्फ उद्यान प्रभारी से बात की, बल्कि सबसे अहम कड़ी माली से भी खुलकर बात की और शहर को हरा-भरा बनाने के लिए राय मशविरा किया था। नगरायुक्त ने उद्यान विभाग के मालियों, हेड मालियों, सुपरवाइजर, प्रभारी उद्यान सहित अन्य संबंधित अधिकारियों से सीधा संवाद कर शहर की सुंदरता को बेहतर करने के लिए विशेष चर्चा की। साथ ही नगरायुक्त ने गाजियाबाद के पार्कों मे विशेष सफाई अभियान चलाने के निर्देश
दिये है।