भारत के एकलौते MotoGP रेसर K.Y. Ahmed कहते हैं कि इतने सारे देशों के बड़े-बड़े रेसर्स के साथ रेसिंग करना मेरे लिए गर्व की बात है. मैं अकेला हूं जो अपने देश को रिप्रेजेंट करता हूं. हालांकि अभी मैं मोटोजीपी 3 के लिए रेसिंग करता हूं, लेकिन उम्मीद है कि बहुत जल्द मुख्य रेस में भी हिस्सा लूंगा.
मोटोजीपी रेस Greater Noida में आयोजित हो रहा है, जिसमें 41 देशों के 82 राइडर्स भाग ले रहे हैं. लेकिन K.Y. Ahmed इन सभी राइडर्स में एकलौते भारतीय राइडर हैं. 25 साल के Ahmed एक मोटोजीपी-3 रेसर हैं और वे चेन्नई के निवासी हैं.
‘देश के लिए खेलना गर्व की बात’
इकलौते भारतीय रेसर K.Y. Ahmed कहते हैं कि इतने सारे देशों के बड़े-बड़े रेसर्स के साथ रेसिंग करना मेरे लिए गर्व की बात है. मैं अकेला हूं जो अपने देश को रिप्रेजेंट करता हूं. हालांकि अभी मैं मोटोजीपी 3 के लिए रेसिंग करता हूं, लेकिन उम्मीद है कि बहुत जल्द मुख्य रेस में भी हिस्सा लूंगा.
‘गैरकानूनी रूप से सड़क पर कर रहा था रेसिंग’
Ahmed बताते हैं कि मुझे बचपन से ही बाइक रेसिंग का शौक था. 15 साल की उम्र में अपने शहर में सड़क पर बाइक रेसिंग कर रहा था. सड़क पर इस तरह से रेस लगाना गैरकानूनी है, हालांकि मुझे उस वक्त कानून के बारे में इतना पता नहीं था. सड़क पर मेरी रेसिंग देखकर एक प्रोफेशनल रेसर ने मुझसे कहा कि तुम्हें प्रोफेशनल राइडिंग में प्रैक्टिस करनी चाहिए. उन्होंने ही मुझे बताया कि चेन्नई में बाइक रेसिंग के लिए ट्रैक भी है, जो कि मुझे नहीं पता था, और इस तरह से मेरी जर्नी शुरू हो गई.
‘मां-बाप नहीं मान रहे थे’
Ahmed बताते हैं कि बाइक रेसिंग इंडिया में बहुत प्रचलित नहीं है. जैसे ही मैंने अपने घरवालों को बताया कि मैं बाइक रेसिंग करना चाहता हूं, वो नाराज हो गए. मेरी मां ने तुरंत इंकार कर दिया क्योंकि उनको डर था कि कहीं मुझे चोट ना लग जाए, लेकिन फिर मेरे कोच ने घरवालों को समझाया. उसके बाद बड़ी मुश्किल से मेरी मां मान गईं और मेरी ट्रेनिंग शुरू हो गई.
‘मोटोजीपी से यंग राइडर्स के लिए खुलेंगे रास्ते’
Ahmed कहते हैं कि हमारे देश में अभी मोटोजीपी जैसे आयोजन बहुत मशहूर नहीं हैं, लेकिन इस तरह की रेस का इंडिया में होने से नए राइडर्स को बहुत फायदा मिलेगा. अभी उनके लिए अवसर बहुत कम दिखाई पड़ते हैं लेकिन आने वाले वक्त में और खासकर इस आयोजन के बाद उनके लिए और रास्ते खुलेंगे.
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