तो डगमगा जाएंगे कांवड़ियों के कदम!
लगभग 9 किलोमीटर मार्ग में पड़ती हैं कई प्रमुख कॉलोनियां और सोसायटियां
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। सावन मास की शुरूआत हो चुकी है और कांवड़ को लेकर जिलेभर में तैयारियों का सिलसिला जोरों पर है। पुलिस-प्रशासन सड़कों को सुधारने गड्ढा मुक्त करने और कावड़ियों के कदम डगमगाए ना इसलिए सड़कों पर पैर्च वर्क कराया जा रहा है लेकिन दुहाई रेलवे स्टेशन से लेकर मधुबन बापूधाम थाने के मुख्य मार्ग की दशा ऐसी है कि जगह-जगह गड्ढे हैं। थोड़ी सी दूरी पर ही हादसा होने का डर सताता रहता है। रात के वक्त अंधेरा लोगों को मार्ग बदलने के लिए मजबूर कर देता है। लगभग नौ किलोमीटर लंबे इस मार्ग में कई जगह गहरे गड्ढे, संकरा रास्ता और शिव भक्तों के कदमों को डगमगाने के साथ उनके कदम भी रोक सकता है, अगर प्रशासन ने समय रहते यहां पर काम नहीं कराया और प्रकाश की व्यवस्था नहीं कराई तो इस मार्ग से जुड़ी कालोनियों में रहने वाले शिव भक्तों को घर लौटने में काफी परेशानी हो सकती है। दैनिक करंट क्राइम की टीम ने शनिवार को बारिश होने के बावजूद इस मार्ग का निरीक्षण किया और गड्ढों और टूटी सड़क की तस्वीरों को कैमरे में कैद किया। हमारी कोशिश है कि टूटी सड़कों की दशा बदले ताकि इस मार्ग पर आने वाले शिव भक्तों को परेशानी ना हो और वह सुगंम मार्ग से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
गहरे गड्ढे और टूटा मार्ग धीमी कर देते हैं रफ्तार
इस मार्ग पर निकलने वाले वाहन चालकों को तो परेशानी उठानी पड़ती है अगर इस मार्ग पर शिव भक्तों की बड़ी भीड़ आ जाएगी तो उनके कदम ठहर जाएंगे और रफ्तार भी धीमी हो जाएगी। दरअसल इस मार्ग पर लगभग 20 से ज्यादा गड्ढे हैं। साथ ही यह रास्ता घुमावदार होने की वजह से संकरा है। सड़क जगह-जगह क्षतिग्रस्त है और गहरे गड्ढे इतने जोखिम भरे हैं कि अगर उसमें दुपहिया या चौपहिया वाहन फंस जाएगा तो निकाला जाना भी मुश्किल भरा काम है। साथ ही जगह-जगह सड़क टूटी होने की वजह से पत्थर के छोटे-छोटे कंकड़ शिव भक्तों के कदमों पर जख्म देने का भी काम कर सकते हैं। ऐसे में शिव भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो यहां पैच वर्क और सुधार कार्य आवश्यक है।
लंबे समय से नहीं हुआ है मरम्मत का कार्य, अब हो रही है परेशानी
बारिश का महीना शुरू हो चुका है। मानसून दस्तक दे चुका है। सावन मास में होने वाली बारिश ने टूटी सड़कों की हालत और खस्ता कर दी है। जगह-जगह सड़क टूट रही है, गड्ढों में पानीभर गया है और कीचड़ मार्ग पर फिसलन, स्पीड अवरुद्ध कर रहा है। ऐसे में अगर समय-समय पर यहां पैचवर्क और सुधार कार्य होता तो कांवड़ यात्रियों को इस मार्ग से आने जाने में असुविधा ना होती। साथ ही उनके कदम भी इधर ना रुकते।
नहीं चेता प्रशासन तो हो सकता है हादसा
दुहाई रेलवे स्टेशन से लेकर मधुबन बापूधाम थाने से एनडीआरएफ की रोड पर जगह-जगह पूरी सड़क पर गहरे गड्ढे और संकरा मार्ग पर बारिश के बाद कीचड़ पर ध्यान नहीं दिया गया तो यहां कोई हादसा भी हो सकता है। इस मार्ग पर यातायात का दबाव कम रहता है, तो लोग तेज रफ्तार चलते हैं और ऐसे में कांवड़ियों को भी इस मार्ग से निकालने के लिए यातायात और सिविल पुलिस को ठीक प्रकार से ड्यूटी लगानी होगी।
इन इलाकों के शिव भक्तों को कब मिलेगी राहत
कांवड़ यात्रा के दौरान इस मार्ग पर हजारों कावड़िये अलग-अलग कॉलोनियों और सोसायटियों से जुड़े हैं और वह यहां के निवासी हैं अगर इस मार्ग की मरम्मत हो जाती है और गहरे गड्ढे भर दिए जाते हैं और पैचवर्क हो जाता है तो उनका मार्ग आसान हो जाएगा। लगभग नौ किलोमीटर का यह लंबा मार्ग उनके लिए एक शॉर्टकट है जो उनको मेरठ रोड और राज नगर एक्सटेंशन चौराहे से पहले ही इस मार्ग से उनके घरों तक पहुंचा देगा। इस मार्ग पर आने वाले कावड़िए अधिकतर एनडीआरएफ रोड, कृष्णा गार्डन, बालाजी एंक्लेव ,रहीसपुर, सदरपुर गांव, कैलाशपुरम, केशव कुंज, अक्षय एंक्लेव, गोकुल विहार, गोविंदपुरम पंचशील, विष्णु गार्डन, मिशरगढ़ी, शास्त्री नगर, हरसांव, महिंद्रा एंक्लेव, चिरंजीव विहार, अवंतिका और एनएच-09 से जुड़े इलाकों रहने वाले शिव भक्त इस मार्ग से आते हैं और उनके लिए यह एक शॉर्टकट रास्ता है अगर इस रास्ते को समय रहते दुरुस्त न कराया गया तो शिव भक्तों को बड़ी परेशानी उठानी होगी।
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