प्रतिबंधित मार्ग पर आना और हेलमेट नहीं लगाना बना हादसे की वजह
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। कांवड़ यात्रा के दौरान गाजियाबाद में अलग-अलग सड़क हादसों में चार कांवड़ियों की जान गई तो एक कांवड़िये की करंट लगने से मौत हुई। अगर इन अलग-अलग हादसों ने कांवड़ियों की जान ना जाती तो यात्रा का और ज्यादा सुखद अंत हो सकता था। हालांकि इन हादसों के पीछे लापरवाही और गैर जिम्मेदारानापन अधिक जिम्मेदार माना जा रहा है।
एसपी देहात डा. ईरज राजा ने बताया है कि कांवड़ियों के लिए मेरठ एक्सप्रेसवे को प्रतिबंधित किया था। बावजूद इसके कांवड़ियों की भीड़ इस मार्ग पर आती रही और हादसों में जितने भी कांवड़ियों की मौत हुई है किसी ने हेलमेट नहीं लगाया हुआ था। उधर साहिबाबाद में करंट लगने से हुई कावड़िए की मौत के मामले में भी लापरवाही यह थी कि कांवड़िये ने चप्पल नहीं पहने हुए था, उसका शरीर भीगा हुआ था अगर इन हादसों को ना याद रखा जाए तो इस बार गाजियाबाद में कांवड़ यात्रा-2022 बीते कुछ सालों की तुलना में ज्यादा भव्य और आसानी से निपटी है।
इसका श्रेय उन अधिकारियों और स्वयंसेवी संस्थानों को भी जाता है जो रोजाना कई घंटों सड़क पर मौजूद रहे और व्यवस्थाओं को उन्होंने बखूबी निभाया है।
जाम ने नहीं किया ज्यादा परेशान
जिले में कांवड़ यात्रा के दौरान इस बार यातायात पुलिस और प्रशासन की व्यवस्था ऐसी रही कि शहर और देहात में रहने वाले लोगों को लंबे समय तक जाम से नहीं जूझना पड़ा। साथ ही कांवड़ मार्गों पर भी डायवर्जन व बैरिकेडिंग इस हिसाब से की गई थी कि प्रतिदिन लोकल वाहन चलते रहे और वाहन चालकों को लंबा जाम और समय व देरी से नहीं जूझना पड़ा। ऐसे विशेष स्थानों पर कट बनाए गए थे जो प्रमुख मार्गों को जोड़ने वाले हैं। जिससे यातायात ज्यादा प्रभावित नहीं हुआ। खुद सोमवार और मंगलवार को जिले और जोन के अधिकारियों ने एसपी यातायात रामानंद कुशवाहा द्वारा किए गए इंतजामों और पर्याप्त पुलिस बल होने के बावजूद बेहतर ढंग से कांवड़ यात्रा संचालन के लिए तारीफ की।
इन लोगों की गई हादसे में जान
दिल्ली त्रिलोकपुरी के रहने वाले प्रेम और राहुल अपने पड़ोसी जमशेद 19 साल 22 साल के बीच थे। तीनों बाइक पर सवार से हरिद्वार से जल लेकर आ रहे थे दिल्ली एक्सप्रेसवे को चुन लिया और इनकी बाइक डिवाइडर से जा टकराई जहां तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दिल्ली बलजीत नगर के रहने वाले 20 वर्षीय अजीत पांडे की भी सड़क हादसे में मौत हुई थी। तो साहिबाबाद में करंट लगने से भोले की मौत हो गई थी।
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