कंट्रोल रूम से लेकर कवि नगर और मधुबन बापूधाम पुलिस ने 2 घंटे तक की पड़ताल
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। मंगलवार को एक फोन कॉल ने गाजियाबाद पुलिस के कंट्रोल रूम से लेकर कवि नगर थाना और मधुबन बापूधाम थाना पुलिस को दो घंटे तक भारी टेंशन में डाले रखा। दरअसल मंगलवार को दोपहर में एकं फोन कॉल आई, फोन कॉल करने वाले व्यक्ति ने बताया कि एक व्यक्ति 10 बच्चों का अपहरण करके ले जा रहा है। जिसके बाद पीआरवी 2152 एक्टिव मोड में आई और उसने कॉलर के बताए इलाके में पहुंचकर कवि नगर थाना पुलिस और मधुबन थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद दोनों थानों की फोर्स प्रभारी के संग वहां पहुंचे। आसपास के स्कूलों से लेकर सोसाइटी में रहने वाले लोगों से जांच पड़ताल और पूछताछ शुरू की गई। करीब 2 घंटे तक दोनों थानों के दर्जनभर से ज्यादा पुलिसकर्मी जांच पड़ताल और पूछताछ करते रहे लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। कुल मिलाकर जब दो घंटे से ज्यादा की पड़ताल के बाद कुछ सुराग व सूचना नहीं मिली तो पूरा मामला फर्जी सूचना का ही निकलकर आया।
फतेहगढ़ से आया था, फोन नंबर सूचना के बाद हो गया था बंद
कवि नगर और मधुबन बापूधाम थाना पुलिस के साथ ही क्राइम टीमें भी एक्टिव मोड़ पर आ गई थीं। पुलिस ने कुछ ही देर में हासिल कर लिया कि यह नंबर जिससे कंट्रोल रूम को सूचना दी गई है फतेहगढ़ का है। फोन नंबर से सूचना देने के कुछ देर बाद ही उस फोन को बंद कर दिया गया या सिम तोड़ कर फेंक दी गई थी। पुलिस ने उसकी लोकेशन निकाली तो एक स्कूल के पास के निकली, जहां पर पुलिस ने पहुंचकर जांच पड़ताल भी की लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। उधर पुलिस के अधिकारियों का तर्क यह भी था कि अगर 10 बच्चों का किसी ने अपहरण किया होता तो इसकी फोन कॉल और परिजनों की ओर से थाने और पुलिस को सूचना मिलना लाजमी था लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। कुल मिलाकर दो घंटे तक दो थानों की पुलिस फोर्स टेंशन वाले मोड में रही और पूरा मामला फर्जी कॉल का ही निकलकर सामने आया।