Ghaziabad: गाजियाबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राम मंदिर स्थापना के अवसर पर घर-घर में पूजित अक्षत वितरण का आयोजन किया है। इस महत्वपूर्ण सामारिक घटना में हर परिवार की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए एक अक्षत कलश यात्रा भी निकाली गई है। गाजियाबाद नगर संघचालक के निर्देशन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की टीम ने अयोध्या के राम मंदिर में पूजित होने के बाद गाजियाबाद आकर अक्षत कलश लेकर यात्रा किया। इस यात्रा के दौरान लोगों ने रामलीला मैदान तक पहुंचने में समर्थान दिया, जिसे बहुत से भक्तों ने बेधड़क और धूमधाम से स्वागत किया। इसके साथ ही, इस यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने पुष्प बरसाए और जय श्री राम के जयकारे लगाए।
ये सब हुआ
मंदिर के पुजारी सुरेन्द्र महाराज ने इस कलश की स्थापना की और स्वयंसेवकों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया और राम स्तुति की गई। इस मौके पर महिलाएं और भक्तों ने आरती उतारकर अक्षत कलश की पूजा अर्चना की, जिसे देखकर आस्थाएं और भक्ति भर गई। गाजियाबाद नगर संघचालक ने बताया कि सभी स्वयंसेवक ने प्रतिदिन आने वाले 24 तारीख तक इस कलश की पूजा अर्चना करने का संकल्प लिया है और इसके लिए सभी को मंदिर में जाकर योगदान करने का न्यौता दिया गया है।
होगा भव्य आयोजन
नगर संघचालक ने बताया कि आने वाले 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम लला के नव निर्मित मंदिर का भव्य आयोजन होगा, जिसमें पूरा विश्व साक्षी बनेगा। इस खास मौके पर गाजियाबाद में भी एक लाख पुजित अक्षत कलश में पीले चावल के साथ निमंत्रण दिया गया है, और सभी से आग्रह किया गया है कि इस दिन दीपोत्सव का आयोजन करें। गाजियाबाद संघ के कार्यकर्ताओं ने इस कार्यक्रम के लिए समर्पित रहने का संकल्प लिया है और यह सुनिश्चित करने का आशीर्वाद दिया है कि सभी राम भक्त इस महोत्सव में भाग लें और अक्षत कलश की पूजा अर्चना में योगदान करें।
अद्भुत बनी यात्रा
सामूहिक भगवान राम भक्ति में भरपूर हिस्सेदारी का संकल्प लेते हुए, स्वयंसेवकों ने एक लाख पुजित अक्षत कलश की यात्रा को एक अद्वितीय अनुभव बनाया है। संघ के नेतृत्व में यह इनिशिएटिव निकाली गई और इसे विशेष रूप से धूप-धूमधाम और दीपोत्सव के साथ साझा किया गया है। संघ के कार्यकर्ताओं की संख्या में वृद्धि का अनुभव होने पर भी, उन्होंने सभी राम भक्तों को आमंत्रित किया है कि वे इस महोत्सव में भाग लें और सभी धार्मिक आचरणों का पूरी तरह से पालन करें।
इस सामाजिक पहल के माध्यम से, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने स्थानीय समुदाय को मिलकर एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक संदेश दिया है। उन्होंने यह दिखाया है कि सामूहिक साहस और साहित्य के माध्यम से हम समृद्धि और एकता की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। इस यात्रा के माध्यम से स्थानीय लोगों को भी राम मंदिर निर्माण के महत्वपूर्ण कार्य में भागीदार बनने का आमंत्रण दिया गया है और उन्हें स्वयंसेवा में योगदान करने के लिए प्रेरित किया गया है।
इस यात्रा के साथ एक नई शुरुआत हो रही है जो सामाजिक एकता, धार्मिक समर्पण और साहित्य के माध्यम से समृद्धि की ओर प्रवृत्ति कर रही है। गाजियाबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की इस महत्वपूर्ण पहल के चलते समुदाय में सामूहिक सहयोग और समर्थन की भावना मजबूत हो रही है। आशा है कि आने वाले समय में भी इसी तरह की सकारात्मक पहलों का समर्थन किया जाएगा और समाज के हित में और भी बड़े परियाप्ता के साथ कदम बढ़ाए जाएंगे।