Ghaziabad: गाजियाबाद में एक ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है, जिसमें रुड़की की एक युवती का भाइयों ने गला दबाकर हत्या कर दी और उसका शव गंग नहर में फेंक दिया गया है। इस संघर्षपूर्ण क्रिम के समय, पुलिसकर्मियों ने शक होने पर पूछताछ की और दोनों को थाने ले आए। गाजियाबाद पुलिस और एनडीआरएफ की टीम अब गंग नहर में युवती की लाश की खोज कर रही है।
बनाई हत्या की योजना
रुड़की से दिल्ली भेजी गई युवती ने अपने परिवार को परेशान कर दिया था उसके प्रेम प्रसंग ने। इस परिस्थिति में, उसे दिल्ली में चचेरे भाई के पास भेज दिया गया था। लेकिन, युवती का प्रेम प्रसंग उसके दिल्ली पहुंचने के बाद भी जारी रहा। इस बारे में चचेरे भाई ने उसके परिजनों को सूचित किया है। कुछ दिन पहले, उसका भाई दिल्ली आया और शनिवार को सगे और चचेरे भाइयों ने मिलकर युवती की हत्या करने की योजना बनाई। इस योजना के अनुसार, वे उसे गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित गंग नहर पर घूमाने के बहाने लेकर आए। यहां उसका गला घोंटकर हत्या कर दी और दोनों शव को गंग नहर में फेंक दिया गया।
भाइयों ने गुनाह कबूला
युवती की हत्या करने के बाद दोनों गंग नहर पटरी से होते हुए पैदल चल रहे थे। तभी वहां गश्त कर रहे फैंटम पुलिस के सिपाहियों की नजर दोनों पर पड़ गई। उन्हें पूछताछ के लिए रोक लिया गया। पूछताछ के दौरान दोनों घबरा गए और पुलिसकर्मियों को शक हुआ और वे उन्हें मुरादनगर पुलिस स्टेशन लेकर आ गए, जहां उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
एनडीआरएफ ने शुरू किया खोजी अभियान
डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद्र यादव ने बताया कि युवती के शव को तलाश करने के लिए मुरादनगर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम गंग नहर में सर्च अभियान चला रही है। एनडीआरएफ की टीम का पिछले 4 घंटे से सर्च अभियान जारी है। युवती का शव गंग नहर में होने की सूचना गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिलों को भी दी गई है। युवती के परिजनों को भी उसकी हत्या की जानकारी दी गई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गाजियाबाद के इस दरिंदगी की घटना ने समाज में आश्चर्य और निंदा की भावना उत्पन्न की है। लोग इस घटना के पीछे छुपे मानवाधिकार उल्लंघन और युवती के खिलाफ सामूहिक अत्याचार की निंदा कर रहे हैं। इस मामले में प्रतिस्पर्धी और अन्य स्थानीय मीडिया ने भी यह रिपोर्ट की हैं और घटना की गंभीरता को बताने का कारगर प्रयास किया है। लोग समाज में जागरूकता बढ़ाने और इस तरह की दरिंदगी के खिलाफ एकजुट होने की अपील कर रहे हैं।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने साबित किया है कि समाज को अभी भी महिलाओं के सुरक्षा के मामले में सतर्क रहना आवश्यक है और ऐसी घटनाएं जल्दी से नियंत्रित की जानी चाहिए।