वाशिंगटन। इजरायल एक ऐसा देश जिसे बदला लेने की प्रवृति के रूप में जाना जाता है, कहते हैं इजरायल अपने दुश्मनों को पाताल से भी निकाल सकता है। ईरान की ओर से इजरायल पर करीब 300 मिसाइलें और ड्रोन दागे जाने के बाद पूरी दुनिया में टेंशन का माहौल है। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी जैसे पश्चिमी देश और रूस, चीन और भारत जैसी एशियाई शक्तियों की घटनाक्रम पर पैनी नजर बनी हुई है। हर किसी की निगाह फिलहाल इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पर टिकी हुई है कि वह अगला फैसला क्या लेते हैं। इस बीच नेतन्याहू सरकार ने वॉर कैबिनेट की दूसरी मीटिंग बुला ली है। इसमें मंथन होगा कि आखिर कैसे ईरान की हरकत का माकूल जवाब दिया जाएगा। इससे पहले रविवार को भी मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में यह सहमति बनी थी कि ईरान से बदला लिया जाएगा, लेकिन कैसे लेंगे यह तय नहीं हो सका था।
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने कहा कि हम ईरान की हरकत की कड़ी निंदा करते हैं। सऊदी अरब, मिस्र, बहरीन, यूएई और कुवैत समेत कई खाड़ी देशों ने भी इस तनाव को कम करने की अपील की है। वहीं दक्षिण अमेरिकी देश कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने तो साफ कहा कि यह तीसरे विश्व युद्ध की आहट है। यदि इसे अभी नहीं रोका गया तो ईरान का हमला तीसरे विश्व युद्ध की एक प्रस्ताव हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘इसका पहले से अनुमान था। ऐसा लगता है कि हम तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। हमारी अपील है कि मानवता के लिए युद्ध को टाल दिया जाए।’