बच्ची की हत्या, कई संदिग्ध मौत और ठगी के खुलासों का है इंतजार
गौरव शशि नारायण (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। बीता एक सप्ताह पुलिस के लिए जहां भारी पड़ा, तो बदमाश पुलिस को गच्चा देते हुए नजर आए। गाजियाबाद कमिश्नरेट में पहले सीपी अजय मिश्रा ने 30 नवंबर को गाजियाबाद में चार्ज लिया तो वहीं इससे पहले 27 नवंबर को मुरादनगर में बच्चे के अपहरण का मामला आया।
वहीं 28 नवंबर को मिस्त्री के हथौड़ा मारकर वसुंधरा इलाके में हत्या कर दी गई थी। तो कोतवाली थानाक्षेत्र में तेज रफ्तार गाड़ी ने दो पुलिसकर्मियों को रौंद दिया, जिनकी हालत गंभीर थी। वहीं कवि नगर थानाक्षेत्र में लैड़क्राफ्ट सोसाइटी में 14वीं मंजिल से गिरकर छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई। जिसमें परिजन इसे हत्या बता रहे हैं जबकि पुलिस इसे आत्महत्या करार दे रही है। इसके साथ ही साहिबाबाद थानाक्षेत्र में बच्ची के अपहरण के बाद उसके साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। तो वहीं इस दौरान गाजियाबाद पुलिस की क्रिकेट टीम ने लगभग 23 साल बाद क्रिकेट मैच प्रतियोगिता जीतकर अपने पहले सीपी को यह गिफ्ट दिया। इसके साथ ही कवि नगर पुलिस ने एक फर्जी इंस्पेक्टर को दबोचा और लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला खोला। इंदिरापुरम पुलिस ने हत्या के मामले का खुलासा केवल तीन घंटे ही कर दिया।
कुल मिलाकर अगर बीते सप्ताह के क्राइमनामा की बात की जाए तो देहात से लेकर शहर में घटनाएं हुई हैं। कुछ घटनाओं का पुलिस ने खुलासा किया, पर कुछ घटनाएं पुलिस के लिए चुनौतियां बनी हुई हैं। गाजियाबाद के पहले नवनियुक्त सीपी ने चार्ज संभाल लिया है।
उनके सामने कुछ चुनौतियां हैं तो कुछ विषयों पर वे टीम के साथ प्रयास करने में लगे हुए हैं कि जल्द ही अन्य मामलों के खुलासे हों।
इन मामलों ने पुलिस को किया परेशान
26 नवंबर को मोदीनगर में किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया, तो 27 तारीख को मुरादनगर में व्यापारी के बेटे का अपहरण कर लिया गया। 27 तारीख को नंदग्राम में राजमिस्त्री की हत्या का मामला प्रकाश में आया था। वहीं इसी रात टीलामोड़ थानाक्षेत्र के कुटी इलाके में भोपुरा में बड़ी आग लगी, जिसमें बड़ा नुकसान हुआ। गनीमत रहेगी किसी की जान नहीं गई। 28 तारीख को वसुंधरा इलाके में सिर पर हथौड़ा मार कर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। हालांकि इस मामले में आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं 28 नवंबर की रात दो सिपाहियों को एक तेज रफ्तार ने रोकने का प्रयास किया तो लैपर्ड 5 पर दो सिपाही मौजूद थे उनको रौंद दिया गया। जिनकी हालत गंभीर हो गई थी। 30 नवंबर को कवि नगर क्षेत्र के एक सोसाइटी में 14वीं मंजिल से छात्र की नीचे गिरने से मौत हो गई। परिजन उसे हत्या तो पुलिस आत्महत्या कर रही है। वहीं दो दिसंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में घर से बच्ची लापता हुई और अगले दिन उसका शव मिला। इस मामले में पुलिस अभी खाली हाथ हैं।
बच्ची के हत्यारों, ठगों और लुटेरों पर लेना होगा सख्त एक्शन
सीपी अजय मिश्रा ने 30 नवंबर को गाजियाबाद में पहले कमिश्नर के रूप में चार्ज लिया था। वह अपनी टीम तैयार करने का काम कर रहे हैं। उनके सामने इस समय सबसे बड़ा मामला साहिबाबाद में 5 साल की बच्ची के अपहरण के बाद हत्या और उसके आरोपी की गिरफ्तारी करना व पूरे घटनाक्रम का खुलासा करना है। इसी के साथ साइबर ठगी बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाते हुए, लूटपाट करने वाले गिरोह को चिन्हित कर उन पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
उन्होंने पहली ही पत्रकारवार्ता में कहा था कि वह क्राइम कंट्रोल को लेकर जल्द ही एक्शन में नजर आएंगे। शुरूआती दिनों में वह कमिश्नरेट सिस्टम को लागू करने में जोर दे रहे हैं।
खुलासों में भोजपुर और कवि नगर पुलिस रही आगे
भोजपुर पुलिस ने जहां सीपी अजय मिश्रा के चार्ज लेने से पहले ही एक अवैध तमंचा फैक्ट्री का खुलासा किया और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए, तो 30 नवंबर को सीपी का चार्ज लेने के बाद कवि नगर पुलिस ने एक फर्जी कस्टम इंस्पेक्टर को दबोच लिया। जो एक युवती से इंस्टाग्राम पर दोस्ती करने के बाद 20 लाख रुपए की ठगी कर चुका था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके भेजा तो वही नंद ग्राम इलाके में राजमिस्त्री की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। इसके अलावा शनिवार को भी कवि नगर पुलिस ने एक संदिग्ध मौत के मामले में मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया और घटना का खुलासा भी बेहद सनसनीखेज रहा।
खेल के मैदान पर विजेता बनी गाजियाबाद पुलिस
नेहरू नगर स्थित वीवीआईपी क्रिकेट स्टेडियम में खेली गई जोन की क्रिकेट प्रतियोगिता में गाजियाबाद पुलिस ने इतिहास रचा और 23 साल बाद क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल अपने नाम करते हुए गत वर्ष की विजेता रही गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट की टीम को हराया। इसी के साथ विजेता ट्रॉफी पर कब्जा किया। इस दौरान एडीजी राजीव सभरवाल ने एक दिलचस्प बात भी की जिसने सभी को हंसा दिया था। उन्होंने कहा कि कहा जाता है कि जिसका फील्ड उसी की शील्ड।
यातायात माह का भी हुआ समापन
यातायात पुलिस द्वारा 1 नवंबर से 30 नवंबर तक चलाए गए यातायात माह का समापन भी इसी सप्ताह हुआ। इस दौरान गाजियाबाद यातायात पुलिस द्वारा 55 हजार से ज्यादा लापरवाह वाहन चालकों पर चालान काटने की कार्रवाई की गई, तो लगभग 398 वाहनों को सीज कर उन्हें यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया गया और अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसका मकसद लोगों में यातायात नियमों का पालन करने से लेकर अपनी सुरक्षा और सावधानियों का अमल में लाना रहा।
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