निमंत्रण की स्नेहिल भाषा को लेकर सियासत में उठने लगे कयास
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। पूर्व राज्यमंत्री और मौजूदा शहर विधायक अतुल गर्ग सियासत में शब्दों के कुशल खिलाड़ी माने जाते हैं। वो जानते हैं कि कौन से मौके पर शब्दों के किस लहजे से कौन सा संदेश देना है। वो जानते हैं कि बिना कुछ कहे भी बहुत कुछ कैसे कहा जाता है। हाल ही में उन्होंने भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा के जन्मदिन पर उन्हें अब तक का सबसे लोकप्रिय महानगर अध्यक्ष बताकर एक बड़ी लाईन खींची। अतुल गर्ग रिश्तों को शिद्दत से निभाते हैं और बात अगर रिश्तों की होगी तो फिर गाजियाबाद के लोकसभा सांसद रहे, भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष रहे तथा देश के मौजूदा केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की बात गाजियाबाद से जरूर जुड़ती है। अतुल गर्ग का उनसे विशेष स्रेह है और वो आदर भाव के साथ उनको जोड़कर चलते हैं। अतुल गर्ग ने अपनी राजनीति के शुरूआती दिनों में उन्हीं के नेतृत्व में निवेश प्रकोष्ट वाली जिम्मेदारी संभाली थी। रविवार को जब अतुल गर्ग ने दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और उन्हें श्री सुल्लामल रामलीला कमेटी के रावण दहन का निमंत्रण देते हुए उन्हें आमंत्रित किया तो यहां पर इस लैटर के मैटर में सबकुछ छिपा हुआ है। इस निमंत्रण में स्रेह है , सम्मान है और सबसे बड़ी बात ये है कि ये निमंत्रण आमंत्रण रामलीला कमेटी के लैटरपैड पर नहीं बल्कि विधायक अतुल गर्ग के लैटर पैड पर है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जब निमंत्रण पत्र देने के लिए अतुल गर्ग दिल्ली स्थित उनके आवास पर गये तो यहां उनके साथ उनके प्रतिनिधि राजेन्द्र मित्तल मैदी वाले, उनके भाई संजीव मित्तल भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के महानगर संयोजक अनुज मित्तल, मोहित मित्तल मौजूद थे। दो साल बाद कोविड के प्रकोप से जब देश बाहर आया है तो 121 वर्ष पुरानी रामलीला में रावण दहन से लेकर अन्य आयोजन में विधायक अतुल गर्ग ने राजनाथ सिंह से अनुरोध किया है कि वे इस कार्यक्रम में आयें। अगर इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आते हैं तो ये विधायक अतुल गर्ग के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
राजनाथ सिंह की उपस्थिति से पूरे देश में जायेगा कौन सा सार्थक दूरगामी संदेश
अतुल गर्ग शब्दों के कुशल खिलाड़ी हैं। यहीं वजह है कि उनके स्नेहहिल निमंत्रण पत्र में जो शब्द हैं वो बहुत कुछ बता रहे हैं। अतुल गर्ग ने अपने पत्र के पत्रांक संख्या में सबसे पहले वीआईपी लिखा और फिर उन्होंने लिखा कि आपसे निवेदन है कि 5 अक्टूबर वाले दिन रावण दहन के लिए अथवा अन्य किसी भी दिन 27 सितम्बर से 9 अक्टूबर तक आपको आमंत्रित करते हैं। यदि आप आयेंगे तो ना केवल इस रामलीला की गरीमा बढ़ेगी बल्कि आपकी उपस्थिति से पूरे देश में बहुत सार्थक दूरगामी संदेश जायेगा। 12 दिन का महोत्सव अतुल गर्ग ने राजनाथ सिंह के विशेष आतिथ्य के लिए समर्पित किया और यहां पर विशेष संदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में बहुत सार्थक दूरगामी संदेश जाने की बात कही है। अब अतुल गर्ग बेहतर बता सकते हैं कि कौन सा ऐसा सार्थक दूरगामी संदेश है जो केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के गाजियाबाद में रामलीला मैदान में आने से पूरे देश में जायेगा। हालाकि यहां पर कहने वाले ये भी कह रहे हैं कि ये भावनाओं का समावेश शब्दों के रूप में है।
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