Ghaziabad: नवरात्रों के दौरान रामलीला के मंचन का आयोजन बड़ी धूमधाम से होता है, और यह हमारे संस्कृति को जिवंत रखने का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस आयोजन के माध्यम से हम भगवान राम के कथा का गुंथाइश करते हैं और अच्छाई और बुराई के भेद को समझते हैं। यह एक ऐसा समय होता है जब हम अपनी परंपरागत मूल्यों को जीवंत करते हैं और उन्हें आगे बढ़ाते हैं। महापौर सुनीता दयाल ने हाल ही में रामलीला में भाग लिया और उन्होंने इस अवसर पर एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने देखा कि महिला सशक्तिकरण इस समय अत्यधिक मात्रा में बढ़ चुका है और महिलाएं अपने आप को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से संकल्पबद्ध हैं।
महापौर ने देखा कि महिलाएं अपने हाथों से हस्त निर्मित सामग्री के स्टॉल लगा रही हैं, जिससे वे अपने परिवार के लालन का जिम्मा उठा सकती हैं। महिलाओं के द्वारा ऐसे स्टॉलों पर बिकने वाले उत्पादों की मांग भी बढ़ गई है, जिससे वे आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन रही हैं।
महिला सशक्तिकरण का नया मोड़
महिला सशक्तिकरण के इस नए मोड़ के साथ महापौर सुनीता दयाल ने महिलाओं के सशक्तिकरण के महत्व को बलबूढ़ दिया है। वे कहती हैं कि आज के समय महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी अद्वितीय भूमा पर उठी हुई हैं। महिलाएं आज अंतरिक्ष अनुशासन, समुंदर यात्रा, सैन्य सेवा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में अपना आत्म-समर्पण और प्रतिबद्धता दिखा रही हैं। इन महिलाओं का योगदान देश की समृद्धि में महत्वपूर्ण है और उनके प्रयासों ने एक नई दिशा की ओर कदम बढ़ा दिया है।
महापौर सुनीता दयाल ने इस मेले में महिलाओं की उत्कृष्टता को सराहा और उनके उत्कृष्ट कौशल की सराहना की। उन्होंने कहा कि वे गर्व से महसूस कर रही हैं कि मेले में पुरुषों से अधिक महिलाएं अपनी भूमिका निभा रही हैं और इससे एक सकारात्मक संकेत मिलता है कि महिलाएं आजकल हर क्षेत्र में अपनी प्रतिबद्धता और साहस दिखा रही हैं। महापौर ने यह भी बताया कि मेले में महिलाओं की उपस्थिति ने एक सकारात्मक संदेश दिया है कि अब वक्त आ गया है कि महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी भूमिका में बदलाव लाएं और समाज में अपनी आवाज उठाएं।
महापौर ने कहा कि महिलाओं की भूमिका समाज में महत्वपूर्ण है कि निभा रही हैं। वे महिलाएं, जो पूर्णत: आत्मनिर्भर हैं, अपने परिवारों का सहारा बनती हैं और समाज में अपनी भूमिका को साजगर्ध कर रही हैं। महापौर ने महिलाओं की उत्कृष्टता की सराहना की और कहा कि वे समाज में अपनी भूमिका को मजबूती से निभा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं के प्रति समाज को सशक्त और सहयोगी बनाने के लिए हमें उनके समर्थन में कदम बढ़ाना होगा और उन्हें अपने पूर्ण पैमिका निभा रही हैं। वे महिलाएं, जो पूर्णत: आत्मनिर्भर हैं, अपने परिवारों का सहारा बनती हैं और समाज में अपनी भूमिका को साजगर्ध कर रही हैं। महापौर ने महिलाओं की उत्कृष्टता की सराहना की और कहा कि वे समाज में अपनी भूमिका को मजबूती से निभा रही हैं।