देश ही नहीं दुनियाभर के मरीजों को मिलेगा उपचार
केन्द्रीय आयुष मंत्री सबार्नंद सोनोवाल और सांसद जनरल वीके सिंह ने किया निरीक्षण
उत्तर भारत का आधुनिक सुविधाओं वाला संस्थान का जल्द होगा उद्घाटन
गाजियाबाद( करंट क्राइम)। गाजियाबाद के केंद्रीय परिसर स्थित बनाए गए राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान एनआईयूएम गाजियाबाद को विकसित कर दिया गया है और जल्द ही यहां मरीजों को उपचार और मेडिकल छात्र-छात्राओं को शिक्षा, दीक्षा देने का काम शुरू हो जाएगा। रविवार को केंद्रीय मंत्री आयुष मंत्रालय भारत सरकार सबार्नंद सोनोवाल, सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग नागरिक उड्डयन मंत्री जनरल वीके सिंह, आयुष मंत्रालय के अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ यहां पहुंचे और यहां का निरीक्षण किया। यहां के स्वास्थ्य मॉडल व कक्षों के साथ ही अधिकारियों के साथ एक बैठक की गई है। मंत्री सबार्नंद सोनेवाल ने कहा है कि भारत ने प्राचीन और आधुनिक चिकित्सा पद्धति के मेल से दुनिया भर को कोरोना काल के दौरान जो संदेश दिया है वह आगे भी जारी रहेगा।
केंद्रीय आयुष मंत्री सबार्नंद सोनेवाल ने दावा किया है कि गाजियाबाद में बनाया गया राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान मेडिकल टूरिज्म के नए आयाम पेश करेगा। साथ ही यह देश ही नहीं दुनियाभर के मरीजों को उपचार और शिक्षा व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का देश का बड़ा सेंटर बनेगा। केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने बताया है कि गाजियाबाद में बनाया गया राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान बेंगलुरु का एक उपग्रह संस्थान है और यह उत्तर भारत में उत्तरी क्षेत्र में स्थापित होने वाला अपना तरह का पहला और जिले का सबसे बड़ा उपचार केंद्र है।
उन्होंने दावा किया है कि इसके शुरु होने से ना सिर्फ चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई शुरूआत होगी बल्कि मरीजों को उपचार के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। सोलेवाल का दावा है कि जल्द ही किसकी निरीक्षण रिपोर्ट भेजी जाएगी जिसके बाद शीघ्र ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस का उद्घाटन करेंगे।
पीएम, सीएम और वीके सिंह की सोनोवाल ने की तारीफ
निरीक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री आयुष मंत्रालय और असम के पूर्व मुख्यमंत्री रहे सबार्नंद सोनोवाल ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कदम आगे बढ़ा रहा है। तो वहीं उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जिस तरीके से फोकस किया है वह काबिले तारीफ है। इस दौरान उन्होंने गाजियाबाद के स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह की भी तारीफ की और उनके नेतृत्व में किए जा रहे इस कार्य की सराहना की।
सोलेवाल ने कहा कि सांसद केंद्रीय वीके सिंह के लिए भी यह एक गौरव की बात है कि उनके क्षेत्र में देश और दिल्ली-एनसीआर का एक ऐसा अस्पताल और शिक्षा केंद्र बनकर तैयार हुआ है जो उत्तर भारत में अपने तरीके का पहला ऐसा संस्थान है।
यह रहे मौजूद
निरीक्षण कार्यक्रम में शहर विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री अतुल गर्ग, भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, अजय शर्मा, मयंक गोयल, पप्पू पहलवान, संजीव झा, आॅडी त्यागी, कुलदीप त्यागी, सुनील यादव, गोपाल अग्रवाल, अनुज मित्तल, राजेंद्र मित्तल मेंहदी वाले, अश्वनी शर्मा, सुशील गौतम सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
जल्द होगा लोकार्पण पीएम होंगे मुख्य
रविवार को दो केंद्रीय मंत्रियों ने इसका निरीक्षण किया। साथ ही साथ इस बात के भी संकेत दिए गए हैं कि जल्दी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे, फिलहाल अभी यह तय नहीं है कि उद्घाटन की तिथि क्या होगी और तरीका क्या होगा। संभावना यह जताई जा रही है कि देशभर में आयुष मंत्रालय की देखरेख में राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान बनाए जा रहे हैं। यह बेंगलुरु की इकाई का एक हिस्सा है तो इसका आॅनलाइन उद्घाटन या खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस खास तोहफे को देशवासियों के लिए समर्पित कर सकते हैं।
200 करोड़ वैक्सीनेशन का लक्ष्य मामूली नहीं
केंद्रीय मंत्री आयुष मंत्रालय की कमान संभालने वाले सबार्नंद सोनोवाल ने कहां है कि गाजियाबाद में विकसित किया गया राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान दुनिया भर में जाना जाएगा। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशभर में 200 करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन का कार्य सफलतापूर्वक कराने के लिए उनका आभार व्यक्त किया और इस बात का भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो भी सपने देखते हैं उसको पूरा करने के लिए वह किसी भी हद तक चले जाते हैं और सफलता हासिल करते हैं।
दो केंद्रीय मंत्रियों का आना है पॉजीटिव संकेत
पत्रकारों से बातचीत करते हुए आयुष मंत्रालय के मंत्री सबार्नंद सोनोवाल ने कहा है कि एक कार्यक्रम का निरीक्षण करने के लिए जब दो केंद्रीय मंत्री पहुंचे हैं तो समझ लीजिए कि यह एक अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा है कि इससे ना सिर्फ दिल्ली- एनसीआर बल्कि उत्तर भारत को शिक्षा, चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू होने वाला है। आयुष मंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो मिशन लेते हैं, उसे पूरा करते हैं और यह उनके मिशन का हिस्सा है।
381 करोड़ से किया गया है निर्माण
गाजियाबाद के लिए आने वाले समय में राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान एक लैंडमार्क की भूमिका निभाएगा। इसका निर्माण लगभग 381 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। यह यूनानी चिकित्सा में वैश्विक प्रसार अनुसंधान के लिए अंतरराष्ट्रीय केंद्र के रूप में भी कार्य करेगा। 381 करोड़ की लागत से बने इस राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान में जहां 200 बेड के साथ ही 10 ओपीडी की सुविधा दी जा रही है। यहां अलग से अवलोकन कक्ष, पुलिस सुरक्षा बूथ, मेडिसिन सेंटर के साथ ही एजुकेशन एरिया भी बनाया गया है। यहां छात्र-छात्राओं के रहने के लिए अलग-अलग छात्रावास और वह पढ़ाई कर सकें इसकी भी सुविधा दी गई है। यह पूरी तरह से वातानुकूलित बनाया गया है। साथ ही लिफ्ट और आधुनिक फायर फाइटिंग सिस्टम से भी लैस है।
4 साल में बनकर हुआ तैयार, बनाए गए हैं 14 विभाग
मंत्री सबार्नंद सोनोवाल ने जानकारी दी है कि इसका निर्माण कार्य और आधारशिला 1 मार्च 2019 को गाजियाबाद में रखी गई थी। राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान में विभिन्न उच्च गुणवत्ता वाले पेशेवर शिक्षा दी जाएंगी। इस संस्थान में कुल 14 विभाग होंगे और यूनानी चिकित्सा के विभिन्न विषयों की पीजी और डॉक्टरेट पाठ्यक्रम भी प्रदान किया जाएगा। संस्थान मूलभूत पहलुओं और चिकित्साविकास, गुणवत्ता नियंत्रण, सुरक्षा मूल्यांकन , यूनानी चिकित्सा और प्रथाओं के वैज्ञानिक सत्यापन पर भी ध्यान केंद्रित करेगा। साथ ही संस्थान शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और अनुसंधान में बेंच मार्क मानक स्थापित करने के लिए प्रतिबंध रहेगा। यहां पर विद्यार्थी परास्नातक के साथ ही डाक्टरेट भी कर सकेंगे। एक कक्षा में सात और कुल 98 विद्यार्थी यहां पर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त 22 विद्यार्थी अनुसंधान कर सकेंगे। विद्यार्थियों के रहने के लिए यहां पर गर्ल्स और ब्वायज हास्टल भी बनाया गया है। संस्थान के अंदर 425 कारों की पार्किंग की सुविधा भी दी गई है।