गाजियाबाद (करंट क्राइम)। गंगा जमुनी तहजीब के लिए अलग पहचान रखने वाले उत्तर प्रदेश की बात ही अलग है। गाजियाबाद की कवि नगर स्थित श्री धार्मिक रामलीला समिति भाईचारे का संदेश दे रही है। यहां राम बारात में जहां सर्व धर्म के लोगों की सहभागिता देखने को मिली तो वहीं समिति में सिख से लेकर अन्य धर्म को मानने वाले लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
शहर में अपनी खास पहचान और साज-सज्जा व आधुनिकता के लिए जाने जानी वाली रामलीला कवि नगर मंगलवार को राम बारात निकाली गई। इसमें भगवान श्री राम के रथ और चारों भाइयों की स्वरूप व्यवस्था की जिम्मेदारी नावेद इकबाल ने निभाई, तो वहीं राम बारात में नाचते गाते लोग और जोश कम ना हो इसके लिए शहनाई की सुंदर धुन राया बजा रहे थे। झूमर लाइटें और रंग बिरंगी रोशनी जावेद इकबाल की देखरेख में हो रही थी। कुल मिलाकर राम बारात में ना सिर्फ आधुनिकता से लेकर रामायण महाभारत काल का दृश्य दिखा बल्कि यहां की झांकियों ने सबको फोटो कैद करने पर मजबूर कर दिया। वहीं कोरोना काल से लेकर पर्यावरण झांकी और नासिक ढोल प्रदर्शित कर भारत की विविधता को भी दशार्या गया। इस दौरान झांसी की रानी की झांकी, लक्ष्मी मैया की झांकी, भगवान श्री राम के अयोध्या में बन रहा भव्य राम मंदिर का मॉडल भी झांकी में लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। वहीं विश्वामित्र और वशिष्ठ की वेशभूषा में कलाकार अपनी अलग ही छाप छोड़ रहे थे।
दिल्ली, मुरादाबाद और मेरठ
से आए कलाकार
कवि नगर रामलीला मैदान चल रही श्री धार्मिक रामलीला समिति के बैनर तले हो रही रामलीला अपने आप में खास इसलिए भी बन जाती है क्योंकि यहां विविधता देखने को मिलती है। भस्म आरती के लिए अर्जुन मुरादाबाद से आए, तो शहनाई चंद्रभान मेरठ की टीम लेकर आई थी। तो वहीं काली के नौ रूप अर्जुन मुरादाबाद से लेकर आए और नासिक ढोल दिल्ली के रणजीत लेकर आए थे। तो वहीं श्री राम मंदिर की झांकी अर्जुन मुरादाबाद ने सजा रखी थी। कुल मिलाकर राम बरात के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर की झलक भी देखने को मिली, जिसे साहू सज्जा की ओर से तैयार किया गया था।
मेले कराते हैं मिलाप और
बढ़ाते हैं सौहार्द
कवि नगर श्री धार्मिक रामलीला समिति के पदाधिकारी ने बताया कि मेले मिलन मिलाप कराते हैं और यह सौहार्द भी बढ़ाने का काम करते हैं। इसके साथ ही अलग-अलग लोग हैं जो इस रामलीला में मेहनत करते हैं और सफल बनाने के साथ ही एक अलग संदेश देने का काम कर रहे हैं।