Ghaziabad: मोदीनगर क्षेत्र के एक 11 वर्षीय नाबालिग बच्चे के साथ एक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इस मामले में यह खुलासा हुआ है कि इस नाबालिग बच्चे को उसके घर पर अकेले पाकर दुष्कर्म किया गया। इस दुष्कर्म के आरोप में यह युवक शामिल है, जो कि पड़ोस में रहने वाले 22 वर्षीय है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
नहीं था कोई घर पर
मोदीनगर क्षेत्र के सुचेतापुरी कॉलोनी में निवास करने वाले इस नाबालिग बच्चे के पिता ने थाने में एक दर्जन परिजनों के साथ तहरीर देकर बताया कि उनकी बेटी के साथ पड़ोस में रहने वाले 22 वर्षीय युवक ने दुष्कर्म किया है। पीड़ित के पिता ने बताया कि उनके घर पर किसी के नहीं होने के कारण उनकी बेटी को घर में अकेला पाकर उस युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दुष्कर्म के बाद, परिजनों ने घर पर पहुंचा और नाबालिग बच्चे ने इस घटना के बारे में विवाद खड़ा किया।
मोदीनगर कोतवाली के एसीपी ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि पीड़ित के पिता ने 22 वर्षीय आरोपी के खिलाफ एक तहरीर दर्ज कराई है, जिसमें यह आलेख था कि आरोपी ने उनके घर में घुसकर उनकी पुत्री के साथ दुष्कर्म किया है। इस मामले के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला एक बार फिर सामाजिक सुरक्षा और नाबालिगों की सुरक्षा की महत्वपूर्ण चुनौती को उजागर करता है। प्राधिकृतिक प्रक्रिया के अंदर आने वाले इस मामले के बाद, समाज में इसके आलोचना और उसके खिलाफ कठिन कदम उठाने की जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और नाबालिग बच्चों की सुरक्षा को सबसे अधिक महत्व दिया जा सके।
इस मामले के माध्यम से समझाया जा सकता है कि घरेलू हिंसा और दुष्कर्म के मामलों में प्राधिकृतिक प्रक्रिया की तीव्रता के बावजूद इस तरह की घटनाएं फिर से हो रही हैं। समाज को इस तरह के अपराधों के खिलाफ सजग रहने की आवश्यकता है और ऐसे आरोपों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए ताकि नाबालिगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
आरोपी हुआ गिरफ्तार
इस मामले के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जो कि इस मामले में शामिल है। यह मामला एक बार फिर सामाजिक सुरक्षा और नाबालिगों की सुरक्षा की महत्वपूर्ण चुनौती को उजागर करता है और इसके खिलाफ कठिन कदम उठाने की आवश्यकता है। प्राधिकृतिक प्रक्रिया के अंदर आने वाले इस मामले के बाद, समाज में इसके आलोचना और उसके खिलाफ कठिन कदम उठाने की जरूरत है ताकि इस तरह के घटनाओं को रोका जा सके और नाबालिग बच्चों की सुरक्षा को सबसे अधिक महत्व दिया जा सके।
इस मामले के बाद, समाज को दुष्कर्म और घरेलू हिंसा के खिलाफ सजग रहने की आवश्यकता है। नाबालिगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सही दिशा में कदम बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि आने वाले दिनों में इस तरह के घटनाओं को रोका जा सके।