गाजियाबाद (करंट क्राइम)। जनपद गाजियाबाद में जमीन, प्लॉट आदि खरीदना महंगा हो गया है। बढ़े हुए डीएम सर्किल रेट से बुधवार से लागू हो गए हैं। नये डीएम सर्किल रेट के चलते अब करीब 10 से 12 फीसदी तक सर्किल रेट बढ़ाये गये हैं। एनएच-9 के चौड़ीकरण और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे बनने के बाद इसके किनारे स्थित गांवों और सोसाइटियों में संपत्ति खरीदना सबसे अधिक महंगा हुआ है। करीब छह साल बाद सर्किल रेट बढ़ाए गए हैं। नए सर्किल रेट वीरवार आज से लागू हो गए हैं। इस तरह संपत्ति खरीदना और बेचना अब से महंगा हो गया है। अब नई दरों में प्रापर्टी की रजिस्ट्री होंगी। औसतन सर्किल रेट की बात की जाए तो 10 से 12 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की गई है।
बता दें कि 29 जुलाई 2022 को जिला प्रशासन द्वारा प्रस्तावित सर्किल रेट की सूची कलक्ट्रेट सहित तीनों तहसीलों में चस्पां कर आपत्ति मांगी गई थी। जिनका निस्तारण किया जा चुका है। इसके बाद डीएम ने किसानों के साथ बैठक कर प्रस्तावित सर्किल रेट में आंशिक संशोधन भी कराया। संशोधन के बाद किसानों ने नए सर्किल रेट को लागू करने के लिए सहमति दे दी है। वर्ष 2016 की तुलना में इस वर्ष सबसे अधिक रेट एनएच-9 और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे के किनारे पड़ने वाली सोसाइटियों और गांवों में बढ़े हैं। क्योंकि इसका निर्माण 2016 के बाद हुआ है। अब गाजियाबाद के कौशांबी , वैशाली , इंदिरापुरम , वसुंधरा , कविनगर, नेहरूनगर, क्रासिंग रिपब्लिक और राजनगर एक्सटेंशन सहित कई इलाकों में जमीन, मकान, दुकान और फ्लैट्स खरीदना और महंगा हो जाएगा।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर आज वीरवार से नए डीएम सर्किल रेट के आधार पर संपत्तियोंं की रजिस्ट्री हो सकेगी। इसकी बकायदा सूची भी जिला प्रशासन ने तहसील एवं रजिस्ट्रार कार्यालय में चस्पा करवा दी गई है। कौशांबी का सबसे ज्यादा 95 हजार रुपए प्रतिवर्गमीटर तक जमीन के सर्किल रेट हो जाएंगे। वहीं,इंदिरापुरम क्षेत्र का 86 हजार रुपए प्रतिवर्गमीटर तक जमीन के रेट होंगे। जिला प्रशासन द्वारा आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद 24 अगस्त आज वीरवार से नए डीएम सर्किल रेट लागू हो जाएंगे। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सर्किल रेट में बढ़ोतरी किए जाने संबंधी सभी प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए जाने के बाद आपत्तियों का निस्तारण किया गया। ऐसे में बाजार भाव को समान करने के लिए डीएम सर्किल रेट में इजाफा किया गया। वहीं, दिल्ली से मेरठ के पल्लवपुरम तक प्रस्तावित रैपिड रेल निर्माण कार्य के चलते दिल्ली-मेरठ हाईवे के किनारे जमीन महंगी हुई हैं। सबसे ज्यादा महंगाई हापुड़ रोड पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का कट मिलने के बाद हुई है। निवाड़ी रोड और शहर के आसपास के गांवों में लगातार बस रहीं नई कालोनियों के कारण भी सर्किल रेट में इजाफा हुआ है। प्रस्तावित सर्किल रेट की सूची जिला प्रशासन द्वारा सभी तहसीलों में सब रजिस्ट्रार के कार्यालय के बाहर और कलक्ट्रेट में चस्पा करवा दी है, इस पर आपत्तियां मांगी गई हैं।
ट्रांस हिंडन में हुई सबसे अधिक डीएम सर्किल रेट में बढ़ोत्तरी
जनपद गाजियाबाद में जमीनों के नए सर्किल रेट लागू होने से 10 से 12 फीसदी तक पूरे जनपद में बढ़ोतरी हुई है। कौशांबी में जहां 95 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर तक जमीन का सर्किल रेट होगा। वहीं,अन्य क्षेत्रों में भी रेट बढ़ जाएंगे। जिला प्रशासन द्वारा छह साल बाद सर्किल रेट की प्रस्तावित दर तय की है, उसके हिसाब से कौशांबी में 18 मीटर से अधिक चौड़ी सड़क के सामने संपत्ति खरीदने पर 95 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर के हिसाब से खर्च करने होंगे। सर्किल रेट प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से अकृषि भूमि की दरें 9 मीटर चौड़ी सड़क तक एवं 9 मीटर से अधिक 18 मीटर से अधिक की अलग-अलग दरें प्रस्तावित की गई है। पूरे जिले में 10 से 12 फीसदी जमीनों के डीएम सर्किल रेट में वृद्धि की गई हैं।
एनआईसी पर अपलोड किए
गए नये सर्किल रेट
एनआईसी पर सर्किल रेट अपलोड किए गए हैं,ताकि वहां से सर्किल दरें देखी जा सकें। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से सटे कॉलोनियों एवं जमीनों के सर्किल रेट 73,000 रुपए प्रति वर्ग मीटर तक हैं। पिछले पांच साल में रेट नहीं बढने पर करीब 260491 संपत्तियां बिकी हैं, जिनमें करीब 203931 फ्लैट और 56560 प्लॉट शामिल हैं। इससे स्टांप विभाग को 6 हजार करोड़ से अधिक की आय हुई। वीरवार आज से नए सर्किल रेट के अनुसार संपत्तियों की रजिस्ट्री पर स्टांप शुल्क मान्य होगा।