दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री, राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी को छोड़ने के बाद कहा की में यह बात साफ़ कह देना चाहता हु की में ED से डर कर नहीं आया हूँ| अगर यह झूट की राजनीति पर अगर में भरोसा करता रहता तो आज भी में वहा रहता जहा में था| दिल्ली में आम आदमी पार्टी को लगा झटका यह जान कर की दिल्ली के समाज कलयादिल्ली में आम आदमी पार्टी को बुधवार को एक बड़ा झटका लगा। दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने मंत्री पद और आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया की राज कुमार आनंद ने ED के दबाव में पार्टी का साथ छोड़ा। जिसपर राज कुमार आनंद की प्रतीक्रिया आई है।
दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी से अपने इस्तीफे पर कहा कि मैं ये साफ करना चाहता हूं कि मैं ED से डरकर नहीं आया हूं। ED का जो छापा मेरे यहां पड़ा था वो मेरे आवास पर केवल शराब घोटाले की मनी ट्रेल को ढूंढने के लिए पड़ा था। ED ने अपने बयान में कह दिया था कि इस मामले में एक रुपये का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि ये झूठ की राजनीति पर अगर मैं भरोसा करता रहता तो आज भी मैं वहां रहता जहां पर मैं था। कल सौरभ भारद्वाज ने कहा, दलित, बेचारा, कमजोर… क्या सभी दलित कमजोर और बेचारे हैं?… मैं दलितों का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा।
उधर, दिल्ली सरकार में मंत्री और आप नेता आतिशी ने कहा, “सबको पता है कि राज कुमार आनंद ने क्यों इस्तीफा दिया। नवंबर में उनके घर पर 23 घंटे की रेड होती है। राज कुमार आनंद के साथ हमारी सहानुभूति है। वे बहुत दबाव में गए हैं। उन पर ED का दबाव था।
ED से डर गए राजकुमार आनंद- सौरभ भारद्वाज
राजकुमार आनंद के इस्तीफे पर सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘हर कोई जानता है कि उनके आवास पर ED की छापेमारी हुई थी। वह दबाव में थे और डर गए थे। हमें उनसे कोई शिकायत नहीं है। एक स्क्रिप्ट दी गई
उनके पास इसे पढ़ने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं था…हमने पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से एक दलित उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का कारण पार्टी को तोड़ना और दिल्ली और पंजाब सरकार को भंग करना था।