Life, जीवन या ज़िंदग! चाहे जिस भी नाम से पुकारे रहेगी एक ही, इसमें मिली दिक्कतें, उलझने, खुशियां, प्यार और अपनों का दुलार सब कुछ एक जैसा है, सिवाए कहानियों के, किस्सों के। हर इंसान की लाइफ स्टोरी अलग होती है, उसमे उसके एक्सपीरियंस दूसरे इंसान से अलग होते है, हर इंसान अपने जीवन में एक जंग लड़ता है, कुछ जीत कर हार जाते है और कुछ हार कर भी सब कुछ जीत जाते है, क्योंकि इसी को तो लाइफ कहते है।
खैर अब हम आपको अपने घिसे पिटे तरीकों से नही बल्की कुछ दिल को छू लेने वाली शायरियो से आपको लाइफ के असल मायने बताएंगे, इसलिए इस लेख में अंत तक ज़रूर बने रहे।
आइए बढ़ते है 20+ Shayari Based On Life की तरफ-
- कितना दुख है इस जीवन में, सब कुछ तो अब देख लिया,
नाराज हुआ था मैं दुनिया से, अब खुद से ही मैं रूठ गया!
जीवन में दुख तो खूब हैं लेकिन इससे आगे निकलना है,
खुद से ही रूठ नहीं जाना है।
- सपनों की मंज़िल पास नहीं होती,
जिंदगी हर पल उदास नहीं होती,
जिंदगी हमेशा उदासी का नाम नहीं होती है,
इसमें तो खुशियां भी लाखों होती हैं।
- फिक्र है सबको खुद को सही साबित करने की,
जैसे ये ज़िंदगी, ज़िंदगी नहीं, कोई इल्जाम है
आपके दिल की इतनी गहरी बात सभी को,
कभी समझ तो जरूर आएगी।
- छोटी सी है जिंदगी हंस के जियो,
भुला के सारे ग़म दिल से जियो,
उदासी में क्या रखा है मुस्कुरा के जियो,
अपने लिए न सही अपनों के लिए जियो
- अब समझ लेता हूं मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहट,
हो गया है जिंदगी का तजुर्बा थोड़ा थोड़ा
- हर एक चेहरे को ज़ख़्मों का आईना न कहो,
ये जिंदगी तो है रहमत इसे सज़ा न कहो।
- लोगों को अक्सर कहते सुना जाता है कि अब तो जिंदगी कट गई लेकिन उन्हें बताइए कि जिंदगी एक रहमत है।
- जिंदगी जिसका बड़ा नाम सुना है हमने,
एक कमजोर सी हिचकी के सिवा कुछ भी नहीं।
- जिंदगी को बिल्कुल गंभीर होकर सोचने की जरूरत भी नहीं है, ये समझना होगा।
- नींद नहीं आती मुझे अब रातों में,
ये राते बेवफ़ा हो गयी है या ज़िंदगी
- लम्हों की खुली किताब है जिंदगी,
ख्यालों और सांसों का हिसाब हैं जिंदगी,
कुछ ज़रूरतें पूरी, कुछ ख्वाहिशें अधूरी,
इन्ही सवालों के जवाब हैं जिंदगी
- लम्हों की किताब तो है ही जिंदगी,
इन्हीं से मिलकर बनी जो है।
- जीने का हौसला कभी मरने की आरज़ू,
दिन यूं ही धूप-छांव में अपने भी कट गए।
- पूरा जीवन छाया या पूरा जीवन धूप नहीं होता है,
बल्कि ये दोनों ही देखने को मिलेंगे,
इसके लिए खुद को तैयार रखना होगा।
- ले दे के अपने पास फ़क़त एक नजर तो है,
क्यूं देखें ज़िंदगी को किसी की नजर से हम।
अपना नजरिया होना भी तो जरूरी है।
- वक़्त की किताब के कुछ पन्ने उलटना चाहता हूं,
आज फिर वही बीते पल जीना चाहता हूं।
- नफरत सी होने लगी है इस सफ़र से अब,
जिंदगी कहीं तो पहुंचा दे खत्म होने से पहले।
- बुराई लोगों की नहीं खुद की करना,
निखरोगे नित नित।
- सब दुख दूर होने के बाद मन प्रसन्न होगा ये भ्रम है,
मन प्रसन्न रखो सब दुःख दूर हो जाएंगे ये हकीकत है।
- जुगनुओं की रोशनी से तीरगी हटती नहीं,
आईने की सादगी से झूठ की पटती नहीं।
- सबक वो हमको पढ़ाए हैं जिंदगी ने
कि हुआ था जो इल्म किताबों से वो भी भूल गए
जिंदगी पढ़ाती तो ऐसे पाठ है
जो किताबों में नहीं लिखे होते हैं।