गाजियाबाद,(करंट क्राइम )। पुलिस कमिश्नरेट सिटी जोन ने विजयनगर थानाक्षेत्र में 21 अगस्त को पशु कारोबारी नदीम से हुई साढ़े 23 लाख रुपए की लूट के मामले का खुलासा किया है। इस मामले ने पुलिस ने गुर्जर गैंग के 6 शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया है जबकि दो साथी फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में 20 लाख 50 हजार रुपये की रिकवरी की है। तो वहीं घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, कार और अवैध हथियार भी पुलिस ने जप्त किए हैं। घटना को अंजाम देने के लिए बाकायदा कई दिनों तक मुर्गा मंडी गाजीपुर से आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखने का काम किया गया था। तो लूट से कुछ मिनट पहले ही बदमाशों ने स्कूटी सवार नदीम का फोटो भी एक दूसरे को शेयर किए। इस मामले में पुलिस ने भाजपा नेता के भाई और दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर की तैयारी कर रहे आरोपी को भी गिरफ्तार किया है। इस मामले में पूर्व में जेल गए तुषार बिधूड़ी उर्फ हाका पर भी पुलिस ने नकेल कसी है। डीसीपी सिटी जोन निपुण अग्रवाल ने मंगलवार को गाजियाबाद पुलिस लाइन में पूरी घटना का खुलासा करते हुए पत्रकारों को अहम जानकारी दी। उन्होंने बताया है कि इस पूरी लूट के लिए पुलिस ने 20 से अधिक पुलिसकर्मियों की टीम बनाई थी। साथ ही 100 से ज्यादा सीसीटीवी और हजारों नंबर ट्रेस करने का काम किया गया है। लूट के इस खुलासे में अभी छह आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं जबकि दो आरोपी विशाल और हर्ष फरार चल रहे हैं। घटना के खुलासे में विजयनगर थाना पुलिस और स्वॉट टीम पुलिस आयुक्त नगर जोन ने विशेष योगदान दिया।
जेल से छूट बदमाश और आपस में रिश्तेदारों ने बनाया था लूट का प्लान
(करंट क्राइम) डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया है कि इस पूरे मामले में पुलिस ने तुषार विधूड़ी उर्फ हाका निवासी मेरठ, अभय भड़ाना निवासी किठौर, नितिन धामा उर्फ मुनीम, अरुण कसाना, गौरव नागर, धीरज सिंह बैंसला उर्फ रोशन को गिरफ्तार किया है, जबकि विशाल और हर्ष फरार हैं। पुलिस ने बताया है कि तुषार पूर्व में जेल गया था। जेल से आने के बाद वह इन लोगों के संपर्क में था। इस पूरे मामले में मोंटी नाम के एक युवक जो मेडिकल का काम करता है उसने धीरज सिंह को जानकारी दी थी कि गाजीपुर मंडी से सोमवार को मोटा कैश जाता है। इसमें हवाला का पैसा भी होता है। लूट की वारदात अंजाम दी जाएगी तो पीड़ित शिकायत नहीं करेगा और यह मोटी रकम आपस में बांट लेंगे। इसमें से कई नौकरी पाने के लिए अलग-अलग राज्यों की सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, तो कई नोएडा और मेरठ के कॉलेज के छात्र हैं। पुलिस की माने तो गौरव नागर, मोंटी, धीरज सिंह, अरुण कसाना, तुषार सब एक दूसरे को आपस में जानते हैं और सभी गुर्जर जाती के हैं। इसमें कुछ युवक गौतमबुद्धनगर के रहने वाले हैं, तो कुछ मेरठ जनपद के निवासी हैं। इनकी आपस में रिश्तेदारी भी है, जिस वजह से सबने मिलकर लूट का एक साथ प्लान बनाया था।
लूट की रकम से खरीदे थे नए ब्रांडेड कपड़े
(करंट क्राइम) एसीपी निमिष दशरथ पाटिल ने जानकारी दी है कि इस पूरे मामले में खुलासा करने के बाद छह आरोपियों गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस ने 20 लाख 50 हजार रुपये, एक पिस्टल, एक जिंदा कारतूस, तीन तमंचे व तीन जिंदा कारतूस, एक चाकू, वादी की स्कूटी, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल शिफ्ट कार के साथ ही एक आईफोन और बदमाशों द्वारा लूट का पैसा बंटवारा करने के बाद जो ब्रांडेड नए कपड़े और अन्य टीम की सामान खरीदे गए थे वह भी बरामद किए हैं।
दिल्ली पुलिस की तैयारी कर रहा है अरुण कसाना
(करंट क्राइम) पुलिस के सूत्रों ने जानकारी दी है कि इस मामले में लूट की प्लानिंग रचना में अरुण कसाना नाम के आरोपी का भी अहम रोल है। यह दिल्ली के मुखर्जी नगर में रह रहा था और दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर की नौकरी पाने की तैयारी कर रहा था। इसका एक भाई दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल बताया जा रहा है। इसी के साथ अभय भड़ाना भी ठीक परिवार से है और उसका एक भाई भाजपा नेता बताया जा रहा है।
क्या हवाला के पैसे पर थी गुर्जर गैंग की नजर
(करंट क्राइम) पुलिस ने जानकारी दी है कि इन लुटेरों को यह मालूम था कि दिल्ली की गाजीपुर मंडी से कुछ लोग हवाला का पैसा लाना लाने ले जाने का काम करते हैं। उनके साथ अगर किसी प्रकार की वारदात की जाएगी, तो वह पुलिस को सूचना नहीं देंगे और इसी के चलते इन्होंने पशु कारोबारी नदीम का दो बार पीछा किया और सोमवार को वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने बताया है कि गैंग को जानकारी थी कि सोमवार को अधिक कैश होता है और उनकी सूचना सटीक भी निकली लेकिन नदीम हवाला का पैसा नहीं ले जा रहा था। उसने वारदात के बाद तत्काल पुलिस को सूचना दी थी, जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी की मदद ,सर्विलांस और मुखबिरी नेटवर्क के जरिए इस सनसनीखेज लूटकांड का खुलासा लगभग 10 दिन के भीतर कर दिखाया है।
पहले बाइक और कार से अंजाम दी लूट, फिर आॅटो से फरार हुआ गैंग
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार साढ़े 23 लाख रुपए की इस लूट को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने पहले स्कूटी को एक इलाके में छोड़ा और शिफ्ट कार में सवार होकर यह है दूसरे स्थान पर गए। वहां से अलग-अलग टेंपों में बैठे फिर एक स्थान पर पहुंच कर पैसों का बंटवारा किया गया और सभी अपने-अपने घर चले गए थे। पुलिस ने इनसे एक आईफोन भी बरामद किया है। साथ ही कई अन्य सामान भी बरामद किया गया है।