-दीपक भाटी, समाचार संपादक
क्यों कहा कहने वाले ने कि हमने देखे दो रोजगार मेले? दोनों को देखकर हुआ हमें कुछ अलग एहसास? एक रोजगार मेले में काफी जनप्रतिनिधि दूरी बना गये? वहीं दूसरे रोजगार मेले में सबके चेहरे खिलखिलाते हुए दिखाई दिये खास? कहने वाले ने कहा कि रोजगार मेले को देखकर हमें सुनाई दिया गजब का शोर? दूरियां लगातार बढ़ाने वाले बढ़ा रहे हैं? देखना अब ये है बाबा जी के प्रयास खत्म कर पायेगें क्या दूरियों की डोर?
क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा वाष्णेय जी निगम चुनाव से पहले कंधे पर टांग कर चलते थे कैमरा? कर लेते थे वो एक-एक नेता का फोटो कैप्चर? मगर सुना है जब से बीते हैं निगम चुनाव? तब से तू खींच मेरी फोटो वाला बंद कर दिया है उन्होंने चैप्टर? कहने वाले ने कहा हो सकता है ये है समय का सितम? जिनकी फोटो खींची वो काम नहीं आये? तो फिर अब क्यों कैमरा उठाकर उनसे स्माईल प्लीज कहा जाये?
क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा सरदार का वैसे तो भाता है हमें एक-एक अंदाज? मगर आजकल वो और उनके भांजे एक चीज मिस कर रहे हैं साहब? राजनैतिक चेहरों से तो कर रहे हैं दोनों शिद्दत से मुलाकात? मगर सामाजिक कार्यक्रमों में दोनों के दर्शन नहीं हो रहे हैं खास? आखिर उन्हें इस ओर भी देना चाहिए ध्यान? सामाजिकता से मजबूत होती है पहचान? जैसे मामा हैं वैसे ही भांजे बनेंगे? क्योंकि मामा ने स्थापित की है राजनीति में सामाजिकता की ताकत पर ही अपनी पहचान?
क्यों कहा कहने वाले ने कि जब भी मैं पुराने घटनाक्रम पर गौर करता हूं? तो आ जाती है मेरे चेहरे पर स्माईल? मैं सोचता हूं क्या इस बार तैयार की जायेगी मेयर सुनीता दयाल के लिए कैम्प आॅफिस वाली फाईल? क्या उनके लिए भी कोई आशियाना तैयार करने की बनेगी योजना? या फिर उन्हें अपने घर पर ही कैम्प आॅफिस बनाकर करना होगा जनता की समस्या का समाधान? कहने वाले कह रहे हैं कि मेयर जिस तरह से ताबड़-तोड़ कार्यवाही कर रही हैं? उसे देखते हुए एक कैम्प आॅफिस बनना चाहिए उनके भी नाम?
क्यों कहा कहने वाले ने कि पूरे गौरव से लगायी हुई थी क्रान्तिकारी युवा टीम ने अपने लीडर के अध्यक्ष बनने की आस? सभी के खोपड़ो ने बुने थे तरह-तरह के ख्वाब? मगर क्रान्तिकारी युवा टीम का फिलहाल खामोश हो गया है शोर? शायद इनको पता चल गया है कि हमारे खेमे के लीडर की कमजोर हो गई है अध्यक्ष वाली डोर? इसलिए नहीं दिखाई दे रहा है युवा टीम के क्रान्तिकारियों का कोई भी तूफान? पुरानी फाईल से चौरसिया जी अपनी बाडी बिल्डिंग वाला फोटो मार्किट में लाकर दे चुके हैं रिलैक्स होने का पैगाम?
क्यों कहा कहने वाले ने कि हम थे यूपी गेट पर मंत्री जी के स्वागत के लिए मौजूद? यहां पर बहुत ही कम नजर आ रहा था हमें भगवा महिला चेहरों का वजूद? मगर हमने देखा हर कार्यक्रम में पूरी शिद्दत से नजर आने वाली मैडम रनीता यहां पर भी थीं मौजूद? जब तक कार्यक्रम चला तब तक हमें होते रहे उनके दीदार? कहने वाले ने कहा ऐसी ही सक्रियता बढ़ाती है किसी कार्यकर्ता का पार्टी में आधार? अगर भविष्य में आ जाये कुछ बड़ा पद मैडम सिंह के हाथ? तब कई चेहरे इसलिए परेशान रहेंगे कि इनको पद कैसे मिला साहब? शायद उन्हें पता नहीं होगा मैडम सिंह की सक्रियता का एहसास?
क्यों कहा कहने वाले ने कि नंबर वन वाले यूं ही नहीं छोड़ेगें अपने बजरंगी को मझधार में? वो बजरंगी से इतना प्यार करते हैं कि उनके टिकट के लिए खुद हुए थे चालक बनकर सवार कार में? दिलाया था उन्हें पूरा इंसाफ? हमें पता है एक प्रकरण में वो शांत नहीं बैठेंगे साहब? हमने देखा डिप्टी सीएम कल थे गाजियाबाद में मौजूद? वहां पर उनकी हुई है उनसे किसी विषय पर लंबी बात? ये बात निकालेगी किसी बड़ी समस्या का समाधान? बजरंगी भैया के चेहरे का नूर कुछ ऐसा ही संदेश दे रहा है श्रीमान?
क्यों कहा कहने वाले ने कि अगर आप गौर करो तो अग्रवाल जी हमेशा गोयल साहब के लगवाते है बड़े प्रोग्राम? इतिहास पर नजर डालोगे तो पूरी तस्वीर क्लीयर हो जायेगी श्रीमान? हमें तो उनकी इस मोहब्बत के पीछे नजर आता है एक पैटर्न? ऐसा लगता है वो कर रहे हैं गाजियाबाद की धरा पर गोयल साहब के लिए जमीन तैयार? शायद देना चाह रहे हों किसी को संदेश? भले ही हम कहीं चूक जायें? मगर इतने बड़े चेहरे को इग्नोर करना नहीं होगा ऊपर वालों के लिए भी आसान?
क्यों कहा कहने वाले ने कि इस तरह शांत हो जायेगी खोड़ा पालिका की लड़ाई? ये बात हमें अभी तक नहीं है समझ आई? क्रान्तिकारी लैटर वार कैसे हो गई शांत? ये सबकुछ सोच समझकर है, या फिर है बाईचांस? कहने वाले ने कहा पूर्व वाले शर्मा जी से तो रख रहे थे आगे भी क्रान्तिकारी तेवरों की उम्मीद? ना जाने ऐसा क्या हुआ उन्होंने भी कर ली अपनी जुबान खामोश? ना अब लैटर नजर आ रहे हैं, ना दिख रहा है कोई विवाद का मैटर? लग रहा है सबकुछ इच्छा अनुसार पटरी पर आ गया है? मामला हो गया है अब गुड से भी बैटर?
क्यों कहा कहने वाले ने कि कुछ तो संदेश दे रही है नदिया पार वाले भगवा त्रिपाठी जी के चेहरे की मुस्कुराहट? उनके शब्द बताते हैं कि उनके दिल में अभी भी शेष है नया कमांडर बनने की आहट? सुना है वो दे रहे थे अपने खास लोगों में संदेश? कह रहे थे नदिया के उस पार वाला ही बनेगा अध्यक्ष का फेस? कहने वाले ने कहा त्रिपाठी जी के पार्टी आला कमान तक हैं हाथ? वो जो भी कुछ कह रहे हैं उसमें दम तो जरूर है साहब?
Discussion about this post