उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और आरएलडी गठबंधन कर चुनावी मैदान में है। इससे पहले आरएलडी और सपा ने 94 उम्मीदवारों की घोषणा 13 जनवरी को की थी जिसमें सपा की तरफ से आरएलडी को लड़ने के लिए कुल 26 सीटें दी गई थी।
इस दूसरी लिस्ट में आरएलडी के सात उम्मीदवार घोषित कर दिए गए थे। वहीं पहले चरण की सीटों के दौरान आरएलडी को 19 सीटें दी गई थीं जिसके बाद सोमवार को पार्टी ने दो और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है।
गौरतलब है कि यूपी चुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन में आरएलडी को कुल 28 सीटें मिली हैं। जिनमें से 2 उम्मीदवारों का ऐलान सोमवार को किया गया जबकि 26 उम्मीदवार पार्टी ने पहले उतार दिए थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जहां आरएलडी का वर्चस्व अधिक है उन सीटों में पहली और दूसरी सूची में ही आरएलडी के उम्मीदवारों का एलान अधिक संख्या में किया गया था।
इससे पहले आरएलडी की ओर से जिन सात उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए थे उनमें थानाभवन से अशरफ अली, बुढ़ाना से राजपाल बालियान, मीरापुर से चंदन चौहान, मुरादनगर से सुरेंद्र कुमार मुन्नी, शिकारपुर से किरन पाल सिंह, बरौली से प्रमोद गौड़ और इगलास से बीरपाल सिंह दिवाकर को उम्मीदवार बनाया गया है।
उम्मीदवारों के ऐलान से पहले ऐसी अटकलें थीं कि सपा संग गठबंधन में आरएलडी को 36 सीटें तक मिल सकती हैं। लेकिन अब शायद जयंत चौधरी की पार्टी को 28 सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ेगा हालांकि आरएलडी ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर बड़ा संदेश देते हुए कहा था कि राष्ट्रीय लोकदल-समाजवादी पार्टी का गठबंधन उत्तर प्रदेश में लाएगा परिवर्तन, युवा, किसान के विकास का मंत्र, आ रहे हैं अखिलेश और जयन्त।
पार्टी की पहली सूची की बात करें तो शामली से प्रसन्न चौधरी, पुरकाजी से अनिल कुमार, खतौली से राजपाल सिंह सैनी, नहटौर से मुंशी राम, बागपत से अहमद हमीद, लोनी से मदन भैया, मोदीनगर से सुरेश शर्मा, स्याना से दिलनवाज खान, खैर से भगवती प्रसाद सूर्यवंशी, आगरा देहात से महेश कुमार जाटव, फतेहपुर सीकरी से ब्रिजेश चाहर, खैरागढ़ से रौतान सिंह, हापुड़ से गजराज सिंह, जेवर से अवतार सिंह भड़ाना को उम्मीदवार बनाया गया हैं।