Ghaziabad: नगर पालिका परिषद मोदीनगर में हुए एक मारपीट के मामले में सभी पार्षदों ने आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में नगर पालिका के सभासदों के बीच खींचतान और हिंसा का सिलसिला बढ़ रहा है। इसके परिणामस्वरूप, गुरुवार को मोदीनगर के सभी सभासद धरने पर बैठ गए और अपने आपसी विवादों के समाधान के लिए चर्चा की।
क्यों हुई मार-पिटाई ?
बुधवार को, एक सभासद को श्री लगाने के नाम पर, कुछ लोगों ने उसे पिटा। इस घटना के संबंध में, दोनों पक्षों ने स्थानीय थाने में तहरीर दी है। यह घटना नगर पालिका के सदस्यों के बीच विशेष बोर्डों पर नामों को लेकर हुई विवाद के दौरान हुई थी। मोदीनगर नगर पालिका के सभी वार्डों में, सभी सभासदों के नामों के साथ बोर्ड लगाए गए थे। इसके परिणामस्वरूप, संतपुरा निवासी सभासद सलमान के वार्ड में भी एक ऐसा बोर्ड था। इस बोर्ड पर नाम से पहले श्री लिखा होने के कारण कुछ लोगों ने इसे विरोध किया।
लगाया नाम के आगे ‘श्री’
इसके बाद, सेंदा रोड के निवासी मधुर नेहरा और कई युवकों ने मोदीनगर नगर पालिका पहुंचकर वहां मौजूद सभासद सलमान के नाम के आगे श्री लगाने के विरोध में अपना स्वर उठाया। इसके परिणामस्वरूप, सभासदों के बीच हुई मारपीट में दोनों पक्षों ने कई युवकों को शामिल किया। मधुर नेहरा के अनुसार, उन्होंने अपने साथी शुभम शर्मा के साथ पालिका में गए थे, जहां सभासद ने अपने साथियों के साथ मिलकर उन्हें मारपीट की। इसके बाद, सभासद सलमान ने भी कहा कि उसको फोन पर जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके कारण उसके साथ मारपीट हुई।
होगी कार्रवाई
इस मामले में तहरीरें देने के बाद, पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। एसीपी ज्ञान प्रकाश राय ने बताया है कि इस मामले में दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीरें दी हैं और अब जांच के बाद उचित कदम उठाए जाएंगे। अब, मोदीनगर नगर पालिका के सभी सभासद परिसर में बैठकर धरना दे रहे हैं और आरोपियों को जल्द से गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। इस मामले को सीधे और निष्कर्षी रूप से सुलझाने की कोशिश की जा रही है ताकि आपसी सहमति बने रहे और विवाद समाधान हो सके।
लोग बैठे धरने पर
इस विवाद में अब सभी प्रतिभागियों के बीच शांति बनाए रखने के लिए नगर पालिका परिषद के सभी सदस्य धरना पर बैठे हैं, ताकि विवादों को नियंत्रित किया जा सके और आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जा सके। इस मामले में सुलझाव की कोशिशों के बावजूद, इससे उच्छेद नहीं हो पा रहा है और घटना के संबंध में दोनों पक्षों के बीच टकराव देखा जा रहा है।
इस दौरान, पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीरें दर्ज की हैं और जल्दी ही इस मामले की जांच शुरू करेगी। विशेषज्ञों की टीम को भी इस मामले की गहन जांच के लिए तैयार किया गया है ताकि सच्चाई सामने आ सके और अगर किसी ने भी नियमों का उल्लंघन किया है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। यह घटना नगर पालिका के बीच सहमति और समझदारी की कमी को दर्शाती है जो सीधे और नैतिक रूप से सहमति और विकास की दिशा में काम करने की आवश्यकता को उजागर करती है। इस घटना के संबंध में लोगों की आसपासिकता बढ़ रही है और सार्वजनिक रूप से यह उम्मीद की जा रही है कि विवाद शीघ्र हल हो जाए और सभी प्रतिभागियों के बीच समझदारी बनी रहे।