Ghaziabad News: ग़ाज़ियाबाद में ऐवन पनीर भण्डार नाम की दुकान, जो कि टीला शहबाजपुर गाँव में स्थित है, खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने यहाँ छापा मारा। यह खबर उड़ती-उड़ती मोदीनगर से आयी थी कि कुछ क्षेत्रों में नकली देसी घी, पनीर और खोये की बिक्री की जा रही है। इस ही सूचना के बाद फ़ूड सेफ्टी अफसर (FSO) ने यहाँ कल छापा मारा था।
क्यों मारा था छापा?
मोदीनगर में पड़ने वाला गाँव टीला शहबाजपुर में चलने वाली एक दूकान के खिलाफ शिकायत आयी थी, जिसके पता लगने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी (फ़ूड सेफ्टी अफसर (FSO)) ने दुकान पर अपनी टीम के साथ छापा मार दिया। एफएसओ का शक़ सच में बदल गया जब उनके आते ही दुकान का मालिक दबे पाओं वहां से भाग निकला। फिर क्या? अफसर ने अपनी टीम को आदेश देकर उनसे पूरी दुकान की परख करवाई और हर खाद्य पदार्थ के कुछ सैंपल टेस्टिंग के लिए इकट्ठे किये। सैंपल में लिए जाने वाले प्रोडक्ट्स में देसी घी, पनीर, खोया आदि थे। लोगों का कहना है कि यह दुकान अछि-खासी चलती है व दुकानदार भी काफी मुनाफे में रहता है, मगर कैसे? ये लोग पता नहीं कर पाए मगर अधिकारी जी बखूबी इनका खेल समझ गए।
इस व्यक्ति की दुकान पर जो भी कस्टमर्स आते थे, वे ज़्यादातर स्ट्रीट फ़ूड बेचने वाले या ठेला लगाने वाले, यह सब ही इनका सामान खरीद कर जाते थे। इनका घी, पनीर वगैरा चाऊमीन, मोमोज़, बर्गर, इन सब फ़ास्ट फूड्स में उपयोग होता है। मगर चौंकने की बात तो ये है कि यह व्यक्ति देसी घी को 650 रुपये में 2 किलो को बेचता था, जो कि अन्य घी के ब्रांड्स से काफी कम है। सिर्फ यही पैरामीटर पता लगने पर ही देसी घी का नकली होने का सबूत मिलता है।
नरेश नारायण झा, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी के द्वारा ये मालूम चला है कि इस घी कि महक भी असली देसी घी के जैसी ही है। पर टेस्टिंग पर पता चला कि इसमें खुशबू के लिए एसेंस की मिलावट की जाती है। साथ ही अफसर के आने पर दुकानकार का भागना यह प्रतीत करता है कि उसके मन में खोट है और वह शक़ को बढ़ाता चला जा रहा है। दुकानदार के यहाँ से सारा माल बरामद कर लिया गया है, अब टीम टेस्टिंग के बाद कि सूचना देगी कि उसकी दुकान चलती रहेगी या नहीं.
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