जब से गए है जेपी नड्डा तब से नहीं सुनाई दे रहा कोई विवाद
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। राष्टÑीय अध्यक्ष जब नदिया पार वाले कॉलेज में आएं थे तो उससे पहले ही भगवा गढ़ में तकरार के बादल छाए हुए थे। तकरार भी सरकार वालों में थी और राज्यसभा से लेकर लोकसभा और विधान परिषद से लेकर विधानसभा वाले आपस में उलझ गए थे। इस उलझन में संगठन वाले भी लिपट गए थे। मौका ऐसा था और इसी बीच राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कॉलेज में मन की बात सुनने आ गए। ये चर्चा थी कि राष्टÑीय अध्यक्ष की नॉलेज में कॉलेज में हुई कॉलेज वालों की तकरार का किस्सा जरूर होगा। लिहाजा जब राष्टÑीय अध्यक्ष अंदर वाले कक्ष में पहुंचे और जनप्रतिनिधियों को भी बुलाकर बात की तो बाहर चर्चा शुरू हो गई थी। ये सब जानना चाहते थे कि क्या बात हुई।
अब जब राष्टÑीय अध्यक्ष को गाजियाबाद आकर गये हुए लगभग महीना बीत रहा है तो ये माना जा रहा है कि कुछ तो बात हुई थी क्योंकि उसके बाद से भगवा गढ़ में फिर विवाद को लेकर ही कोई बात नहीं हुई। न किसी ने किसी के लिए कुछ कहा और न ही किसी ने किसी को फोन किया। लहजे भी सुधरे और जुबान की टोन को भी करेक्ट किया। लिहाजा ये माना जा रहा है कि राष्टÑीय अध्यक्ष जनप्रतिनिधियों को कुछ तो बात बता गए थे और विवाद को शायद साइलेंटली खत्म करा गए थे। क्योंकि अब राष्टÑीय अध्यक्ष के जाने के बाद से भगवा गढ़ में ये आग शांत है। सभी के बयान शांत है। कुछ तो संदेश राष्टÑीय अध्यक्ष देकर गए है। वरना खुलकर एक-दूसरे पर इल्जाम लगाने वाले ऐसे ही साइलेंटली मोड में नहीं आए है।
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