गाजियाबाद (करंट क्राइम)। इस बार चुनाव में क्षत्रिय समाज नाराज बताया जाता है। ठाकुर समाज की नाराजगी सोशल मीडिया पर दिखाई दे रही है। वो अपनी पोस्ट के जरिए अपने दिल के गुब्बार को निकाल रहे हैं। अब ये नाराजगी क्या असर दिखायेगी ये आने वाला समय बतायेगा और नाराजगी को संभालने को क्या प्रयास भाजपा ने किये हैं ये भी पता चलेंगे। लेकिन इन सबके बीच खबर ये है कि 17 अप्रैल और 18 अप्रैल की तारीख धौलाना में खास रहने वाली है। 17 अपै्रल को धौलाना में ठाकुरों की महापंचायत का ऐलान हो गया है। 17 अप्रैल को धौलाना में ये महापंचायत होगी और इस महापंचायत में ठाकुर समाज के खास लोग भी हिस्सा लेंगे। ये महापंचायत तय करेगी कि समाज किसके पक्ष में जायेगा। वहीं सूत्र बताते हैं कि क्षत्रिय महासमाज की महापंचायत के अगले दिन ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा धौलाना में होनी है। दैनिक करंट क्राइम ने पहले ही ये प्रकाशित कर दिया था कि धौलाना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा होगी। सूत्र बताते हैं कि 18 अप्रैल को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ धौलाना में आ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ठाकुर समाज के बड़े चेहरे माने जाते हैं। यहां सबकी निगाहें इस बात पर रहेंगी कि धौलाना में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बोल क्या रहेंगे। बहरहाल 17 अप्रैल और 18 अप्रैल की तारीख धौलाना की सियासी फिजा में खास रहने वाली हैं।
ठाकुर समाज के रिटायर अफसर और पूर्व जनप्रतिनिधि भरेंगे हुंकार
करंट क्राइम। 17 अप्रैल को धौलाना में पुरानी तहसील के पास ठाकुरों की महापंचायत हो रही है। साठा चौरासी की सरजमी पर होने वाली इस महापंचायत में ठाकुर समाज के कई पूर्व जनप्रतिनिधि और रिटायर अफसर भी सियासी वजूद को लेकर हुंकार भरेंगे। सूत्र बताते हैं कि इस महापंचायत की परमीशन मिल गई है और महापंचायत का वजूद बड़ा होने जा रहा है। पहले यह महापंचायत एक हॉल में होनी थी। लेकिन अब बड़ा संदेश देने के लिए ये महापंचायत बड़े स्थान पर हो रही है। इसकी तैयारियां शुरू हो गई है और केवल धौलाना ही नहीं बल्कि आस पास के इलाकों में रहने वाले ठाकुर समाज के लोगों को बुलाने के लिए बसें लगाई गई हैं। इस महापंचायत में ठाकुर समाज के चेहरे इस बात का फैसला लेंगे कि समाज इस चुनाव में किसके पक्ष में जायेगा। महापंचायत की तैयारी हो गई है।
नाराजगी का होगा डैमेज या भाजपा यहां कर लेगी पूरे मामले को मैनेज
करंट क्राइम। लोकसभा का टिकट घोषित होने के बाद से ही कुछ चेहरों ने इसे ठाकुर टिकट से जोड़कर नाराजगी का सीन बना दिया। पहले छोटी छोटी बैठक हुर्इं और फिर महापंचायत का दिन आ रहा है। यहां पर एक बड़ा सवाल है कि भाजपा को ठाकुरों की नाराजगी का डैमेज होगा या भाजपा चुनाव से पहले ही सबकुछ मैनेज कर लेगी। सियासी जानकार ये मान रहे हैं कि भाजपा के बड़े नेता भले ही बोल नहीं रहे हैं लेकिन वो पूरे मामले को तोल रहे हैं और वो डैमेज कंट्रोल कर लेंगे। वैसे भी अतुल गर्ग के चुनाव में भाजपा के बड़े ठाकुर चेहरे उनके साथ हैं और खास बात ये है कि यहां धौलाना विधायक धर्मेश तोमर भाजपा लोकसभा उम्मीदवार अतुल गर्ग के पक्ष में डटे हुए हैं। धौलाना की सियासत में खासतौर से, ठाकुर सियासत में धर्मेश तोमर का मजबूत वजूद बताया जाता है। इसके पहले भाजपा में अतुल गर्ग के नामांकन जुलुस से पहले केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की जनसभा उनके पक्ष में करायी। अब धौलाना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा हो रही है। ये दोनों चेहरे उत्तर प्रदेश के बड़े ठाकुर चेहरे हैं और यहां इनके आने से नाराजगी पर काबू पाया जा सकता है।
ठाकुर वोट होंगे क्या किसी और उम्मीदवार की तरफ डाइवर्ट
करंट क्राइम। ठाकुर समाज की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है। उसके कई भगवा चेहरों ने दल से पहले समाज को वरीयता देने की बात कही है। ठाकुर समाज ने महापंचायत बुला ली है। सबसे बडी बात ये है कि बसपा ने एक ठाकुर चेहरे को टिकट दिया है और अब आंकलन ये हो रहा है कि अगर ठाकुर समाज डायवर्ट हुआ तो वो किधर जायेगा। हालांकि यहां भाजपा प्रबंधन को पूरा विश्वास है और अतुल गर्ग भी पूरे उत्साह के साथ चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन सवाल यही है कि नाराजगी के तराजू पर किसका वजन भारी रहेगा। बसपा ने नन्दकिशोर पुण्डीर को टिकट दिया है और क्या भगवा ठाकुर इस बार महाराणा प्रताप के चेतक को छोड़कर बसपा के हाथी पर सवार होंगे। क्या ठाकुरों की नाराजगी का कोई माइलेज कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा को मिलेगा। या फिर सीन कुछ ऐसा बनेगा कि ये वोट बैंक घूम फिरकर कमल पर ही खिलेगा। 17 अप्रैल को महापंचायत होगी तो यहां पर ठाकुर समाज के बड़े चेहरों की संख्या और उनकी नाराजगी का वजन दोनों ही काउंट होंगे।