Ghaziabad: गाजियाबाद के प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, अब एक महत्वपूर्ण विवाद का केंद्रबिंद बन गया है। इस वीडियो में छात्रों ने ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाया, जिसके परिणामस्वरूप एक शिक्षिका द्वारा अपमानित किया गया। शिक्षिका ने छात्र को मंच से नीचे उतार दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. हालांकि, इस मामले में पुलिस तक कोई शिकायत नहीं दर्ज की गई है, लेकिन सोशल मीडिया पर इसका खूबसूरत तूलन हो रही है।
विस्तार में
गाजियाबाद के प्रमुख एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज में एक आपत्तिजनक घटना का पर्दाफाश हो गया है। इस घटना का संवाद ‘नवतरंग’ नामक एक इंडक्शन कार्यक्रम के दौरान हुआ, जिसके दौरान छात्रों ने एक अभिवादन के रूप में ‘जय श्रीराम’ कहा। मंच पर पहुंचे छात्र ने इस अभिवादन को स्वागत किया, लेकिन इसके परिणामस्वरूप कॉलेज की एक शिक्षिका, ममता गौतम, ने उन्हें ‘आउट’ कहकर मंच पर अपमानित करने का क्योर्त किया और उसे मंच से नीचे उतार दिया। इस मामले ने बड़ी विवाद स्थिति उत्पन्न की है और सोशल मीडिया पर इसके वीडियो ने तेजी से प्रसारण किया है।
सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
इस घटना के बाद, अन्य छात्रों ने अध्यापिका ममता गौतम के खिलाफ आवाज उठाई है। हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी तोमर ने इस मामले में कड़ी आपत्ति जताई है और घटना के बाद छात्रों के साथ धरने पर बैठने की योजना बताई है। उन्होंने कहा कि अध्यापिका ममता गौतम को तुरंत कॉलेज से निकाल दिया जाए, वरना धरना देंगे। इस घटना के बाद, सोशल मीडिया पर यह मामला व्यापक रूप से चर्चा में है, और लोग अध्यापिका की इस क्रिया की निंदा कर रहे हैं। इसमें छात्रों का अधिकार जीने की मांग भी हो रही है, और उन्हें स्वतंत्रता से अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार होना चाहिए। आधिकारिक तौर पर किसी भी प्रकार की शिकायत या कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है, लेकिन इसका मामूला बड़ रहा है और सोशल मीडिया पर अध्यापिका के खिलाफ मांग कर रहे हैं।
सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने इस मामले में भी रुख बदल दिया है। कई स्थानीय संगठन छात्रों के पक्ष में उतरे हैं और उनके अधिकारों की सुनिश्चिति के लिए मांग की है। वे इस मामले को एक महत्वपूर्ण नागरिक मुद्दा मान रहे हैं और छात्रों के खिलाफ अनुच्छेद 19 के तहत उनके अधिकार का उल्लंघन करने के आरोप में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर यह मामला व्यापक रूप से चर्चा में है और लोग अध्यापिका की इस क्रिया की निंदा कर रहे हैं। इसमें छात्रों का अधिकार जीने की मांग भी हो रही है, और उन्हें स्वतंत्रता से अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार किया जा रहा है।
एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रशासन ने इस मामले का अभिगमन किया है और उन्होंने कई छात्रों और अध्यापिका ममता गौतम के बीच बातचीत का आयोजन किया है। इसके बावजूद, छात्रों और अध्यापिकाओं के बीच तनातनी जारी है और मामले का नतीजा अब तक नहीं आया है।
स्थानीय प्राधिकृत्य संगठनों ने इस मामले को भी एक सामाजिक मुद्दा बना दिया है और उन्होंने छात्रों के खिलाफ न्याय की मांग की है। वे इस मामले को बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा के संदर्भ में भी देख रहे हैं और उनके खिलाफ किसी भी प्रकार के अन्याय का खण्डन कर रहे हैं। इस मामले से सामाजिक और नैतिक मुद्दों के प्रति जागरूकता बढ़ रही है, और लोग अध्यापिका ममता गौतम की क्रिया को विवादास्पद मान रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, इस मामले का सामाजिक और सांस्कृत यकीनन, इस मामले का निष्कर्ष जब तक नहीं आएगा, तब तक यह विवाद जारी रहेगा, और इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी चर्चा जारी रहेगी।