पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम गाजियाबाद सिस्टम में जून के बाद 2015 बैच वालों की टेंशन बढ़ाने वाली है। कमिश्नरेट वाले पुख्ता सूत्रों ने जानकारी दी है कि पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद में बड़ी संख्या में 2015 बैच के टू-स्टारों की पोस्टिंग है। वहीं सुनने में आ रहा है कि मौजूदा समय में अधिकांश प्रमुख चौकियों, नदियापार से लेकर देहात के कई प्रमुख थानों में भी टू-स्टार 2015 बैच का डंका बजता हुआ ही नजर आ रहा है। वहीं पुलिस कमिश्नरेट के लाइन वाले खास कार्यालय से लेकर कई आईपीएस अधिकारियों के पब्लिक रिलेशन आॅफिसर भी 2015 बैच के बताए जा रहे हैं। वहीं तमाम प्ािंक बूथ की कमान भी कमिश्नरेट वाले सिस्टम में 2015 बैच वालों के कंधों पर है। तो रेलवे लाइन के बराबर वाला थाना हो या दिल्ली से सटे नमो भारत स्टेशन के बराबर का पुलिस स्टेशन हर जगह 2015 वालों ने कुर्सी संभाली हुई है। वहीं कमिश्नरेट के ही सूत्रों से सुनने में आया है कि 30 जून के बाद 2015 बैच वाले उपनिरीक्षकों को पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद से जाना होगा। इसमें कुछ का समय तो मई माह में ही पूरा हो रहा है, तो कुछ को जून तक यहां से विदाई लेनी होगी। पुलिस कमिशरेट वाले सिस्टम के सूत्र बता रहे हैं कि कई टू-स्टार तो अभी से पास वाली कमिश्नरेट और दूसरे जोन में एंट्री लेने के लिए अभी से जुगाड़ सेट करने में लग गए हैं। तो कुछ को उम्मीद है कि उन पर ऊपर वाले साहब का आशीर्वाद मिल जाएगा और वह बच सकते हैं, पर ऐसा होना अभी मुमकिन नजर नहीं आ रहा है। पुलिस कमिश्नरेट वाले 2015 बैच के ही सूत्र बता रहे हैं कि कई टू-स्टार को तो अभी से ही रात में नींद नहीं आ रही है और दिन का चैन छिन गया है कि आने वाली जून के बाद उनका क्या होगा। वहीं विश्वसनीय सूत्रों से सुनने में तो यहां तक आ रहा है कि एक टू-स्टार जो वर्तमान में थाने की कमान पर हैं वह अपने एक गुरु जी की शरण में जाने के लिए प्रयासरत है। अब देखना होगा आने वाले दिनों में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम गाजियाबाद में 2015 बैच का क्या समीकरण बनता है और किसको कमिश्नरेट से आउट और किसको इन रहने में सफलता हासिल होती है। वैसे पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद में अभी वर्तमान समय में बैच 2015 वालों की संख्या बड़ी और मुख्य धारा से जुड़ी बताई जा रही है। अब देखना होगा जून के बाद होता है क्या।