गाजियाबाद (करंट क्राइम)। नगर निगम की बोर्ड बैठक को लेकर जैसे कय्यास लगाये जा रहे थे वैसा ही बोर्ड में शुक्रवार को देखने को मिला। निगम अधिकारियों की ओर से जो प्रस्ताव रखे गये उन पर सदन सदस्यों की असहमति साफतौर पर देखने को मिली। निगम अधिकारियों की ओर से शासन को भेजे गये प्रस्ताव एवं शासन से आई गाइड लाइन पर सदन सदस्यों ने खुलकर विरोध दर्ज कराया। स्मार्ट पार्किंग के प्रस्ताव को लेकर घंटों सदन में चर्चा हुई और बाद में सदन ने समिति के गठन किए जाने पर मोहर लगाई, प्रस्ताव पहले ही पास हो चुका है, अब संशोधन होने के बाद स्मार्ट पार्किंग को जनपद गाजियाबाद के शहरी क्षेत्र में लागू किया जायेगा। इसके दुकानों के किराये वृद्धि का मामला सदन में देर तक गुंजायमान रहा बाद में मेयर आशा शर्मा की ओर से रखे गये प्रस्ताव के बाद उक्त प्रस्ताव को भी संशोधन करने की सहमति पर हरी झंडी दिखाने का काम किया गया। सुबह ग्यारह बजे शुरू हुई बोर्ड बैठक में स्मार्ट पार्किंग और दुकानों के किराये बढ़ोत्तरी के ही प्रस्ताव छाये रहे और इन्हीं पर ही सदन में बार बार हंगामा भी देखने को मिला। इसके अलावा साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा के इंदिरापुरम में शहीद स्क्वाडन लीडर शिशिर तिवारी के नाम पर एक सड़क के नामकरण के प्रस्ताव को ध्वनिमत से पास किया गया।
बता दें कि शुक्रवार को सुबह 11 बजे बोर्ड बैठक निगम सभागार में आयोजित हुई। नगर निगम बोर्ड की बैठक जैसे ही शुरू हुई विवाद भी शुरू हो गया। विवाद सबसे पहले 7 जून 2022 को हुई बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव की पुष्टि को लेकर शुरू हुआ। बोर्ड बैठक में विकास कार्यो सहित कुल 29 प्रस्तावों को शामिल किया गया जिसमें बोर्ड सदस्यों ने विकास कार्यो से संबंधी प्रस्तावों को पास कर दिया वहीं शासन की ओर से चर्चा के लिए भेजे गये प्रस्तावों पर संशोधन किए जाने एवं प्रस्ताव को पास किए जाने पर सदन सदस्यों ने मोहर लगाई।
15 साल के ठेकों को लेकर विरोध
नगर निगम के कई पार्षदों ने अलग-अलग ठेकों की समय सीमा 15 साल किए जाने का विरोध हुआ। इस मामले में खुद नगर आयुक्त को अपनी बात रखनी पढ़ी। हांलाकि सदन में कई बार 15 साल जैसी कोई समय सीमा तय नहीं होने को लेकर कई बार सफाई भी दी गई लेकिन सदन के अंतिम समय तक इसके विरोध में आवाज बुलंद होती रही। उधर नगर निगम में पार्किंग, विज्ञापन और अन्य मामलों को लेकर आवाज उठाई गई।
बोर्ड में पास हुए प्रस्तावों को शासन में भेजे जाने पर जताई आपत्ति
(करंट क्राइम)। पार्षद राजेंद्र त्यागी ने बोर्ड बैठक में शुक्रवार को यूं तो कई बिंदुओं को लेकर अपनी आपत्तिया जताई। श्री त्यागी ने शासन को भेजे गये प्रस्तावों पर खुलकर आपत्ति जताई और कहा कि किस आधार पर अधिकारियों ने उक्त प्रस्तावों को सदन से पास होने के बाद शासन को भेजा। राजेंद्र त्यागी का कहना था की स्मार्ट पार्किंग, दुकानों का किराया बढ़ाने और टैक्स में वृद्धि करने का प्रस्ताव की पुष्टि नहीं हुई तो फिर उससे पहले नगर निगम प्रशासन ने शासन की अनुमति के लिए क्यों भेज दिया। निगम में श्री त्यागी के इस वकत्व्य पर समूचे सदन का समर्थन प्राप्त हुआ।
सर्वसहमति शब्द पर अनिल स्वामी ने जताई आपत्ति
(करंट क्राइम)। नगर निगम की बोर्ड बैठक में अधिकारियों की ओर से सर्वसहमति शब्द का इस्तेमाल करते हुए कई प्रस्तावों को पास होना बताया तो इस पर निगम के वरिष्ठ पार्षद अनिल स्वामी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि जो भी प्रस्ताव पुष्टि के लिए आया है। उसमें सर्वसहमति शब्द का यूज किया गया है। जबकि यह शब्द यूज करना उचित नहीं है। उनका कहना था कि कोई भी प्रस्ताव पास करते समय बहुमत शब्द का यूज किया जा सकता है। बाद में अधिकारियों की ओर से इस पर स्पष्टीकरण दिया गया।
सो कॉल्ड पर गरमाई निगम के सदन में राजनीति
(करंट क्राइम)। भाजपा के वरिष्ठ पार्षद एवं पूर्व निगम उपाध्यक्ष सुनील यादव ने शुक्रवार को निगम की बोर्ड बैठक में बार बार अपनी आवाज को बुलंद रखा। श्री यादव ने निगम के प्रत्येक प्रस्ताव पर अपनी राय रखी वहीं सुनील यादव ने बातों ही बातों में सो कॉल्ड शब्द के माध्यम से पार्टी के ही वरिष्ठ पार्षदों पर निशाना साधा। सो कॉल्ड शब्द बोले जाने के बाद वरिष्ठों की तरफ से भी इस पर शब्दिक तीर चलाये गये। पूरी बोर्ड बैठक के दौरान सुनील यादव ने कई महत्तवपूर्ण बिंदुओं को लेकर निगम अधिकारियों के समक्ष अपनी बातें रखी।
15 साल पर हिमांशु लव ने उठाई आपत्तियां
(करंट क्राइम)। भाजपा पार्षद हिमांशु लव ने शुक्रवार को बोर्ड बैठक में कई प्रस्तावों पर अपनी राय रखी वहीं उन्होंने 15 वर्ष के मुद्दे को प्राथमिकता से उठाया। उन्होंने कहा कि निगम आडिटोरियम को 15 वर्ष के किराये पर दे चुका है, विज्ञापन नीति में भी 15 वर्ष का ठेका दे दिया गया है और अब पार्किंग व्यवस्था को भी निगम 15 वर्ष की लीज पर देने की तैयारी कर रहा है। यदि नगर निगम सभी संसाधनों को 15 वर्ष की लीज पर दे देगा तो फिर कैसे अगला सदन काम करेगा।
पार्षद कुसुम सिंह का सदन ने जताया आभार
(करंट क्राइम)। कोर्ट के आदेश पर निर्वाचित हुई पार्षद कुसुम सिंह का सदन सदस्यों ने शुक्रवार को बोर्ड बैठक में आभार प्रकट किया। इस मौके पर मेयर आशा शर्मा ने कुसुम सिंह को गुलाब का फूल देकर आभार प्रकट किया एवं स्वागत किया। वहीं कुसुम सिंह ने अपने संबोधन में सदन सदस्यों का तहे दिल से स्वागत किया।
सफाई व्यवस्था पर मनोज
चौधरी ने उठाये सवाल
(करंट क्राइम)। कांग्रेस पार्षद मनोज चौधरी ने सफाई व्यवस्था को लेकर निगम बोर्ड बैठक में जमकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सफाई का व्यवस्था को प्राइवेट हाथों में दे दिया गया है। इससे सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है। निगम निरंतर प्राइवेट हाथों में जा रहा है जिससे साफतौर पर निगम की कार्यप्रणाली प्रभावित हो रही है। यदि निगम अधिकारियों ने जल्द इस ओर कदम नहीं उठाये तो निगम को इसका भारी खामियाजा भुगतना होगा।
जाकिर अली सैफी ने 60-60 लाख
के विकास कार्यो की दिलाई याद
(करंट क्राइम)। नगर निगम सभागार में आयोजित बोर्ड बैठक में अधिकांश पार्षदों ने अपनी अपनी समस्याओं को लेकर प्रमुखता से आवाज उठाई। इसी के चलते कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद जाकिर अली सैफी ने कहा कि पूर्व में प्रस्ताव पास हो चुका है कि प्रत्येक वार्ड में 60 लाख के विकास कार्य होंगे तो फिर विकास कार्य क्यों नहीं हुए हैं यह सदन का अपमान है। जाकिर अली सैफी ने कई अन्य विषयों पर भी बेबाकी से अपनी राय रखी और निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल दर सवाल उठाये।
स्मार्ट पार्किंग को फाइनल करेगी कमेटी
(करंट क्राइम)। नगर निगम की बोर्ड बैठक में शुक्रवार को स्मार्ट पार्किंग का मुद्दा कई घंटों तक गरमाया रहा। अधिकांश पार्षदों की तरफ से स्मार्ट पार्किंग को लेकर आपत्तियां दर्ज कराई गई। बार बार सामने आई आपत्तियों के बाद मेयर आशा शर्मा ने स्मार्ट पार्किंग को लेकर एक कमेटी बनाने का निर्णय सदन में लिया। अब जो कमेटी बनाई जायेगी, वह स्मार्ट पार्किंग की गाइड लाइन तैयार करेगी और इसके बाद स्मार्ट पार्किंग को जनपद गाजियाबाद के नगरीय क्षेत्र में लागू किया जायेगा।
कैटागिरी वाइज बढ़ाया जायेगा दुकानों का किराया
(करंट क्राइम)। बोर्ड बैठक में एक तरफ जहां स्मार्ट पार्किंग का मुद्दा गहराया रहा वहीं दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा दुकानों के किराये को बढ़ाने का रहा। दुकानों के किराये को बढ़ाने के प्रस्ताव पर आये सुझावों के बाद मेयर आशा शर्मा ने तीन स्तरीय कैटागिरी बनाये जाने के निर्देश दिए। अब तीन स्तरीय कैटागिरी तैयार करने के बाद दुकानों का किराया बढ़ाया जायेगा।