गाजियाबाद (करंट क्राइम)। अब वो ही चेहरे इतनी नजदीकी दिखा रहे हैं कि लगता ही नहीं है कि इन्हें कुछ दिन पहले बधाई से भी परहेज था। समय का तकाजा है तो भगवा दफ्तर इन दिनों गुलजार है। यहां पद की तमन्ना रखने वाले बिना किसी काम के भी डेरा डाले हुए हैं। भगवा कमांडर के एक दीदार के लिए यहां पूरी दीवार सी बनी हुई है। जब कुछ दिन पहले भगवा कमांडर के परिवर्तन की चर्चा चली थी तो चर्चा सुनकर ही कई ने अपना रूख बदल दिया था। कार्यालय सूना सा रहने लगा था और कई चेहरों ने तो दूसरे दरवाजों पर दस्तक भी देनी शुरू कर दी थी और मस्तक भी झुका लिया था। बहरहाल अब स्टोरी में ट्विस्ट आया और कमांडर रिपीट हो गये। पूरे वेस्ट यूपी में दो ही चेहरे हैं जो रिपीट हुए हैं। अब कमांडर की टीम में जगह बनाने के लिए एक नहीं दो नहीं बल्कि दर्जनों चेहरों ने कमांडर के आस पास डेरा डाल दिया है। सुबह-दोपहर-शाम भाजपा कार्यालय का फेरा लगा रहे हैं। यहां पर एक चर्चा ये है कि पुराने चेहरों को स्थान दिया जाये। वहीं एक लॉबी ये मानकर चल रही है कि यदि संगठन में ऊर्जावान चेहरों को लाना है तो पुरानों को अगले ट्रैक पर प्रमोशन मिले और महानगर वाले ट्रैक पर नए चेहरों को स्थान दिया जाये। टीम में आने के लिए कई मजबूत चेहरे प्रयास कर रहे हैं। वो चाहते हैं कि संगठन में स्थान मिले और दूसरी तरफ एक मंथन ये चल रहा है कि लोकसभा चुनाव पास है और नए चेहरों को भी संगठन में स्थान मिले।
जो हो रहे है हर बार रिपीट इस बार बढ़ सकती है उनकी हार्टबीट
(करंट क्राइम)। अगर टीम पर गौर करें तो इसकी थीम में एक चीज कॉमन आ रही है। वो ये है कि महानगर की टीम में कुछ चेहरे ऐसे हैं जो हर बार रिपीट हुए हैं। ये चेहरे इस बार भी अगर खुद को कन्फर्म मानकर चल रहे हैं तो थोड़ा अलर्ट मोड पर रहे। सूत्र बता रहे हैं कि कहानी में मोड़ आयेगा और ये मोड़ कई चेहरों को उनके घर छोड़ आयेगा। जो चेहरे हर बार रिपीट होते हैं और इस बार वो रिपीट होने के सीन को कन्फर्म मानकर चल रहे हैं तो इस बार उनकी हार्टबीट बढ़ सकती है। कई चेहरों को रिपीट करने का कोई प्लान नहीं आ रहा है। वो आगे कहां सैट होंगे ये उन्हें देखना है। फिलहाल तो प्लान गो बैक टू होम का आ रहा है।
भगवा कमांडर भी करेंगे इस बार टीम की थीम को रिशफल
(करंट क्राइम)। महानगर की टीम में चार महामंत्री, आठ उपाध्यक्ष, आठ मंत्री सहित कई पद दिये जाने हैं। हर एक पद महत्वपूर्ण है और हर एक साथी जरूरी होता है। लेकिन टीम का मैम्बर बनने के लिए योग्यता और समीकरण दोनों का मैच होना जरूरी है। लोकसभा चुनाव पास है लिहाजा यहां पर अनुभव को भी साथ रखा जाना है और ऊर्जा का भी संतुलन साधा जाना है। सूत्र बताते है कि इस बार भगवा कमांडर भी अपनी टीम की थीम को रिशफल करने जा रहे हैं। वहीं क्षेत्र वाले संगठन से लेकर लखनऊ वाले हाईकमान से जो फरमान आयेगा उसका भी पालन होना है। इस बार कमांडर की टीम से उन चेहरों को भी आउट होना है जो निष्क्रिय रहे हैं। कुछ चेहरे गुटबाजी वाले फे्रम में है, उन्हें भी दूर रखा जायेगा। गुणा-भाग शुरू हो गया है और टीम का रिजल्ट भी जल्द ही आ जायेगा।