मगर सिस्टम से कृपा वाली लिस्ट में कब जुड़ेगा मास्टर जी का नाम
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। राजनीति में कार्यकर्ता सबकुछ होता है लेकिन कर्ताधर्ता तो कोई और होता है। राजनीति में जो लोग हार्ड वर्क करते हैं उनके हिस्से में अवॉर्ड भी आते हैं। प्रशंसा के दो शब्द कार्यकर्ता का मनोबल बढ़ाते हैं। लेकिन राजनीति में कार्यकर्ता को प्रमोशन, प्रोन्नति और कृपा जैसे शब्द ही आगे ले जाते हैं। जब नाम के आगे ओहदा जुड़ता है तो फिर कद बढ़ता है। भाजपा के महानगर मीडिया प्रभारी अश्वनी शर्मा को राष्टÑीय कार्यालय से बधाई का पैगाम आया है। राष्टÑीय कार्यालय से जो पैगाम आया उसमें नमस्कार अश्वनी शर्मा के साथ बधाई हो लिखा आया। बूथ सशक्तिकरण अभियान के तहत नियुक्त सभी बूथों पर कार्य को सौ प्रतिशत पूर्ण करने पर बहुत बहुत धन्यवाद एवं बधाई, आपका योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। अब ये वो बधाई थी जिसे भाजपा के मास्टर जी ने दिल से लगाया और अपने सभी शुभचिंतकों और समर्थकों को बताया, सोशल मीडिया पर भी बताया। लेकिन यहीं से ये सवाल भी आया कि इतने पुराने भाजपाई को बधाई संदेश के अलावा और क्या मिला। पार्टी ने उन्हें ऐसा क्या दिया कि लोग उन्हें बधाई देने घर से लेकर कोचिंग सेन्टर तक जाते । अश्वनी शर्मा के गले में माला पहनाते लेकिन किसी ने अभी तक देखा नहीं ऐसा दिन आते।
पार्टी के प्रति उनका जज्बा, पार्टी के प्रति उनकी वफादारी और भाजपा के हर आयाम में उनकी भागीदारी सब जानते हैं। इस चेहरे को भाजपा के सारे बड़े चेहरे जानते और पहचानते हैं। लेकिन वो दिन कब आयेगा जब अश्वनी शर्मा बधाई के संदेश को मीडिया वालों से शेयर नहीं करेंगे बल्कि उनकी बधाई वाली पोस्ट को अन्य लोग शेयर करेंगे।
बिल्डिंग में झुलसने वाली आग , 16 गाड़ियां भस्म, एक महिला की मौत
Ghaziabad : गाजियाबाद में एक अपार्टमेंट बिल्डिंग में भीषण आग। आग भूतल पर लगने से सारे वाहनों की पार्किंग में...
Discussion about this post