प्रथम निमंत्रण आपको पूरण कीजो काज
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। राजनीति में किसी ना किसी चेहरे का कोई ना कोई गॉड फादर होता है। देखने में आता है कि कई चेहरे किसी भी अवस्था में कूल नजर आते हैं। क्योंकि उन्हें अपने गॉड फादर पर भरोसा होता है कि स्थितियां कुछ भी रहें, उनके गॉड फादर सबकुछ संभाल लेंगे। वर्तमान में नगर निगम चुनाव सर पर है। जहां कई दावेदार टिकट पाने की आस में हर बड़े नेता से मिलने के प्रयासों में लगे हुए हैं।
आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लखनऊ से लेकर दिल्ली तक डेरा सच्चा सौदा डाल रहे हैं। सांसद, विधायक से लेकर भईया और दीदी के दरबार में भी तमन्नाओं की घंटी बजाना नहीं भूल रहे हैं। वहीं एक बात ये भी देखने को आ रही है कि कई मौजूदा पार्षद इस वक्त रिलैक्स मोड में हैं। ये अधिक्तर पार्षद अपने मौजूदा विधायकों के आशीर्वाद से सिक्योर बताये जाते हैं। कहा जाता है कि ये पार्षद कहीं जाते नहीं हैं। क्योंकि इन्हें अपने माननीय में ही रब दिखता है। इन्हीं के सजदे में इन सबका सर झुकता है। अटूट विश्वास है कि दर्जनों परिक्रमा से अच्छा है कि प्रभू गणेश जी वाली परिक्रमा का अंदाज अपनाकर अपने कार्य की सिद्धि कर ली जाये।
कुछ ऐसे ही हमारे बजरंगी भईया हैं। बजरंगी भईया यानी सचिन डागर वार्ड 60 से पार्षद हैं। विधायक नम्बर वन सुनील शर्मा के नवरत्नों में इनकी गिनती होती है। ये उन्हें अपना राजनीति का गॉड फादर भी मानते हैं। संगठन वालों ने जहां बॉयोडाटा देने की व्यवस्था मंडल अध्यक्ष वाया मंडल प्रभारी के द्वारा महानगर संगठन को लेकर बनाई है। वहीं देखने में आ रहा है कि कई पार्षद या दावेदार पहले जनप्रतिनिधियों के पास जाकर अपना रास्ता साफ करने में लगे हैं। मगर यहां बात सचिन डागर की हो रही है। जब बॉयोडाटा देने वाली बात आयी तो उन्होंने संगठन की व्यवस्था से पहले अपने प्रिय विधायक के दरबार में हाजरी दर्ज कराई।
जैसे संदेश दे रहे हों कि हमारा निमंत्रण हो या बॉयोडाटा वो सबसे पहले आप ही के पास जायेगा। हमें विश्वास है कि आप हमारे सभी काज पूर्ण करेंगे। तस्वीर में बजरंगी भईया के मुख पर बॉयोडाटा देते हुए उभरती हुई खुशी इस बात का प्रबल प्रमाण भी है। हालाकि ये भी सच है कि वह बॉयोडाटा वाली प्रक्रिया को मंडल अध्यक्ष व मंडल प्रभारी के माध्यम से भी पूरा करेंगे। मगर उन्हें पता है कि जहां से बात पूरी होनी है वहां पहले पहुंचना जरूरी है। सीट भी उनकी ओबीसी है। सीनियर पार्षद भी हैं। विधायक जी का साथ भी है। चेहरे का कॉन्फिडेंस बयां कर रहा है कि ये तो महज औपचारिकतायें हैं। वार्ड नम्बर 60 से उनका मामला तो कब का 35 हो चुका है।
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